अस्पताल में मरीजों को कंबल नहीं मिलने के मामले का जांच के आदेश
Jamshedpur news.
‘झांसी के मेडिकल कॉलेज में हुए हादसे की तरह कोल्हान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल एमजीएम में भी इस तरह के हादसे होने से इंकार नहीं किया जा सकता है’. से संबंधित खबर प्रकाशित होने के बाद इस मामले को गंभीरता से लेते हुए अस्पताल अधीक्षक डॉ शिखा रानी ने अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ जुझार मांझी को अस्पताल में लगे फर्स्ट एड फायर फाइटिंग सिस्टम की जांच कर इसकी रिपोर्ट देने के लिए कहा है. इसे लेकर उपाधीक्षक ने एक अन्य कर्मचारी के साथ इसकी जांच शुरू कर दी है. अस्पताल में लगा फर्स्ट एड फायर फाइटिंग सिस्टम की स्थिति, कितने लगे हैं, कितने एक्सपायरी हो गये हैं, उसकी विस्तार से जानकारी देने के लिए कहा गया है. इसके साथ ही अस्पताल में मरीजों को कंबल नहीं मिल रहा है, उसके बारे में भी जांच करने के लिए कहा गया है, ताकि उसे भी बदला जा सके.कर्मचारियों को ट्रेनिंग देने के लिए अधीक्षक ने लिखा पत्र
एमजीएम अस्पताल में लगा फर्स्ट एड फायर फाइटिंग सिस्टम को चलाने के लिए अस्पताल के कर्मचारियों को ट्रेनिंग की जरूरत है. इसे देखते हुए अस्पताल के अधीक्षक डॉ शिखा रानी से फायर बिग्रेड को पत्र लिखा है. इसमें कहा गया कि यहां आकर कर्मचारियों को फर्स्ट एड फायर फाइटिंग सिस्टम चालने के लिए ट्रेनिंग दें, ताकि जरूरत होने पर इसे आसानी से उपयोग किया जा सके.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है