सवाल- इस सफलता के लिए बधाई, किस तरीके से आपने से सफलता हासिल की?
जवाब- मैं सेल्फ स्टडी पर ही ज्यादा ध्यान देती थी. मैंने मैथ अौर फिजिक्स का ट्यूशन लिया. बाकी सब के लिए मैं यू ट्यूब की मदद लेती थी. यू ट्यूब पर कई चैप्टर को काफी बेहतर तरीके से डिफाइन किया रहता था, उससे व स्कूल की पढ़ाई से अच्छी तैयारी हो जाती थी.
सवाल- आपने बारहवीं में मैथ के साथ-साथ बायोलॉजी की भी पढ़ाई की, आखिर ऐसा कैसे ? क्या आपने अब तक तय नहीं किया है कि भविष्य में क्या बनना है ?
जवाब- दसवीं में मुझे 98.2 प्रतिशत अंक मिले. सब्जेक्ट का चयन करते वक्त मैं कन्फ्यूज्ड थी. दोनों ही सब्जेक्ट मुझे अच्छे लगते थे. इसी वजह से मैंने दोनों ले लिया. अब तक पढ़ाई कर रही हूं उसके बाद भी आज तक यह तय नहीं कर पायी कि किसे लेकर आगे बढ़ना है. लेकिन कोई एक च्वाइस अगर पूछा जाये तो इंजीनियर बनना है.
सवाल- परीक्षा की तैयारी किस प्रकार से की ?
जवाब- मैं घर में 6-7 घंटे तक पढ़ती थी. रेगुलर पढ़ाई करती थी. कोविड के समय जब अॉनलाइन पढ़ाई होती थी, उस वक्त भी रेगुलर थी. प्रैक्टिकल के लिए स्कूल जाती थी. इसी का फायदा मिला. स्कूल के टीचर काफी सपोर्टिव थे.
सवाल- फैमिली बैकग्राउंड के बारे बताएं.
जवाब- मेरे पापा संजीव दास टाटा स्टील में कॉन्ट्रैक्टर हैं जबकि मां बुलबुली दास हाउस वाइफ है. बड़ी बहन जूही दास ग्राफिक डिजाइनर हैं. हम लोग भालूबासा टीचर्स कॉलोनी में रहते हैं.