जमशेदपुर. डीबीएमएस कॉलेज ऑफ एजुकेशन में दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का शुक्रवार को आगाज हुआ. सम्मेलन का विषय था हरित पहलों को अपनाने और इन्हें अपनाने के लिए शिक्षा की शक्ति. सम्मेलन का उद्देश्य विद्यार्थियों को शिक्षा के माध्यम से प्रदूषण व पर्यावरण संरक्षण का संदेश देना था. पहले दिन कुल 50 शोध पत्रों की प्रस्तुति सात सत्रों में दी गयी.
देश-विदेश से प्रतिभागी व वक्ता शामिल हुए
मुख्य प्रायोजक टाटा स्टील की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देश-विदेश से प्रतिभागी व वक्ता शामिल हुए. मुख्य अतिथि पश्चिमी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय, विशिष्ट अतिथि डॉ संजीव आनंद, सम्मानित अतिथि यूएसआइएल के एमडी ऋतुराज सिन्हा, मुख्य वक्ता बीएचयू वाराणसी के आशीष श्रीवास्तव व डॉ जॉन्स होपकिन्स यूनिवर्सिटी अमेरिका के डायरेक्टर अप्रतिम सहाय शामिल थे. सम्मेलन का शुभारंभ अतिथियों ने दीप जलाकर की. इसके बाद अध्यक्ष बी चंद्रशेखर ने स्वागत भाषण दिया. प्राचार्या डॉ जूही समर्पिता ने सम्मेलन के उद्देश्यों को बताया. मूलभूत परिवर्तन की बात करते हुए पूर्वी जमशेदपुर के विधायक सरयू राय ने कहा कि प्रकृति ने हमें जिस रूप में रखा है उसी रूप में हमें भी प्रकृति को रखना है, हमारा विकास प्रकृति के अनुरूप ही होना चाहिए. आज हमारे सामने यह एक बड़ी चुनौती है कि हम विकास के छलांग के प्रतिकूल प्रभाव को कैसे कम करें. हम कालिदास की तरह बन गये हैं जिस पेड़ पर बैठे हैं उसी की डाली काट रहे हैं. इसके बाद तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थाओं के शिक्षाविद् ने किया. इसमें एक्सएलआरआइ के प्रोफेसर शरद सरीन एवं प्रोफेसर सुनील सारंगी, अमलतास कॉलेज बिहार से रतना चौधरी, अमेरिका से सुश्री अपूर्वा, टीएमडीसी से हिमांशु सेठ, अर्काजैन विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सोनिया रियात और अविनवग्राम एनजीओ से आरपी सिंह भी शामिल थे. इस मौके पर शोधकर्ताओं ने अपने-अपने शोधपत्र प्रस्तुत किये और अपने विचारों से समाज में जागरूकता लाने का प्रयास किया.
शोधकर्ताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया
इसके बाद सभी शोध पत्र प्रस्तुत करने वाले शोधकर्ताओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया. पहले दिवस का समापन मौसमी दत्ता के धन्यवाद ज्ञापन से हुआ. इसमें चेयरपर्सन ललिता चंद्रशेखर, अध्यक्ष बी. चंद्रशेखर, सचिव श्रीप्रिया धर्मराजन, सह सचिव सुधा दिलीप, गवर्निंग बॉडी सचिव सतीश सिंह, प्राचार्या डॉ जूही समर्पिता, उप प्राचार्या डॉ मोनिका उप्पल एवं शिक्षकगण के द्वारा संपन्न हुआ. इस मौके पर शोधकर्ताओं ने अपने विचार रखे. इन पत्रों को यूजीसी केयर जर्नल में प्रकाशित किया गया. जिसका विमोचन मुख्य अतिथि सरयू राय और विशिष्ट अतिथि संजीव आनंद, सम्मानित अतिथि ऋतुराज सिन्हा ने किया.
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