जमशेदपुर : टाटा मोटर्स में आज से पांच दिन का ब्लॉक क्लोजर, आश्रित कंपनियों के उत्पादन पर भी पड़ेगा असर

टाटा मोटर्स, जमशेदपुर प्लांट में प्रबंधन ने तीन दिन (28 से 30 दिसंबर) का ब्लॉक क्लोजर (कंपनी के शब्दों में सस्पेंशन ऑफ वर्क) लिया है. 31 जुलाई 2017 के समझौता के तहत दिसंबर माह में तीसरी बार प्रबंधन ने ब्लॉक क्लोजर लिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | December 28, 2023 4:46 AM

टाटा मोटर्स, जमशेदपुर प्लांट में प्रबंधन ने तीन दिन (28 से 30 दिसंबर) का ब्लॉक क्लोजर (कंपनी के शब्दों में सस्पेंशन ऑफ वर्क) लिया है. 31 जुलाई 2017 के समझौता के तहत दिसंबर माह में तीसरी बार प्रबंधन ने ब्लॉक क्लोजर लिया है. बुधवार को टाटा मोटर्स के प्लांट हेड रवींद्र कुलकर्णी ने सर्कुलर जारी किया, जिसके तहत पहली जनवरी 2024 को प्रबंधन ने एक दिन का अवकाश घोषित किया है. इसके बदले कर्मचारियों से बाद में ड्यूटी करायी जायेगी. 31 दिसंबर रविवार को कर्मचारियों का साप्ताहिक अवकाश है. प्लांट पांच दिन बाद यानी 2 जनवरी को खुलेगा. ब्लॉक क्लोजर के दौरान कंपनी का 50 प्रतिशत व कर्मचारियों के लीव का 50 प्रतिशत कटता है. जिन कर्मचारियों का पीएल या सीएल समाप्त है, उनके वेतन से क्लोजर का पैसा समायोजित होगा. क्लोजर के दौरान जिन कर्मचारियों या अधिकारियों को ड्यूटी पर बुलाया जायेगा, उन्हें काम पर आना होगा. अनुपस्थित रहने वाले कर्मचारियों या अधिकारियों का पूरे दिन का वेतन कटेगा. वह दिन कर्मचारियों के अवकाश में चला जायेगा, जबकि बाइ सिक्स कर्मचारियों को ब्लॉक क्लोजर अवधि में कोई वेतन नहीं मिलता है.

दिसंबर में तीसरी बार ब्लॉक क्लोजर

प्रबंधन ने दिसंबर माह में तीसरी बार ब्लॉक क्लोजर लिया है. इससे पहले कंपनी ने पहली ब्लॉक क्लोजर 18 व 19 दिसंबर को, दूसरी बार 22 और 23 दिसंबर और तीसरी बार तीन दिन का ब्लॉक 28 दिसंबर से लिया है.

इस महीने मात्र 19 दिन कामकाज हुआ

दिसंबर माह में टाटा मोटर्स में मात्र 19 दिन कामकाज हुआ. प्रबंधन ने तीन बार में कुल 7 दिन दिसंबर माह में ब्लॉक क्लोजर लिया. दिसंबर में पांच रविवार पड़ा. इस हिसाब से कंपनी में 12 दिन कामकाज नहीं हुआ.

दो लाख मजदूर होंगे सीधे तौर पर प्रभावित

टाटा मोटर्स जमशेदपुर प्लांट में 5 दिन वाहनों का उत्पादन पूरी तरह से ठप होने का सीधा असर आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया में टाटा मोटर्स पर आश्रित कंपनियों पर पड़ेगा. आदित्यपुर इंडस्ट्रियल एरिया (आयडा) में 90 प्रतिशत ऐसी कंपनियां हैं, जो सीधे टाटा मोटर्स पर आश्रित हैं. आदित्यपुर की कंपनियां फोर्जिंग, कास्टिंग, मशीन, रिम, नट-बोल्ट, रबर के सामान, कास्टिंग, फाइबर के सामान की सप्लाई टाटा मोटर्स कंपनी को करती है. इन कंपनियों में भी टाटा मोटर्स की बंदी का असर दिखेगा. इसके अलावा टाटा कमिंस, गाेविंदपुर स्थित स्टील स्ट्रिप्स व्हीलस कंपनी शामिल हैं. टाटा मोटर्स में काम बंद होने से प्रत्यक्ष रूप से 50 हजार और अप्रत्यक्ष रूप से 1.50 लाख मजदूर सीधे तौर पर प्रभावित होंगे.

पांच दिन बाद खुलेगी टाटा कमिंस

टाटा कमिंस में तीन दिन का ब्लॉक क्लोजर 27 दिसंबर से शुरू हुआ. 29 दिसंबर तक कंपनी ने ब्लॉक क्लोजर लिया है. जबकि 30 दिसंबर को फ्लेक्सी ऑफ यानी कंपनी में आंशिक परिचालन होगा. जबकि 31 दिसंबर को रविवार होने से साप्ताहिक अवकाश रहने के कारण कंपनी बंद रहेगी. इस तरह कंपनी पांच दिन बाद 1 जनवरी को खुलेगी. ब्लॉक क्लोजर की अवधि का 50 प्रतिशत वेतन कंपनी वहन करेगी, जबकि 50 प्रतिशत वेतन कर्मचारियों के अवकाश से समायोजित किया जायेगा.

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