जमशेदपुर में सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे पर दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौनाचार का केस
सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे शनिवार को एक बार फिर से विवादों में घिर गये हैं. उन पर कदमा उलियान की महिला ने दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौनाचार करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. महिला का आरोप है कि सीजीपीसी प्रधान ने हथियार का भय दिखाकर उसके साथ कुकृत्य किया.
सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे शनिवार को एक बार फिर से विवादों में घिर गये हैं. उन पर कदमा उलियान की महिला ने दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौनाचार करने की प्राथमिकी दर्ज करायी है. महिला का आरोप है कि सीजीपीसी प्रधान ने हथियार का भय दिखाकर उसके साथ कुकृत्य किया. महिला की शिकायत पर कदमा पुलिस ने मुखे के खिलाफ आइपीसी की धारा 376, 377 के तहत केस दर्ज किया है. इस मामले में पीड़ित महिला ने सबूत के तौर पर पुलिस को दुष्कर्म और अप्राकृतिक यौनाचार का वीडियो भी उपलब्ध कराया है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने मुखे की गिरफ्तारी के लिए सक्रियता बढ़ा दी है. शनिवार की रात साकची के एक होटल में छापेमारी कर मुखे के बेटे और भतीजे को हिरासत में लेकर थाना ले गयी. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है.
न्याय की आस लेकर मुखे के पास गयी थी पीड़िता
प्राथमिकी में पीड़िता ने बताया है कि उसके पति चार माह पूर्व उसे और दो बेटों को छोड़कर काम करने के लिए विदेश चले गये हैं. इसके बाद वह किराये के मकान में छोटा-मोटा काम करके किसी तरह बच्चों के साथ जीवन गुजार रही थी. तीन माह पूर्व पारिवारिक विवाद में न्याय की आस लेकर वह साकची स्थित सीजीपीसी के कार्यालय पहुंचीं, जहां उसकी मुलाकात मुखे से हुई. मुखे ने उसे आश्वासन देते हुए कहा कि वह जमशेदपुर शहर से लेकर पंजाब तक उसे न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे. यह बात सुन पीड़िता प्रभावित हो गयी.
गुरमुख सिंह के बेटे व भतीजे को पुलिस ने होटल से उठाया
सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे का विवादों से नाता छूट ही नहीं रहा है. झारखंड सिख प्रतिनिधि बोर्ड के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बल्ला पर फायरिंग का मामला शांत नहीं हो पाया था कि नया विवाद सामने आ गया. बलात्कार और अप्राकृतिक यौनाचार का आरोप लगाने वाली महिला के अनुसार डेढ़ माह बाद गुरमुख सिंह मुखे ने उससे कहा कि उसकी समस्या के समाधान के लिए घर पर बात करनी है, जिसके बाद मुखे शाम को घर पहुंच गये. थोड़ी देर तक उन्होंने विवाद के बारे में बातचीत की, मगर अचानक गलत बात करने लगे. पीड़िता के अनुसार मुखे ने कहा कि अभी तुम घर में अकेली हो और कोई मर्द भी नहीं है. समस्या के समाधान के लिए तुम्हें मेरी भी कुछ सेवा करनी पड़ेगी. एक प्रधान के मुंह से यह बातें सुनकर वह आश्चर्यचकित हो गई. विरोध किया, तो मुखे गुस्से में आकर अपशब्द कहने लगा. उसने कहा कि उसके साथ शहर की कई महिलाएं संबंध बनाने के लिए तैयार रहती हैं और तुम्हारी इतनी औकात कि तुम मुझे मना कर रही हो. शहर में मेरा कितना प्रभाव है, शायद तुम्हें पता नहीं. अगर तुमने ऐसा नहीं किया, तो तुम्हें और तुम्हारे बच्चों को मार दूंगा. पिस्तौल देख कर महिला डर गई. जिसके बाद मुखे ने बलात्कार किया और जाते-जाते उसने किसी को बताने पर उसे बच्चों समेत जान से मारने की धमकी भी दी. उसने कहा कि किसी से बताने पर कोई फायदा नहीं होगा, क्योंकि शहर के बहुत सारे नेता और प्रशासन के लोग मेरे अपने आदमी है.
मुखे की धमकी से लगा सदमा
महिला ने कहा- मुखे की धमकी से वह डर गई और सदमा भी लग गया था. इसलिए उस वक्त उसने किसी से कुछ नहीं कहा . वहीं कुछ दिनों के अंतराल पर मुखे ने सात से आठ बार घर आकर उसके साथ बलात्कार और अप्राकृतिक यौनाचार किया. लेकिन लगातार प्रताड़ना से परेशान होकर उसने मुखे को सजा दिलाने का फैसला किया. इसी बीच गत दो नवंबर दोपहर दो से तीन बजे के बीच मुखे ने घर आने की बात कही. जिसके बाद उसने तय समय पर अपने मोबाइल को रिकॉर्डिंग मोड में डालकर कमरे में छिपा दिया. इस बीच मुखे आया और गलत किया, जो मोबाइल में रिकॉर्ड हो लिया. जिसे महिला ने पुलिस को उपलब्ध करा दिया है. पीड़िता ने कहा कि मैं मुखे को सजा दिलाना चाहती हूं. महिला ने अपनी और अपने बच्चों की सुरक्षा की गुहार भी पुलिस से लगाई है. शनिवार को हुई इस घटना की जानकारी मिलने के बाद सिख समाज के कई लोग कदमा थाना पहुंचे. उन्होंने पुलिस से महिला को न्याय दिलाने की मांग की.
मुखे पर बलात्कार का मामला दर्ज होते ही सीजीपीसी कार्यालय में विपक्ष ने जड़ा ताला
सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे पर कदमा थाना में महिला द्वारा बलात्कार व अप्राकृतिक यौनाचार का मामला दर्ज कराया है. इसकी जानकारी मिलने पर बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग कदमा थाना पहुंचे. थाना प्रभारी से मुलाकात कर मुखे की गिरफ्तारी की मांग की. इधर, सूचना पाकर जोगी सिंह, सोनी सिंह समेत सिख समाज के कई लोगों ने साकची स्थित सीजीपीसी कार्यालय में बैठे कुछ लोगों को वहां से बाहर निकाल कर गेट में लोहे का सिकड़ लगाकर ताला जड़ दिया. तालाबंदी करनेवालों ने कहा कि इसकी चाबी सीजीपीसी संचालन समिति को ही सौंपी जायेगी. सीजीपीसी संचालन समिति के सदस्य नरेंद्र पाल सिंह भाटिया ने बताया कि रविवार को सीजीपीसी कार्यालय में समिति की बैठक होगी. बैठक में कदमा थाना के मामले पर चर्चा की जायेगी. इसके बाद आगे की कार्रवाई पर विचार विमर्श होगा. आठ नवंबर को नगर कीर्तन किस तरह भव्य तरीके से निकले, उस पर भी चर्चा होगी.
आज सीजीपीसी में चुनाव को लेकर होनी थी अहम बैठक
सीजीपीसी कार्यालय में रविवार को चुनाव को लेकर महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जानी थी. अब वह बैठक होगी या नहीं, इस पर संशय है. सीजीपीसी में चुनावी बैठक प्रधान गुरमुख सिंह मुखे को करनी थी. इस बैठक में सभी गुरुद्वारा कमेटियों द्वारा भेजे गये प्रतिनिधियों की सूची को तैयार कर उसे सार्वजनिक किया जाना था. इसके अलावा 13 को सीजीपीसी की संचालन समिति की बैठक आयोजित होनी थी. रविवार को समिति की बैठक में इन सभी मुद्दों पर चर्चा होगी.
होटल में छापा मार मुखे के बेटे व भतीजे को पुलिस ने हिरासत में लिया
जमशेदपुर. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद कदमा पुलिस ने सीजीपीसी के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे की गिरफ्तारी के लिए सक्रियता बढ़ा दी है. शनिवार की रात साकची के एक होटल में छापेमारी कर पुलिस ने मुखे के बेटे और भतीजे को हिरासत में लेकर थाना ले गयी. पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है. पुलिस ने मुखे की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी की. लेकिन फिलहाल गिरफ्तारी नहीं हो सकी.
मुखे पर पूर्व में भी दर्ज हैं कई मामले
सीजीपीसी के प्रधान मुखे पर शहर के अलग-अलग थानों में कई मामले दर्ज हैं. मुखे पर सीतारामडेरा में गुरुचरण सिंह बिल्ला पर फायरिंग की प्राथमिकी दर्ज है. उक्त मामले में मुखे 14 माह तक घाघीडीह जेल में रहे. बाद में हाई कोर्ट से जमानत मिली थी. इसके अलावा मानगो, उलीडीह, सुंदरनगर,बिष्टुपुर, टेल्को और बर्मामाइंस थाना में भी उन पर केस है. मुखे पर सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने व टेल्को थाना परिसर में पुलिस पदाधिकारी के साथ बदतमीजी की प्राथमिकी दर्ज है.
कदमा थाना पहुंचे सिख समाज के प्रतिनिधि
कदमा थाना में महिला के यौन शोषण के मामले की जानकारी सीजीपीसी प्रधान द्वारा किये जाने की सूचना पाकर सिख समाज के काफी प्रतिनिधि वहां पहुंचे. कदमा थाना पहुंचने वालों में मानगो गुरुद्वारा के प्रधान भगवान सिंह, सतिंदर सिंह रोमी, हरविंदर सिंह मंटू, चिंटू सिंह, गुरदयाल सिंह, मंजीत सिंह गिल, अमरजीत सिंह, गुरदीप सिंह पप्पू, जसबीर सिंह सोनी, रविंदर सिंह, कुलविंदर सिंह पन्नू, कुलविंदर सिंह, जसबीर सिंह सीरे, सुखविंदर सिंह राजू, बब्बी, सुखदेव सिंह, मंदीप सिंह, जसविंदर सिंह जस्सु, सुखविंदर सिंह सुक्खु, अमरीक सिंह जख्मी समेत सैकड़ों की संख्या में समाज के लोग देर रात तक जमे हुए थे.