परसुडीह: जेल में बंद एटॉमिक एनर्जी के हिंदी ट्रांसलेटर की हृदय गति रुकने से मौत
दो साल पूर्व अप्रैल 2022 को भारत सरकार के उपक्रम ऑटोमिक एनर्जी में पदस्थापित सिक्युरिटी कर्मी, जो हिंदी ट्रांसलेटर रितेश रंजन के क्वार्टर के बगल में रहते थे. सिक्युरिटी कर्मी की नाबालिग बेटी को रितेश रंजन ने गलत नीयत से गोदी में बैठाकर अश्लील हरकत करने का आरोप था.
सिक्योरिटी गार्ड की नाबालिग बेटी के साथ की थी अश्लील हरकत, दो माह से था जेल में बंद
पोस्टमार्टम के बाद परिवार शव को बिहार मुजफ्फरपुर स्थित पैतृक गांव ले गयेमुख्य संवाददाता, जमशेदपुर.
घाघीडीह सेंट्रल जेल में पॉक्सो केस में बंद आरोपी सह भारत सरकार के उपक्रम एटॉमिक एनर्जी ( खासमहल ) के हिंदी ट्रांसलेटर रितेश रंजन ( 43) की हृदय गति रुकने से गुरुवार सुबह करीब छह बजे मौत हो गयी. इससे पूर्व गुरुवार तड़के चार बजे अचानक सीने में दर्द, गर्मी लगने व बेचैनी की शिकायत पर घाघीडीह सेंट्रल जेल प्रशासन ने आरोपी को साकची एमजीएम अस्पताल में भर्ती किया था, दो घंटे के बाद इलाज के दौरान हृदयगति रुकने से सुबह छह बजे मृत्यु हो गयी. वह दो माह से जेल में बंद था. फिर पोस्टमार्टम के बाद शव को परिजन को सौंप दिया. परिजन शव को सड़क मार्ग से बिहार मुजफ्फरपुर स्थित पैतृक गांव ले गये.
गुरुवार को होनी थी पेशीगुरुवार को पॉक्सो विशेष कोर्ट में नाबालिग के साथ अश्लील हरकत करने के केस में हिंदी ट्रांसलेटर रितेश रंजन की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से पेशी होनी थी. कोर्ट में बचाव पक्ष के अधिवक्ता राजेश रंजन पहुंचकर आरोपी के मृत्यु होने की जानकारी दी.
क्या है मामला
मालूम हो कि दो साल पूर्व अप्रैल 2022 को भारत सरकार के उपक्रम एटॉमिक एनर्जी के खासमहल स्थित क्वार्टर में रितेश रंजन ने, वहां के सिक्योरिटी कर्मी की नाबालिग बेटी को गोद में बैठा कर गलत हरकत की थी. सिक्योरिटी कर्मी रितेश के घर के बगल में रहता था. सिक्युरिटी कर्मी ने परसुडीह थाना में पॉक्सो की धारा लगाकर नामजद प्राथमिकी दर्ज करायी थी. इससे पूर्व उस संस्थान में फरवरी 2022 में एक अन्य सिक्युरिटी कर्मी ने नाबालिग के साथ गलत हरकत करने वाले चंद्र प्रकाश सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया था.
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