वेतन नहीं मिलने पर चालक ने बेचा हाइवा,खुद ही दर्ज करायी चोरी की रिपोर्ट, चार गिरफ्तार
दो माह का वेतन नहीं मिलने पर चालक ने बेचा हाइवा, खुद ही दर्ज करायी चोरी की रिपोर्ट, चार गिरफ्तार
Jamshedpur Crime News: गोविंदपुर Police ने हाइवा की चोरी कर उसे बेचने वाले गिरोह के चार लोगों को गिरफ्तार किया है. उनके निशानदेही पर छापेमारी कर पुलिस ने चोरी हुई हाइवा भी बरामद कर लिया है. पूछताछ करने के बाद चारों आरोपी को गोविंदपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. जेल जाने वालों में हाइवा का चालक जेम्को निवासी भुवनेश्वर कुमार उर्फ भवन,गोलमुरी टुइलाडुंगरी निवासी दिलबाग सिंह उर्फ हरदीप सिंह उर्फ विक्की, राजनगर निवासी मोहन दास और हाट गम्हरिया निवासी तारकेश्वर गुप्ता शामिल है. उक्त जानकारी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर Dysp City सुधीर कुमार ने दी. डीएसपी सुधीर कुमार ने बताया कि यह हाइवा आदित्यपुर के सर्वेश तिवारी का नाम से है. सर्वेश ने गाड़ी चलाने के लिए भुवनेश्वर को दिया था. लेकिन 23 मई से गाड़ी का काम समाप्त हो गया था. इस कारण से भवन ने गाड़ी को जेम्को में खड़ा कर दिया था. इस दौरान उसे वेतन भी एक-दो माह से नहीं मिला था. इसी दौरान भवन की मुलाकात हरदीप से हुई. उस दौरान भवन ने हरदीप को अपनी परेशानी के बारे में जानकारी दी. इसके बाद हरदीप और उसके भतीजे सुखजीत ने गाड़ी बेचने के लिए ग्राहक खोज देने की बात की. इसी दौरान हरदीप ने राजनगर के मोहन को हाइवा को ठिकाने लगाने की बात किया. इसके बाद हाट गम्हरिया निवासी तारकेश्वर गुप्ता हाइवा खरीदने के लिए राजी हो गया. उसके बाद सभी ने मिल कर लुवाबासा के पास गाड़ी को कुछ दिनों के लिए खड़ा किया.
2.25 लाख रुपये में बेंचा गाड़ी :
पुलिस ने बताया कि हाइवा का चालक भवन,हरदीप,सुखदीप और मोहन ने मिल कर गाड़ी को बेचने का सौदा कर लिया. इस दौरान उन लोगों ने 2.60 लाख रुपये में गाड़ी का दाम तय हुआ. लेकिन तारकेश्वर गुप्ता ने इस हाइवा को 2.25 लाख रुपये में खरीदा. हाइवा बेचने के बाद राशि को उन लोगों ने आपस में बांट लिया. हाइवा के चालक भवन को 90 हजार रुपये दिया. उसके बाद मोहन ने 51 हजार रुपये लिया. बाकि के रुपये हरदीप और सुखदीप ने बांट लिया. इस कांड में शामिल सुखदीप सिंह अब तक फरार है. पुलिस उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है.
हाइवा का GPS खोलने के बाद बेंचा ,दर्ज कराया चोरी का केस :
पुलिस ने बताया कि हाइवा का चालक भवन हरजीत और अन्य लोगों के साथ मिल कर खुद गाड़ी बेंचने की योजना बनायी. उसके बाद खुद ही उसने हाइवा से GPS खोला. जीपीएस खोलने के बाद हाइवा को लुवाबासा लेकर गया. जहां उसने हाइवा बेंच दिया. उसके बाद पांच जुलाई काे चालक भवन ने खुद ही हाइवा चोरी की जानकारी हाइवा मालिक सर्वेश को दिया. उसके बाद चालक भवन ने खुद ही गोविंदपुर थाना में गाड़ी चोरी का केस दर्ज कराया. पुलिस ने बताया कि छानबीन के दौरान भवन के कॉल डिटेल निकाला गया. उसके बाद जब भवन से कड़ाई से पूछताछ हुई तो उसने गाड़ी बेचने की बात स्वीकार किया. भवन के निशानदेही पर Raid कर पुलिस ने गाड़ी को हाट गम्हिरया से बरामद किया. फिर इस कांड में शामिल लोगों को भी पुलिस ने Arrest किया.