उलीडीह थाना अंतर्गत ओल्ड सुभाष कॉलोनी के रोड नंबर- 3 सी स्थित मकान से पुलिस ने शुक्रवार की सुबह स्क्रैप कारोबारी अमरनाथ सिंह का शव बाहर निकाला. शव गल गया था और उससे बदबू आ रही थी. उलीडीह थाना में मीरा सिंह से पति अमरनाथ सिंह की मौत का कारण पूछा गया, तो उसने हैरानी जतायी. मीरा सिंह ने कहा कि पति की मौत नहीं हुई है. अगर मर गये हैं तो मुझे अंतिम दर्शन कराओ.
उन्होंने कहा कि पति का कई कारोबार था. उनके पार्टनर ने धोखा दिया. मेरे देवर और दो भतीजे भी पुस्तैनी घर हड़पना चाहते थे. उन्हीं लोगों ने पति को मारा है. वह बार-बार अपनी बात बदल रही थी. पति अमरनाथ सिंह ने मेरे सारे गहने ले लिये थे. मेरे साथ मारपीट करता था. मीरा के बार-बार बयान बदलने से पुलिस अमरनाथ सिंह की मौत के कारण को स्पष्ट नहीं कर पा रही है. पुलिस को पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. शव बिस्तर पर पड़े-पड़े सड़ गया है. पत्नी से पूछताछ जारी है.
पुलिस ने घर के सभी कमरों की जांच की, तो देखा कि दीवारों पर अजीबो-गरीब वाक्य लिखे हैं, जिनमें से कुछ को मिटाने का भी प्रयास किया गया था. एक कमरे की दीवार पर 27-02-2023 लिखने के बाद अंग्रेजी में लिखा था- टू डेस वर्क. जबकि एक कमरे में अंग्रेजी में लिखा था- आई डोंट लाइक व्हाट आई डू दैट्स इट. एक कमरे में लिखा था- जो कोई भी विक्की मेरे बेटे ओम का हत्यारा है और छोटी… सभी कमरों की दीवारों पर ओम भी लिखा था. इसके अलावा विद्या ददाति विनयम्, बी हैप्पी, ईश्वर की सर्वोत्तम भक्ति है जैसे वाक्य लिखे थे. इन लिखे वाक्यों को देखकर पुलिस और स्थानीय लोग स्तब्ध रह गये.
सूचना मिलते ही छोटे भाई मुकेश सिंह भी पहुंचे. अमरनाथ सिंह का पुत्र ओम अमृत सिंह जयपुर में बीबीए की पढ़ाई कर रहा है, जबकि बेटी कृतिका सिंह बेंगलुरु में नौकरी करती है. दोनों के आने पर शव का अंतिम संस्कार किया जायेगा. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. घर से बदबू आने की सूचना पर गुरुवार देर पुलिस ने शव बरामद किया था और पत्नी को हिरासत में लेकर पूछताछ की. पत्नी मीरा सिंह ने लगभग डेढ़ घंटे तक हंगामा किया और पुलिस को घर में घुसने नहीं दिया था.
पुलिस को कमरे में और छत पर जगह-जगह सामान और कपड़े जले मिले हैं. बरामदे में कपड़ा जलाया गया था. छत पर भी एक कढ़ाई में कुछ सामान जलाया गया था. छत की पाइप भी जली हुई थी. पड़ोसी बीरेन्द्र सिंह ने बताया कि अमरनाथ सिंह की पत्नी मीरा सिंह की मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. अक्सर पति-पत्नी के बीच विवाद होता था. मीरा सामानों में आग लगा देती थी.
सामानों को तोड़कर सड़क या नाली में फेंक दिया करती थी. आस-पड़ोस के लोगों से भी उनकी बातचीत नहीं थी. बालकनी को कपड़ों से ढककर रखती थी. घर के पास बच्चों के खेलने पर गाली-गलौज करती थी. किसी के घर उनका आना-जाना नहीं था. पिछले कुछ दिनों से अमरनाथ सिंह को घर से बाहर निकलते नहीं देखा. घर से बदबू आ रही थी. पहले सोचा चूहा मर गया होगा. इसके बाद पुलिस को सूचना दी, तो अमरनाथ सिंह का शव मिला.