जमशेदपुर : गोविंदपुर से साइबर ठग गिरफ्तार, मास्टर माइंड समेत तीन फरार

केवाई अपडेट करने, बैंक खाता बंद करने की बात कह कर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य सुमरित कुमार मंडल को गोविंदपुर पुलिस ने गोविंदपुर सुभाष नगर से गिरफ्तार किया है. वहीं गिरोह का सरगना समेत तीन लोग फरार हो गये.

By Prabhat Khabar News Desk | November 30, 2023 9:38 AM

केवाई अपडेट करने, बैंक खाता बंद करने की बात कह कर लोगों से ठगी करने वाले गिरोह के सदस्य सुमरित कुमार मंडल को गोविंदपुर पुलिस ने गोविंदपुर सुभाष नगर से गिरफ्तार किया है. वहीं गिरोह का सरगना समेत तीन लोग फरार हो गये. गिरफ्तार आरोपी बिहार के बांका जिला निवासी है. आरोपी किराये मकान के मकान में रहता था. उसके पास से पुलिस ने 10 मोबाइल, 32 सिमकार्ड और नौ हजार रुपये बरामद किया. जानकारी बुधवार को साइबर थाना में संवाददाता सम्मेलन कर साइबर डीएसपी जयश्री कुजूर ने दी. साइबर डीएसपी जयश्री कुजूर ने बताया कि एनसीसीआरपी साइबर पोर्टल पर नागपुर के अभिषेक पांडेय ने शिकायत दर्ज कराया था कि उनके बैंक खाते से 70 हजार रुपये की ठगी केवाइसी अपडेट करने के नाम पर कर ली गयी है. वहीं एक और व्यक्ति से 24 हजार रुपये ठगी की . शिकायत दर्ज होने के बाद जब पोर्टल ने उसका लोकेशन की जांच की तो वह गोविंदपुर पाया गया. उसके बाद इस केस को गोविंदपुर थाना भेजा गया. जहां केस के वादी गोविंदपुर के थाना प्रभारी अमित कुमार सिंह को बनाया गया. छानबीन के दौरान अमित कुमार को उस मोबाइल नंबर का लोकेशन ट्रेस करने के लिए तकनीकी शाखा की मदद की. इस दौरान सुमरित कुमार मंडल का लोकेशन सुभाष नगर गोविंदपुर पाया गया. जिसके बाद पुलिस ने टीम का गठन कर छापेमारी की और सुमरित को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने बताया कि गिरोह के देवघर निवासी कुंदन कुमार मंडल,प्रदीप कुमार मंडल और गिरिडीह के तुलसी कुमार मंडल फरार है. इसमें प्रदीप कुमार मंडल इस गिरोह का सरगना है. फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

एनी डेस्क एप डाउनलोड करा देते थे घटना को अंजाम

पुलिस ने बताया कि ठग केवाईसी अपडेट करने की बात करते थे. उसके बाद बैंक खाता बंद होने की धमकी देते है. जब मोबाइल धारक उनके झांसा में आ जाता है तो उसे उनके मोबाइल पर लिंक भेज कर एनीडेस्क एप डाउनलोड करवाते है. उसके बाद लिंक की मदद से ही एक फार्म भरवाते है जिसमें वह खाता नंबर,कार्ड का विवरण को भरवाते है. ऐसे में जब उनके पास कार्ड का पूरा विवरण आ जाता है तो उनके बैंक खाते से रुपये की निकासी कर लेते है. कभी कभी वह ओटीपी मंगवाकर भी रुपये की ठगी कर लेते है.

छह माह से किराये पर मकान लेकर रह रहे थे चारों

पुलिस ने बताया कि चारों एक साथ ही नौकरी करने की बात कह कर गोविंदपुर आये थे. उसके बाद उन लोगों ने सुभाष नगर के समीर दास के घर किराये पर लिया था. उन लोगों ने समीर दास को बताया था कि वे लोग नौकरी खोज रहे है. इस कारण से मकान किराये पर लिया है. वे लोग यहां रेगुलर नहीं रहते थे. वे लोग 10-10 दिन के लिए बाहर चले जाते थे. सुमरित ने बताया कि ठगी करने के बाद वह रुपये की निकासी एटीएम से करता था. उसके बाद सरगना को देता था. ठगी की 60 प्रतिशत सरगना रखता था. बाकी 40 प्रतिशत वे लोग आपस में बांट लेते थे.

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