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जमशेदपुर में एक साथ मिले स्वाइन फ्लू के आठ मरीज, स्वास्थ्य विभाग में मचा हड़कंप

जिले में कोरोना व जापानी बुखार के मरीज के साथ अब स्वाइन फ्लू के मरीज भी मिलने लगे है. बुधवार को स्वाइन फ्लू को लेकर जिले में आउट ब्रेक हो गया. एक साथ आठ स्वाइन फ्लू के मरीज मिले है. जिसमें तीन दूसरे जिले के शामिल है. सभी मरीजों का इलाज टीएमएच में चल रहा है.

By Rahul Kumar | September 14, 2022 9:21 PM

Jamshedpur News: जिले में कोरोना व जापानी बुखार के मरीज के साथ अब स्वाइन फ्लू के मरीज भी मिलने लगे है. बुधवार को स्वाइन फ्लू को लेकर जिले में आउट ब्रेक हो गया. एक साथ आठ स्वाइन फ्लू के मरीज मिले है. जिसमें तीन दूसरे जिले के शामिल है. सभी मरीजों का इलाज टीएमएच में चल रहा है. इतने ज्यादा संख्या में स्वाइन फ्लू के मरीज मिलने से विभाग में हड़कप मच गया है.

20 संदिग्ध मरीजों का भेजा गया था नमूना

जिला सर्विलेंस विभाग के द्वारा एक सप्ताह पहले स्वाइन फ्लू के 20 संदिग्ध मरीजों का नमूना जांच के एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा गया था. जिसकी रिपोर्ट आने पर आठ मरीज स्वाइन फ्लू के पाये गये. इसमें पांच शहर के व तीन दूसरे जिला के शामिल है. शहर में मानगो के दो, कदमा, एग्रिको व साकची के एक-एक मरीज शामिल है. वहीं सरायकेला, पश्चिम बंगाल व जामाडोबा के तीन मरीज शामिल है. ये सभी मरीज गले में खराश, सर्दी-खांसी व बुखार की शिकायत लेकर अस्पताल टीएमएच में भर्ती हुए थे. जहां इलाज कर रहे डॉक्टरों को संदेह होने पर इसकी जांच के लिए जिला सर्विलेंस विभाग को जानकारी दी. सर्विलेंस विभाग ने जांच के लिए एमजीएम मेडिकल कॉलेज भेजा जिसकी बुधवार को रिपोर्ट आने पर आठ लोगों में स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाये गये.

कैसे होता है स्वाइन फ्लू

स्वाइन फ्लू एक वायरल इंफेक्शन है, जो मूल रूप से सूअरों से मनुष्यों में फैला था. अब, यह वायरस एक इंसान से दूसरे इंसान में फैल सकता है. स्वाइन फ्लू के लक्षण नियमित स्वाइन फ्लू से बहुत मिलते-जुलते हैं इसमें बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना, दस्त, खांसी और छींक आने जैसे लक्षण शामिल हैं. ये आम फ्लू या सर्दी-जुकाम की तरह ही होती है. खांसने, छींकने या सांस से फैलती है. जब कोई स्वाइन फ्लू मरीज दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो उसे भी ये बीमारी होने की आशंका रहती है.

स्वाइन फ्लू के लक्षण

  • नाक से पानी बहना या नाक बंद हो जाना

  • गले में खराश, सर्दी-खांसी व बुखार

  • सर दर्द, बदन दर्द, थकान, ठंड लगना, पेटदर्द

  • कभी-कभी दस्त उल्टी होना

इनको होती है स्वाइन फ्लू होने की सबसे ज्यादा संभावना

कमजोर व्यक्ति, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, कमजोर व पुराने रोगों से ग्रसित व्यक्ति

क्या करें

  • खांसी, जुकाम, बुखार के रोगी दूर रहें

  • हाथों को साबुन या फिर एंटीसेप्टिक लिक्विड से धोएं

  • खांसते, छींकते समय मुंह व नाक पर कपड़ा रखें

  • खूब उबला हुआ पानी खूब पीयें और पोषणयुक्त भोजन व फलों खायें

  • हर रोज कम से कम सात से नौ घंटे की नींद लें

क्या न करें

  • आंख, नाक, मुंह को छूने के बाद किसी अन्य वस्तु को न छुएं

  • कोल्ड ड्रिंक्स, दही का सेवन न करें- सर्दी-जुकाम, बुखार होने पर भीड़ भाड़ वाले स्थल पर न जायें

  • स्टार्च (आलू, चावल आदि) तथा शुगर युक्त पदार्थों का सेवन न करें

  • सूअर आदि के संपर्क में रहने से बचें

क्या कहते हैं सिविल सर्जन

जिले में कोरोना, जापानी बुखार के साथ स्वाइन फ्लू सहित कई तरह की बीमारी फैली हुई है. इसको लेकर हम सभी का सतर्क रहने की जरूरत है. इस दौरान स्पाइन फ्लू के लक्षण मिलने पर तुरंत डॉक्टर से जांच कराये ताकि सही समय पर इलाज हो सकें.

डॉ साहिर पाल, सिविल सर्जन

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