मानगो : देशभर के टॉप कॉलेजों के इंजीनियरिंग, डिप्लोमा, स्नातक, मैट्रिक का फर्जी सर्टिफिटेक बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़,सरगना मंजर आलम गिरफ्तार
मानगो आजादनगर (जवाहनगर रोड नंबर 17) मकान नंबर 92 से सरगना के घर से कंप्यूटर, प्रिंटर्स, एक दर्जन से ज्यादा पैन ड्राइव,मोबाइल, लैपटॉप, 50 से ज्यादा बने हुए नकली सर्टिफिकेट जब्त किया.
मानगो आजादनगर (जवाहनगर रोड नंबर 17) मकान नंबर 92 से सरगना के घर से कंप्यूटर, प्रिंटर्स, एक दर्जन से ज्यादा पैन ड्राइव,मोबाइल, लैपटॉप, 50 से ज्यादा बने हुए नकली सर्टिफिकेट जब्त किया.
पुलिस की आरंभिक पूछताछ में पता चला
-एडवांस लेने के बाद एक सप्ताह से दस दिनों में तैयार करता है, इमर्जेंसी में इच्छुक से ज्यादा रेट वसूला था.-नकली सर्टिफिकेट लेकर कई विदेशों में नौकरी करने का पता चला, तो कई युवक विदेश जाने की तैयारी में था.
-नकली सर्टिफिकेट से बतौर इंजीनियर शहर के प्रमुख कॉरपोरेट कंपनी, औद्योगिक कंपनी में कई कर रहे है नौकरीनकली सर्टिफिकेट बनाने का ये था रेट
इंजीनियरिंग, बीटेक, एमटेक का 15-30 हजार रुपये था रेटडिप्लोमा 10-15 हजार रुपये
स्नातक 5-8 हजार हजार रुपयेमैट्रिक-इंटर 3-5 हजार रुपये
(फोटो 12 मानगो 1,2,3)मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर: मानगो आजादनगर एक घर से देशभर के टॉप इंजीनियरिंग, डिप्लोमा कॉलेज, प्रमुख यूनिवर्सिटी के फर्जी सर्टिफिकेट बनाने का एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है. यह भंड़ाफोड़ धालभूम एसडीओ पारूल सिंह के औचक छापेमारी से हुआ. शुक्रवार अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे धालभूम एसडीओ श्रीमती सिंह ने आजादनगर थाना प्रभारी राकेश कुमार, सशस्त्र पुलिस बल के साथ मानगो आजादनगर (जाकिरनगर रोड नंबर 17, तेजाब तालाब के समीप ग्रीन वैली) मकान नंबर 92 में छापेमारी की. यहां गिरोह का सरगना मोहम्मद मंजर आलम दबोचा गया. गुप्त सूचना के आधार पर हुए छापेमारी से सरगना के घर के हॉल कंप्यूटर, प्रिंटर्स, सीपीयू, एक दर्जन से ज्यादा पैन ड्राइव,मोबाइल, लैपटॉप, 50 से ज्यादा बने हुए नकली सर्टिफिकेट जब्त किया. फिर आजादनगर थाना में सरगना के विरुद्ध फर्जी सर्टिफिकेट बनाने, धोखाधड़ी करने आदि धारा लगाकर नामजद केस दर्ज किया गया.इस दौरान सरगना के घर इंजीनियरिंग का सर्टिफिकेट डिलेवरी लेने पहुंचे एक युवक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया. युवक ने विदेश जाने के लिए उक्त सर्टिफिकेट लेने का बात पुलिस को पूछताथ में बतायी. इस मौके पर धालभूम अनुमंडल एसडीओ पारुल सिंह ने बताया कि पिछले सप्ताह मानगो में नकली सर्टिफिकेट बनाने वाली की एक गुप्त सूचना मिली थी, जो घर में बुलाकर एडवांस लेने व डिलेवरी देने के लिए अपने घर पर ही बुलाता था. फर्जी सर्टिफिकेटों से शहर के कंपनियों के अलावा देश के विभिन्न राज्यों और विदेशों में नौकरी के लिए उपयोग किया जा रहा है.
छापेमारी में तैयार 50 से ज्यादा नकली सर्टिफिकेट जब्त किया. जबकि सरगना के कमरे से बरामद किये गये पेन ड्राइव व मोबाइल से कई सर्टिफिकेट व सर्टिफिकेट बनाने वालों का भी डिटेल मिला है. इसमें इंजीनियरिंग, डिप्लोमा के अलावा मैट्रिक झारखंड एकेडमिक काउंसिल, वेस्ट बंगाल यूनिवर्सिटी समेत अन्य यूनिवर्सिटी के सर्टिफिकेट जब्त किये गये है. जबकि कई कंपनियों के अनुभव का भी सर्टिफिकेट भी जब्त किया है. आरंभिक जांच व पुलिसिया पूछताछ में सर्टिफिकेट बनाने का रेट व इमर्जेंसी में अधिक रुपये की वसूली की बात सरगना ने स्वीकार की. खबर लिखे जाने तक आजादनगर पुलिस गिरोह में शामिल लोगों और नकली सर्टिफिकेट पर नौकरी करने की सूची बनाकर जांच आरंभ की थी, इस केस को लेकर सरगना के घर के अतिरिक्त एक अन्य जगह में शुक्रवार रात को छापेमारी की भी सूचना है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है