जमशेदपुर. जमशेदपुर फुटबॉल क्लब ने एक अनोखी पहली करते हुए मम्मियों के लिए जमशेदपुर सुपर मदर्स फुटबॉल लीग की शुरुआत की है. इस लीग में वैसी माताएं खेलती हुई नजर आयेंगी, जिनके बच्चे जमशेदपुर फुटबॉल क्लब की ओर से संचालित ग्रासरूट फुटबॉल में ट्रेनिंग हासिल करते हैं. इस अनोखे लीग के लिए लगभग 70 महिलाओं ने अपना रजिस्ट्रेशन करवाया है. लीग के लिए कुल सात टीमों का गठन किया गया है. प्रत्येक टीम में आठ-आठ खिलाड़ी मैदान पर खेलती हुई नजर आयेंगी. इस लीग में कुल 42 मुकाबले खेले जायेंगे. 14 सप्ताह तक चलने वाली इस प्रतियोगिता के मुकाबले हर शनिवार को होगा. मदर्स लीग के सभी मैच 25 मिनट के होंगे. इस लीग के मैचों का आयोजन जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स स्थित आर्चरी ग्राउंड व न्यू फुटसल मैदान में होगा. जेएफसी ग्रास रूट के प्रमुख कुंदन चंद्रा ने बताया कि जमशेदपुर सुपर मदर्स लीग के आयोजन का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के बीच फिटनेस के प्रतीक जागरूकता फैलाना और माताओं को फुटबॉल की विस्तरित जानकारी देना है. जिससे वह अपने बच्चे के ट्रेनिंग में मैदान के पीछे रहकर अहम भूमिका निभा सके. बच्चों के साथ-साथ अभिभावक व पैरेंट्स की भीहोंगे प्रशिक्षित जेएफसी के सीइओ मुकुल चौधरी ने बताया कि ग्रास रुट फुटबॉल से भविष्य का खिलाड़ी तैयार करना आसान काम नहीं है. इसके लिए खिलाड़ियों के साथ-साथ, कोच व उनके माता-पिता को भी ट्रेंड करना होगा. विभिन्न ग्रास रुट स्कूल में समय-समय पर उनके माता-पिता को बुलाकर सेमीनार का आयोजन किया जाता रहा है. लेकिन अब प्रैक्टिकल रूप से बच्चों के माताओं के लिए फुटबॉल टूर्नामेंट का आयोजन होगा. जिससे वह ज्यादा आसानी से इस खेल को समझ सके. मैच के दौरान एक्सपर्ट साफ-सफाई, हाइजीन, चोट के बाद होने वाले उपचार, मैच के दौरान पानी के सेवन व मौसमी फल के सेवन सब चीजें प्रैक्टिकल रूप से बताया जायेगा. माताओं को वेल ड्रेस करनेऔर प्रॉपर शू लेस बांधने की भी ट्रेनिंग दी जायेगी. जिससे छोटे बच्चे का काम आसान हो सके और बच्चे भविष्य में अपनी मां-बाप को देखकर इन चीजों को सिखकर खुद व्यवहार में ला सकें.
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