सिदगोड़ा थाना क्षेत्र में सुवर्णरेखा नदी से अवैध बालू उठाव का सिलसिला जारी है. बारीडीह जिला स्कूल के पास नदी घाट से लगातार बालू का उठाव हो रहा है. अंधेरा होते ही नदी से बालू निकालने का काम शुरु हो जाता है. यह अहले सुबह तक चलता हे. बालू कारोबारी ट्रैक्टर के जरिये बालू का उठाव सप्लाई करते हैं. बागुनहातु में भी सुवर्णरेखा नदी से अवैध बालू उठाव हो रहा है. जानकारी के अनुसार स्थानीय निवासी मनीष टोप्पो, बंते सहित अन्य कई लोग इस कारोबार से जुड़े हैं. नाव के सहारे गहरे पानी में जाकर बालू को निकाला जाता है. नदी से निकलने वाले बालू को 3500 रुपये से लेकर चार हजार रुपये तक में बेचा जाता है. स्थानीय लोगों की माने तो बालू निकासी के अवैध कारोबार में स्थानीय थाना के कुछ पुलिसकर्मी की सहभागिता होती है. इस कारण बालू से लदे वाहन पकड़े नहीं जाते हैं. बीच-बीच में पुलिस व प्रशासन की ओर से छापामारी होती है लेकिन कारोबार नहीं रूकता है. शुक्रवार की रात डीएसपी बीरेन्द्र राम ने बालू घाट पर छापामारी की. पुलिस की भनक लगते ही काम बंद करा दिया गया. डीएसपी के वापस लौटते ही काम फिर शुरु हो गया.
कुछ ही दूरी पर है टीओपी
बालू घाट से कुछ दूरी पर टीओपी है. टीओपी में तैनात पुलिसकर्मी द्वारा इस अवैध कारोबार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाती. टीओपी में कई पुलिसकर्मी वर्षों से जमे हैं. अवैध बालू कारोबारी का तालमेल टीओपी में तैनात पुलिसकर्मियों से है. . इसके लिए मोटी रकम दी जाती है. अवैध बालू के इस कारोबार में पूर्व में जेल जा चुके टोप्पो,कृष और शिव भी शामिल हैं. बागुनहातु बालू घाट से राजू और बजरंग अवैध बालू निकासी का काम कराते हैं.
बालू के अवैध कारोबार से राजस्व की क्षति: अभय सिंह
भाजपा नेता अभय सिंह ने बताया कि अवैध रुप से बालू के कारोबार से सरकार को राजस्व की क्षति हो रही है. बालू घाट के आस पास राजनीतिक दल के लोग भी रहते हैं. कोई आवाज नहीं उठाता. इसकी शिकायत सिदगोड़ा थाना प्रभारी से की गयी. पुलिस व प्रशासन अवैध बालू सप्लाई पर लगाम लगाये.
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