Jamshedpur News :
एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में 500 बेड के अस्पताल के ओपीडी सेवा का शुभारंभ एवं नवनिर्मित भवन का उद्घाटन 5 अक्तूबर को प्रस्तावित है. इसको लेकर शुक्रवार को फाइनल रिहर्सल किया जायेगा. गुरुवार की शाम जिले के डीसी, एसएसपी, एसडीओ, सिविल सर्जन, अस्पताल अधीक्षक, कॉलेज के प्राचार्य के साथ तैयारियों का जायजा लिया. मुख्यमंत्री के आगमन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था, पार्किंग आदि की भी समीक्षा की गयी. बता दें कि पांच अक्तूबर को दिन के डेढ़ बजे मुख्यमंत्री नवनिर्मित अस्पताल का उद्घाटन और ओपीडी सेवा का शुभारंभ करेंगे. इसके अलावा, बालीगुमा में मुख्यमंत्री की सभा होनी है, वहां भी जाकर डीसी-एसपी संग अन्य अधिकारियों ने तैयारियों का जायजा लिया और आश्वयक दिशा-निर्देश दिये.एमजीएम अस्पताल अधीक्षक ने की विभागाध्यक्षों संग बैठक, मांगी सामानों की सूची
गुरुवार को एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल की अधीक्षक शिखा रानी ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ डी हांसदा, उपाधीक्षक नकुल चौधरी सहित सभी विभागों के विभागाध्यक्षों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की. अस्पताल अधीक्षक शिखा रानी ने सभी विभागाध्यक्षों को कहा कि दिसंबर से अस्पताल शुरू किया जाना है. जिसको देखते हुए अस्पताल को सुव्यवस्थित करने एवं बेहतर संचालन को लेकर जो भी जरूरी संसाधन है, उसकी सूची तैयार कर दें, ताकि सामानों की खरीदारी के लिए स्वास्थ्य विभाग को प्रस्ताव भेजा जा सके. बुधवार को स्वास्थ्य मंत्री, स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव, एनएचएम अभियान निदेशक और डीसी ने निरीक्षण किया था. 751 बेड का एमजीएम अस्पताल वर्तमान में बनकर तैयार हो चुका है, 131 बेड आईसीयू, 620 बेड जनरल होंगे. इसी के साथ-साथ 100 बेड का क्रिटिकल केयर यूनिट भी अलग से बनाया जा रहा है. जिससे अस्पताल की कुल कैपेसिटी 851 बेड की हो जायेगी.आरटीआई कार्यकर्ता ने डॉक्टरों की कमी की पीएम से की शिकायत
पीएमओ कार्यालय से अस्पताल अधीक्षक को जांच का आदेश
जमशेदपुर.
पूर्वी सिंहभूम जिला के एमजीएम अस्पताल में डॉक्टरों की कमी से संबंधित शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता संघ के केंद्रीय महासचिव सह आजसू पार्टी के जिला सचिव कृतिवास मंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र भेज की थी. शिकायत पर संज्ञान लेते हुए पीएमओ कार्यालय से पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई से अवगत कराने का आदेश अस्पताल अधीक्षक को दिया है. शिकायत में बताया गया था कि 560 बेड के एमजीएम अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों की भारी कमी से मरीजों को इलाज कराने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर सहायक प्रोफेसर सीनियर रेजिडेंट जूनियर रेजिडेंट मिलाकर कुल 309 पोस्ट है. जिसमें सिर्फ 178 डॉक्टर ही कार्यरत हैं और डॉक्टरों का अब भी 131 पद रिक्त है. एक भी स्थायी ड्रेसर नहीं है. आउटसोर्स कर्मचारी एक्स-रे विभाग को चला रहे हैं. 270 स्थायी नर्सों का एमजीएम अस्पताल में पद है, लेकिन सिर्फ 11 स्थायी नर्सें ही काम कर रही है. कई विभाग में तो आउटसोर्स नर्सों को प्रभारी तक बना दिया गया है.डॉक्टरों की कमी इस प्रकार है
प्रोफेसर स्वीकृत पद 34 कार्यरत 24एसोसिएट प्रोफेसर स्वीकृत पद 40 कार्यरत 10
असिस्टेंट प्रोफेसर स्वीकृत पद 72 कार्यरत 42सीनियर रेजिडेंट स्वीकृत पद 73 कार्यरत 48जूनियर रेजिडेंट स्वीकृत पद 90 कार्यरत 54ओटी असिस्टेंट नहीं है और उसकी जगह आउटसोर्स कर्मियों से काम लिया जा रहा है
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