जमशेदपुर : जुगसलाई में मंटू भालोटिया, अशोक व मानगो में ललित के ठिकानों पर आयकर का छापा

आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को जुगसलाई राम टेकरी रोड स्थित मंटू भालोटिया, अशोक और मानगो निवासी ललित कुमार डांगा के ठिकानों पर छापामारी शुरू की. मंटू भालोटिया घर पर नहीं मिले.

By Prabhat Khabar News Desk | December 20, 2023 5:57 AM
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आयकर विभाग की टीम ने मंगलवार को जुगसलाई राम टेकरी रोड स्थित मंटू भालोटिया, अशोक और मानगो निवासी ललित कुमार डांगा के ठिकानों पर छापामारी शुरू की. मंटू भालोटिया घर पर नहीं मिले. छापामारी के तार रांची के पान मसाला के बड़े कारोबारी जय कुमार सिंघानिया के साथ जुड़े हैं. उनके अपर बाजार ठिकानों पर भी मंगलवार की सुबह से जांच चल रही है. बताया जाता है कि जय कुमार सिंघानियां मंटू के रिश्तेदार हैं. मंगलवार की सुबह आइटी विभाग की टीम रामटेकरी रोड स्थित ठिकानों पर पहुंच थी. टीम ने अपने वाहन मंटू, अशोक व ललित अग्रवाल के घर से दूर रखे थे. घरों को बंद कर छापामारीया जा रहा. किसी को बाहर निकलने अथवा भीतर आने नहीं दिया जा रहा. मंटू भालोटिया के भाई विक्की भालोटिया को पिछले दिनों सेंट्रल जीएसटी डीजीसीआइ जमशेदपुर की टीम ने 10 करोड़ के इनपुट घोटाले में गिरफ्तार कर घाघीडीह जेल भेजा था. आयकर अधिकारियों के अनुसार मंटू भालोटिया के पास जय कुमार सिंघानियां के कच्चे कारोबार का हिसाब-किताब है. वह खुद कई शेल कंपनियों के अलावा फर्जी इनवॉयस, बिल बनाने व फर्जी तरीके से आइटीसी लेने का आरोपी है.

घर से गायब रहता है मंटू भालोटिया

जुगसलाई राम टेकरी रोड निवासी मंटू भालोटिया के बारे में स्थानीय लोगों ने बताया कि उस पर करीब दस करोड़ से अधिक का बाजार का बकाया हो गया है. लोहा-स्क्रैप के कारोबार में उसे भारी नुकसान हुआ, जिसके कारण काफी लोगों ने उसका और कइयों का उसने पैसा रख लिया. वह अपने घर में छिपते-छिपाते पहुंचता था, काफी लोग उसे हर दिन खोजने के लिए आते थे. यही कारण रहा कि जब आइटी की टीम उसके घर सर्वे के लिए पहुंची तो वह नहीं मिला. आयकर विभाग की टीम देर रात तक सर्वे में लगी रही. बताया जाता है कि उसने पटना को अपना नया डेरा बना लिया है.

नोटबंदी के 50 दिनों में जमशेदपुर की पान दुकान से 40 करोड़ के लेन-देन का खुलासा

जमशेदपुर के साकची बाराद्वारी कुम्हारपाड़ा में पान दुकान चलानेवाले मोहन लाल केडिया ने नोटबंदी के 50 दिनों के अंदर करीब 40 करोड़ के गुटखे (रजनीगंधा) का कारोबार किया था. इसका खुलासा आयकर की छापामारी में 2017 में हुआ था. केडिया ने अपनी सास शारदा देवी और पत्नी पिंकी केडिया के अकाउंट से यह राशि झारखंड- बिहार के गुटखा किंग जेबी सिंघानिया के अकाउंट में ट्रांसफर हुई थी. आइटी टीम ने 2017 में भी सिंघानिया और उनके तीन सहयोगियों के ठिकाने पर छापा मारा मारी की थी. जुगसलाई नया बाजार के नीतेश भालोटिया-मंटू भालोटिया व डिमना में ललित अग्रवाल के घर पर भी छापेमारी की गयी थी. छापेमारी में बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक, आइसीआइसीआइ बैंक, एचडीएफसी व इंडसइंड बैंक में 50 अकाउंट का पता चला है, जिसे आयकर विभाग के निर्देश पर बैंक ने फ्रीज कर दिया था.

ऐसे पहुंची आयकर की टीम सिंघानिया तक

2017 में आइटी टीम ने नोटबंदी के बाद वैसे बैक अकाउंट की सूची बैंकों से मांगी थी, जिनमें एक करोड़ से ज्यादा का लेन-देन हुआ है. इस क्रम में शारदा देवी व पिंकी केडिया के बैंक अकाउंट की जानकारी मिली. आइटी टीम ने जांच की, तो पता चला कि पिंकी देवी के पति ने फर्जी तरीके से अकाउंट खोल सिंघानिया के खाते में बड़ी रकम शिफ्ट की है. इसमें मंटू भालोटिया व ललित ने भी मदद की.

हवाला कारोबार से जुड़ा हो सकता पूरा नेटवर्क

सिंघानिया, मोहन लाल केडिया, पिंकी केडिया, शारदा देवी, ललित और नीतेश के बैंक ट्रांजेक्शन और लेन-देन से आइटी टीम को शक है कि सारा नेटवर्क हवाला कारोबार से जुड़ा हो सकता है. जब झारखंड में गुटका बैन है तो फिर यहां माल कैसे पहुंच रहा है. सारा काम कच्चे में हो रहा है.

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