जमशेदपुर : बारीपदा में जुवान ओनोलिया के बैनर तले अंतरराष्ट्रीय संताली साहित्योत्सव सह पुस्तक मेले का हुआ आयोजन

ओडिशा के बारीपदा पीसी आइटीआइ कैंपस में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संताली साहित्योत्सव सह संताली पुस्तक मेले का शुभारंभ हुआ. इसका आयोजन जुवान ओनोलिया के बैनर तले किया जा रहा है.

By Prabhat Khabar | December 24, 2023 2:09 AM

ओडिशा के बारीपदा पीसी आइटीआइ कैंपस में तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संताली साहित्योत्सव सह संताली पुस्तक मेले का शुभारंभ हुआ. इसका आयोजन जुवान ओनोलिया के बैनर तले किया जा रहा है. शनिवार को प्रथम दिन मौके पर बतौर मुख्य अतिथि पद्मश्री डा. दमयंती बेसरा एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में साहित्य अकादमी के क्षेत्रीय सचिव डॉ देवेंद्र कुमार देवेश तथा पहली ट्रांसजेंडर प्रिंसिपल डा. मानवी बंदोपध्याय मौजूद रहीं. पद्मश्री डा. दमयंती बेसरा ने कहा कि संताली साहित्य को समृद्ध बनाने में युवा साहित्यकारों का अहम योगदान है. युवाओं के आगे आने से संताल समाज खुद को काफी गौरान्वित महसूस कर रहा है. विशिष्ट अतिथि साहित्य अकादमी नई दिल्ली के क्षेत्रीय सचिव देवेंद्र देवेश ने कहा कि साहित्य समाज का आइना है. इसमें वही दिखता है जो समाज में घटित होता है. रविवार को अंतरराष्ट्रीय संताली साहित्योत्सव में गैर संतालों का संताली साहित्य के विकास में योगदान, अनुवाद साहित्य, संताली सिनेमा की वर्तमान स्थिति, संताली लोकगीत व आधुनिक गीत समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा किया जायेगा.

8 पुस्तकों का हुआ विमोचन

तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संताली साहित्योत्सव के पहले दिन 8 पुस्तकों का विमोचन किया गया. इसमें साहित्यकार प्रो. श्याम सी टुडू द्वारा रचित आर मित् टाङ दुलाड़, अरुणाचल रेन आदिवासी व दिसोम गोमकेया: बाखुल धाबिज का विमोचन किया गया. वहीं साहित्यकार हाजाम बास्के द्वारा लिखी गयी दुलाड़िया व झलिया मारा:, सलिमा मरांडी की ओनोड़हें थोपे, सुमित्रा मुर्मू की आकाकजाड़ी एवं दुर्गा सोरेन द्वारा लिखित उनि कुड़ी दो ओकाेय आदि प्रमुख पुस्तक हैं.

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