विश्व दिव्यांग दिवस आज
Jamshedpur News :
पूर्वी सिंहभूम जिले में सबसे ज्यादा दिव्यांग ऑर्थो के हैं. जिले के स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार दिसंबर तक स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल 13623 दिव्यांगों के प्रमाण पत्र बनाये गये, जिसमें 6829 सिर्फ ऑर्थो की समस्या से जुड़े दिव्यांग हैं. वहीं 1680 नेत्र रोग, 2117 इएनटी, 2884 मानसिक रोग व 113 ब्लड डिसऑर्डर को प्रमाण पत्र दिया गया. जिले में दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए सिविल सर्जन ऑफिस में हर माह पांच व 25 तारीख को शिविर लगाया जाता है. शिविर में उपस्थित डॉक्टरों के द्वारा जांच कर उनको दिव्यांगता प्रमाण दिया जाता है.दिव्यांग प्रमाण पत्र का उपयोग
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाये गये दिव्यांग प्रमाण पत्र से रेलवे के साथ-साथ कई सरकारी योजनाओं, सरकारी नौकरी सहित अन्य कई जगहों पर छूट मिलती है.रेलवे में किसको कितनी छूट
ऑर्थो – 40 प्रतिशतजो एकदम नहीं सुनता -100 प्रतिशतजो एकदम नहीं देखता -100 प्रतिशत
मानसिक रोगी – 60 प्रतिशतकब और कहां बनता है दिव्यांग प्रमाण पत्र
-हर माह की पांच और 25 तारीख को सिविल सर्जन ऑफिस मेंजिले में कुष्ठ रोग से 1659 लोग हुए दिव्यांग, विभाग में चल रहा इलाज
जिले में कुष्ठ रोग विभाग के द्वारा समय-समय पर जांच कर कुष्ठ रोगियों की खोज की जाती है. जरूरत के अनुसार उनका इलाज कराया जाता है. जिला कुष्ठ विभाग के द्वारा मिली जानकारी के अनुसार पूरे जिले में 30 जून 2024 तक कुष्ठ रोग से प्रभावित होकर 1659 लोग दिव्यांग हुए हैं. जिसमें अभी तक 1058 लोगों का दिव्यांगता प्रमाण भी बनाया जा चुका है. इसमें सबसे ज्यादा कुष्ठ रोग से दिव्यांग हुए 521 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं. वहीं पोटका के 513 मरीज शामिल हैं.किस ब्लॉक में कितने दिव्यांग मिले
ब्लॉक दिव्यांग मरीजचाकुलिया- 73बहरागोड़ा-152धालभूमगढ़-38घाटशिला- 68
मुसाबनी-73डुमरिया-35पोटका- 513जुगसलाई- 79
पटमदा- 107अर्बन-521सिविल सर्जन ऑफिस में हर माह पांच व 25 तारीख को शिविर लगाकर दिव्यांगों की जांच की जाती है. इसके बाद डॉक्टरों के द्वारा जांच करने के बाद उनको प्रमाण पत्र दिया जाता है.
डॉ साहिर पाल, सिविल सर्जनB
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