Jamshedpur News : टीसी कर्मचारी यूनियन के पूर्व सहायक सचिव चंद्रभूषण बर्खास्त
Jamshedpur News : टाटा कमिंस कंपनी प्रबंधन ने मारपीट के एक मामले में टीसी कर्मचारी यूनियन के पूर्व सहायक सचिव चंद्रभूषण पांडेय को गुरुवार को बर्खास्त कर दिया.
टाटा कमिंस प्रबंधन ने मारपीट के एक मामले में की कार्रवाई
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टाटा कमिंस कंपनी प्रबंधन ने मारपीट के एक मामले में टीसी कर्मचारी यूनियन के पूर्व सहायक सचिव चंद्रभूषण पांडेय को गुरुवार को बर्खास्त कर दिया. दोपहर में कंपनी प्रबंधन की ओर से बर्खास्ती का पत्र चंद्रभूषण पांडेय को सौंप दिया गया. टाटा कमिंस जमशेदपुर प्लांट में मारपीट के मामले में चंद्रभूषण पांडेय टीसी कर्मचारी यूनियन के दूसरे पूर्व पदाधिकारी हैं, जिन्हें कंपनी प्रबंधन ने बर्खास्त किया है. दिसंबर 2019 में मारपीट के एक मामले में प्रबंधन ने यूनियन के पूर्व महामंत्री अरुण सिंह को भी बर्खास्त कर दिया था. अरुण सिंह की बर्खास्तगी के मामले में टाटा कमिंस कंपनी के चेयरमैन, प्रबंध निदेशक, प्लांट हेड सहित शीर्ष 11 अधिकारियों के खिलाफ न्यायालय में मामला चल रहा है. स्वयं श्रम विभाग ने प्रबंधन के अधिकारियों के खिलाफ सीजेएम कोर्ट में केस दायर किया था. प्रबंधन की इस कार्रवाई पर भी सवाल उठाये जा रहे हैं. कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त है. चंद्रभूषण पांडेय कंपनी के एटीपी विभाग में कार्यरत थे. पहली बार 2015 में कमेटी मेंबर चुने गये. साल 2018 में वे सहायक सचिव चुने गये. तीसरी बार उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा.क्या है आरोप
पिछले साल जनवरी में टीसी कर्मचारी यूनियन के कमेटी मेंबरों के व्हाट्सएप ग्रुप में चंद्रभूषण पांडेय, राजू मूर्ति तथा हरीश सुनानी ने किसी मामले पर टिप्पणी की थी. इस टिप्पणी पर पहले फ्लोर शॉप में तीनों के बीच बहस हुई. चंद्रभूषण पांडेय पर आरोप लगा कि उसने बहस के दौरान राजू मूर्ति के साथ मारपीट की. प्रबंधन को इस घटना की सूचना मिली. प्रबंधन ने राजू मूर्ति तथा हरीश सुनानी से शिकायत करने को कहा, लेकिन दोनों ने शिकायत दर्ज नहीं करायी. प्रबंधन ने सीसीटीवी फुटेज आदि से घटना को देखा. जिसके बाद चंद्रभूषण पांडेय को चार्जशीट और यूनियन के सहायक सचिव राजू मूर्ति तथा पूर्व कमेटी मेंबर हरीश सुनानी को शो-कॉज किया था. इसी मामले में गुरुवार को कंपनी ने चंद्रभूषण पांडेय को बर्खास्त कर दिया.शिकायतकर्ता कोई नहीं
चंद्रभूषण पांडेय पर भले ही मारपीट का आरोप है, लेकिन किसी कर्मचारी ने इसकी लिखित शिकायत प्रबंधन से नहीं की है. क्योंकि पहले ही कंपनी परिसर के बाहर हुए मारपीट के एक मामले में प्रबंधन ने पूर्व महामंत्री अरुण सिंह को बर्खास्त कर दिया था. पूर्व की घटना को देखते हुए किसी ने मामले में पार्टी बनने से इंकार कर दिया था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है