कांग्रेस और आजसू नेताओं ने किया स्टेशन का घेराव, 16 लाख मुआवजे की मांग
Jamshedpur News :
टाटानगर रेलवे स्टेशन में ठेका कर्मी बागबेड़ा रेलवे ट्रैफिक कॉलोनी निवासी शंकर कुमार यादव की मौत हो गयी. उसकी मौत के बाद स्थानीय लोगों ने मुआवजा की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया. कांग्रेस, आजसू समेत अन्य दलों के नेता वहां पहुंचे मृतक के परिजनों को 16 लाख रुपये मुआवजा की मांग की. कहा कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे लोग आंदोलन को तेज करेंगे और रेलवे ट्रैक को जाम कर देंगे. गुरुवार रात वह काम करने स्टेशन पहुंचा था. लेकिन स्टेशन के बाहर ही वह गिर गया. इसके बाद उसको स्थानीय लोगों और कुलियों ने उसको तत्काल टाटा मुख्य अस्पताल ले गये, जहां उसको चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया.जानकारी अनुसार शंकर करीब 10 से 15 सालों से काम कर रहा है. वह नाइट शिफ्ट की ड्यूटी लगातार कर रहा था. परिजनों का आरोप है कि इस तरह की अमानवीय ड्यूटी कराने के कारण ही उनकी मौत हुई. सूचना पाकर परिजन टीएमएच अस्पताल पहुंचे, जहां परिजनों को बताया गया कि शंकर की मृत्यु हो गई है. परिजनों ने ठेका कंपनी के पदाधिकारियों से बात करने का प्रयास किया, लेकिन ठेका कंपनी के पदाधिकारियों ने बात करने से साफ इनकार कर दिया. इसके बाद परिजनों ने कांग्रेस पार्टी के जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे से संपर्क किया.कांग्रेस जिला अध्यक्ष आनंद बिहारी दुबे और आजसू के वरिष्ठ नेता कन्हैया सिंह समेत अन्य नेता पहुंचे और परिजनों के साथ रेलवे के अधिकारियों का घेराव कर दिया. बताया जाता है कि आरपीएफ और रेलवे के अधिकारी वहां परिजनों से बात करना नहीं चाहते थे और टाल मटोल कर रहे थे. इसके बाद हंगामा बढ़ गया और फिर किसी तरह मामले को शांत कराया गया. इन लोगों का कहना है कि काम के दौरान यह घटना घटी है, जिस कारण उनके परिजनों को हर हाल में 16 लाख रुपये मुआवजा दिया जाना चाहिए. इन लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो वे आंदोलन करेंगे. अंतिम संस्कार नहीं करेंगे.फिलहाल शव को टीएमएच के शीतगृह में रख दिया गया है. इस आंदोलन में कांग्रेस नेता अजय मंडल, प्रखंड अध्यक्ष आशीष ठाकुर, आजसू पार्टी नेता भी पहुंचे थे. वार्ता के दौरान स्टेशन उपनिदेशक सुनील कुमार, आरपीएफ प्रभारी राकेश मोहन समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे. जीआरपी थाना प्रभारी राम प्यारे राम ने बताया कि शंकर कुमार यादव बीती रात स्टेशन के बाहर रात लगभग 11:00 बजे के आसपास स्टेशन के बाहर लगे इंजन के पास गिर गया था. लोगों की मदद से टीएमएच भिजवाया गया था. दूसरी ओर मृतक की मां सीता देवी ने बताया कि उनका बेटा लगभग 10 से 15 वर्षों से यह कार्य कर रहा था. अचानक बीती रात को फोन आया और उसकी मृत्यु हो गई. उचित मुआवजा चहिए क्योंकि वह घर का अकेला था, जो कमाता था. कैसे हादसा हुआ है, इसकी भी जांच की जानी चाहिए.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है