Jamshedpur News : पिछले दिनों मुसाबनी व पटमदा में डायरिया फैला था. उस वक्त जांच टीम ने पानी का सैंपल लिया था, जिसकी जांच रिपोर्ट आ गयी है. रिपोर्ट के अनुसा एंटरोकाकस फेकेलिस बैक्टीरिया के कारण वहां डायरिया फैला था. यह बैक्टीरिया मिलने का मतलब है पानी दूषित है, पीने योग्य नहीं है. जिला महामारी रोग विशेषज्ञ डॉ. असद ने कहा कि एंटरोकोकस फेकेलिस बैक्टीरिया की एक प्रजाति है, जो स्वाभाविक रूप से आंतों में पायी जाती है. हालांकि यह उस वातावरण में हानिरहित होता है, लेकिन अगर यह शरीर के अन्य हिस्सो में फैल जाये तो यह गंभीर संक्रमण पैदा कर सकता है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है