Jamshedpur News : ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह हत्याकांड में मुख्य आरोपी रोहित समेत पांच गिरफ्तार
Jamshedpur News : मानगो गुरुद्वारा बस्ती में ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रोहित दीक्षित समेत पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया है.
एक पिस्तौल, एक कट्टा, एक जिंदा कारतूस और स्कूटी बरामद
पिता की हत्या का बदला व क्षेत्र में वर्चस्व स्थापित करने के लिये ट्रांसपोर्टर की ली जान
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मानगो गुरुद्वारा बस्ती में ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह की हत्या के मामले में पुलिस ने मुख्य आरोपी रोहित दीक्षित समेत पांच युवकों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने गिरफ्तार युवकों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त पिस्तौल, एक कट्टा, स्कूटी के अलावा एक जिंदा कारतूस बरामद की है. बुधवार को केस का उद्भेदन करते हुये एसएसपी किशोर कौशल ने पत्रकारों को बताया कि संतोष सिंह की हत्या रोहित दीक्षित ने अपने पिता की हत्या का बदला लेने के लिये की. रोहित के पिता डब्बू दीक्षित की हत्या में संतोष सिंह भी आरोपी बनाया गया था. उसे जेल भी जाना पड़ा था. हालंकि बाद में वह छूट गया था. इसके अलावा रोहित दीक्षित मानगो क्षेत्र में अपना गिरोह भी तैयार कर रहा था. अपराध जगत में अपने गिरोह का वर्चस्व स्थापित करने के लिए भी इस घटना को अंजाम दिया गया.विवेक और अंकित ने वारदात के दिन की थी संतोष की रेकी
संतोष सिंह हत्याकांड में दो युवक रौनक सिंह और निखिल को पुलिस ने गत 27 जनवरी को गिरफ्तार कर जेल भेजी है. अब मुख्य आरोपी रोहित दीक्षित समेत पांच को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार युवकों में मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी रोहित दीक्षित, न्यू उलीडीह शिव मंदिर लाइन निवासी शुभम कुमार, भुइयांडीह छायानगर निवासी विमल गोप, मानगो गुरुद्वारा रोड निवासी विवेक कुमार तिवारी और अंकित शर्मा शामिल है. विवेक कुमार तिवारी और अंकित शर्मा ने वारदात के दिन संतोष सिंह की रेकी की थी. जबकि गोली चलाने के दौरान घटनास्थल पर रोहित दीक्षित, विकास गोप और शुभम कुमार मौजूद था. गिरफ्तार शुभम कुमार के खिलाफ पूर्व में उलीडीह थाना में केस दर्ज है. बाकी अन्य के खिलाफ अबतक कोई केस दर्ज नहीं है. छापेमारी टीम में डीएसपी भोला प्रसाद, मानगो थाना प्रभारी निरंजन कुमार समेत कई एसआई और आरक्षी शामिल थे. मालूम हो कि गत 19 जनवरी की देर शाम स्कूटी पर सवार तीन युवकों ने ट्रासंपोर्टर संतोष सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी थी. इस मामले में मृतक के भाई पूर्व कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ने मानगो थाना में रोहित दीक्षित, विकास गोप, शुभम कुमार, डॉली दीक्षित, प्रेम दीक्षित, उनकी पत्नी, निखिल, घनश्याम सिंह समेत अन्य के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज करायी थी.निखिल करता था गिरोह को फाइनांस
पुलिस के अनुसार मानगो का निखिल सिंह गिरोह को फाइनांस करता था. निखिल सिंह व उसके पिता सूद का कारोबार करते हैं. सूद से मिले रुपये वह रोहित दीक्षित व उसके साथियों पर खर्च करता था. संतोष सिंह की हत्या में मानसिक व आर्थिक रूप से निखिल सिंह ने रोहित दीक्षित व उसके साथियों की मदद की थी.पुलिस की जांच सही नहीं, निर्दोष विवेक को भेजा जेल : जितेंद्र सिंह
ट्रांसपोर्टर संतोष सिंह के भाई व पूर्व कांग्रेस नेता जितेंद्र सिंह ने कहा कि पुलिस की जांच सही दिशा में नहीं जा रही है. रोहित समेत उसके साथियों को फाइनांस करने वाले का पुलिस पता लगाये. इस मामले में पुलिस ने निर्दोष विवेक तिवारी को भी जेल भेज दिया. जबकि विवेक का कुछ दिनों पूर्व रोहित के भाई से विवाद हुआ था.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है