Jamshedpur News : बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह की दीवार फांद पांच बाल बंदी फरार, चार को पुलिस पकड़ा
Jamshedpur News : घाघीडीह स्थित बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह की दीवार फांद कर पांच बाल बंदी फरार हो गये.
एक बाल बंदी अब भी फरार, पुलिस कर रही छापेमारी
हाल में हुई है मारपीट और अनैतिक कार्य जैसी घटनाएं
पूर्व में भी दीवार फांद कर फरार हो चुके हैं बाल बंदी
Jamshedpur News :
घाघीडीह स्थित बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह की दीवार फांद कर पांच बाल बंदी फरार हो गये. बाल बंदी के फरार होने के बाद बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह में हडकंप मच गया. घटना की जानकारी परसुडीह पुलिस को दी गयी. उसके बाद पुलिस ने पूरे दिन छानबीन कर चार बाल बंदियों को पकड़ लिया. जबकि एक बाल बंदी अभी भी फरार है. पुलिस उसे खोजने में जुटी है. फरार होने वाले बाल बंदी में से दो पर हत्या और एक पर दुष्कर्म का आरोप है. घटना मंगलवार की रात करीब दो बजे की है. घटना के संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घाघीडीह स्थित बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह में बुधवार की सुबह छह बजे हर दिन की तरह बाल बंदियों की गिनती शुरू की गयी. इस दौरान प्रबंधन ने पाया कि पांच बाल बंदी कम हैं. उसके बाद बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह में हड़कंप मच गया.वार्ड की खिड़की की जाली उखाड़ निकले बाल बंदी
बाल बंदी के कम पाये जाने के बाद मामले की छानबीन शुरू की गयी. सीसीटीवी फुटेज को चेक किया गया. जिसमें देखा गया कि पांचों बाल बंदियों ने पहले वार्ड की खिड़की में लगी जाली को उखाड़ा, फिर उसे से एक-एक कर वार्ड से बाहर निकले. उसके बाद एक लंबी रस्सी में गांठ बनाकर दीवार पर फंसाया और उसके बाद सभी उसी रस्सी के सहारे दीवार फांद कर फरार हो गये. फरार होने के दौरान बंदियों ने कुछ सामान को भी क्षतिग्रस्त किया है.
दो घटना के बाद भी नहीं बढ़ाई सुरक्षा
बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह में हाल के दिनों में हुई दो-तीन बड़ी घटना के बाद भी बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह प्रबंधन की ओर से काेई ठोस कदम नहीं उठाया गया. बताया जाता है कि बाल बंदियों के बीच एक माह में दो बार मारपीट की घटना हुई़ है. पहली घटना में चार बाल बंदी जख्मी हो गये थे. परसुडीह पुलिस को पहुंचकर मामले को शांत कराना पड़ा था. वहीं एक बाल बंदी के साथ अनैतिक कार्य करने का मामला प्रकाश में आया है. इस मामले में केस भी दर्ज किया गया है.पूर्व में भी दीवार फांद कर फरार हो चुके हैं बाल बंदी
बताया जाता है कि बाल सुधार व संप्रेक्षण गृह से पूर्व में कई बार बाल बंदी दीवार फांद कर फरार हो चुके हैं. घटना के बाद कुछ दिनों तक सुरक्षा व्यवस्था को टाइट किया जाता है, लेकिन उसके बाद सब कुछ पहले की तरह ही हो जाता है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है