Jamshedpur News : पार्टियों के टेंट में झालमुड़ी से लेकर बिरयानी तक की बहार
Jamshedpur News : सोमवार का दिन. दोपहर के 12.45 बज रहे थे. जमशेदपुर को- ऑपरेटिव कॉलेज में प्रवेश करने के साथ ही सुरक्षाकर्मियों की नजर पड़ती है. सबसे पहले ऊपर से नीचे तक स्कैन करते हैं. जब उन्हें बताया कि मीडिया से हूं.
कार्यकर्ताओं की शिफ्ट के अनुसार लग रही है ड्यूटी
हंसी-मजाक से लेकर किस्से-कहानियों व चुटकुलों में बीत रहा समय
Jamshedpur News :
सोमवार का दिन. दोपहर के 12.45 बज रहे थे. जमशेदपुर को- ऑपरेटिव कॉलेज में प्रवेश करने के साथ ही सुरक्षाकर्मियों की नजर पड़ती है. सबसे पहले ऊपर से नीचे तक स्कैन करते हैं. जब उन्हें बताया कि मीडिया से हूं. तो उन्होंने को-ऑपरेटिव ग्राउंड की ओर जाने देते हैं, साथ ही हिदायत देते हैं कि गाड़ी ग्राउंड में ही लगाएं. गाड़ी खड़ी करते ही आसपास के राजनीतिक दलों के टेंट से भोजन की खुशबू आती है. अदरक कूटने की आवाज आ सुनाई देती है. टेंट के किचन में जाकर देखने पर पता चलता है कि मंत्री बन्ना गुप्ता ( कांग्रेस) के कैंप में बिरयानी बन रही थी. उसी का मसाला तैयार हो रहा था. यहां वरिष्ठ कांग्रेसी नेता संजय यादव मिलते हैं. पूरे उत्साह के साथ बताते हैं कि इस बार पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही सीट कांग्रेस जीत रही है. स्ट्राॅन्ग रूम के बाहर लगे टेंट के बारे में बताते हैं कि यहां रात में भी कार्यकर्ता रह रहे हैं. उनके लिए बाकायदा बेड लगाया गया है. वहीं, जमशेदपुर पूर्वी से निर्दलीय प्रत्याशी शिव शंकर सिंह के कैंप में भी युवाओं की अच्छी खासी भीड़ है. यहां हनी मिले. हनी ने चुनाव प्रबंधन की जिम्मेदारी संभाली थी. उनसे यह पूछा कि स्टॉन्ग रूम की कमान जब झारखंड पुलिस के जवान और अर्ध सैनिक बलों के हवाले है फिर सभी पार्टियों के कार्यकर्ता दिन-रात यहां पहरेदारी क्यों कर रहे हैं. क्या जवानों पर भरोसा कम है? इस पर हनी अपने तरीके से जवाब देते हैं. वे बताते हैं कि यह परिपाटी चली आ रही है. कार्यकर्ता पूरे चुनाव में उत्साह से कार्य करते हैं. ऐसे में यहां उन्हें एक अवसर मिलता है जब वे साथ मिलते हैं, बातचीत करते हैं, समय बिताते हैं, एक तरह से पिकनिक का माहौल रहता है.इसी बीच होती है झालमुड़ी बेचने वाले की इंट्री.
अलग-अलग पार्टियों के कार्यकर्ता जब तक खाना तैयार नहीं होता है, तब तक हल्के-फुल्के खान-पान से खुद को तरोताजा रखते हैं. सभी दलगत भावना से ऊपर उठ कर एक दूसरे के साथ झालमुड़ी खाते हैं. यहां पैसा कौन देगा, इस पर कार्यकर्ताओं ( भाजपा-कांग्रेस) में हंसी-मजाक भी होती है. इसके बाद झामुमो कार्यकर्ता पैसा देते हैं. साथ-साथ चाय भाजपा के कैंप से पीने का दबाव बनता है. यहां का माहौल कुछ अलग ही दिखाई देता है. चुनाव में जहां एक-दूसरे से खिलाफ बयानों के तीर चल रहे थे. वहीं स्ट्रांग रूम के बाहर लगे टेंट में कड़वाहट न के बराबर दिख रही है. भाजपा कैंप में पूर्व जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार नजर आते हैं. उन्होंने बताया कि भाजपा कैंप में 12-12 घंटे की शिफ्ट लगायी गयी है. सोमवार को साकची मंडल की बारी थी. सुबह 7 बजे से शाम सात बजे तक एक शिफ्ट जबकि शाम सात बजे से सुबह सात बजे तक दूसरी शिफ्ट चलती है. दिनेश कुमार ने कहा कि एनडीए गठबंधन की जीत हो रही है. उन्होंने भी टेंट में खाने-पीने के भरपूर बंदोबस्त होने की बात कही.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है