सोनारी मरीन ड्राइव के कचरे के निष्पादन का ठोस उपाय नहीं, घनी आबादी के करीब पहुंचा कचरा
आग को भी बुझाने की कोशिश की जा रही है. वैसे दावे और योजना के मुताबिक, वहां के कचरे को पीछे ढकेला जाना है. इसके समतलीकरण के बाद वहां पार्क बनाया जाना है. पार्क को बनाने के पहले कचरा को कहीं और गिराने की व्यवस्था की जानी है. यह मुश्किल काम है.
पूर्वी सिंहभूम के जिला मुख्यालय जमशेदपुर के सोनारी मरीन ड्राइव पर कचरा के निष्पादन को लेकर किये गये दावे के बीच कचरा को पीछे ढकेला जा रहा है. गाड़ियों से पहले तो यह कहा गया था कि सारे कचरे को ट्रांसफर किया जा रहा है, लेकिन तीन बड़े बुल्डोजर और हाइवा गाड़ियां लगायी गयी हैं, जिसके जरिये कचरा को पीछे ढकेलकर समतलीकरण किया जा रहा है.
आग बुझाने की कोशिश
इसके तहत आग को भी बुझाने की कोशिश की जा रही है. वैसे दावे और योजना के मुताबिक, वहां के कचरे को पीछे ढकेला जाना है. इसके समतलीकरण के बाद वहां पार्क बनाया जाना है. पार्क को बनाने के पहले कचरा को कहीं और गिराने की व्यवस्था की जानी है. यह मुश्किल काम है.
Also Read: जमशेदपुर के सोनारी मरीन ड्राइव के कचरा डंपिंग साइट में डेढ़ महीने से लगी है आग, जहरीले धुएं से घुट रहा दम
प्रशासन के पास खैरबनी का ही विकल्प
इसके लिए प्रशासन के पास खैरबनी का ही विकल्प है. बताया जाता है कि हर हाल में तीन माह का समय निर्धारित किया गया है, जिसमें नये स्थान पर कचरे के विकल्प पर फैसला प्रशासन लेगा. फिलहाल, इसको कंट्रोल में लाने के लिए कोशिशें की जा रही है.
फ्लैटों के नजदीक पहुंचा कचरा
जमशेदपुर अक्षेस के अलावा मानगो नगर निगम के कचरे का निष्पादन कैसे किया जाये, इसका अब तक कोई विकल्प नहीं है. अब स्थिति यह है कि जो खाली पड़े स्थान थे, उस ओर कचरा को भर दिया जा रहा है. ऐसे में फ्लैटों के नजदीक तक यह कचरा चला जा रहा है. इस कारण इसका दायरा बढ़ने से आसपास की बस्तियों के लोगों की भी मुश्किलें बढ़ रही हैं.
कचरा का हो रहा है बेहतर प्रबंधन : जमशेदपुर अक्षेस
जमशेदपुर अक्षेस के विशेष पदाधिकारी संजय कुमार ने बताया कि कचरा के बेहतर प्रबंधन को लेकर कदम उठाये जा रहे हैं. आग को कंट्रोल करने में हम लोग कामयाब हुए हैं. अभी कचरा को व्यवस्थित किया जा रहा है, जिसके बाद वहां विकास के और काम किया जायेगा.