उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसा: 500 मीटर में फैले थे शवों के टुकड़े, इक्ट्ठा करने में लगे दो घंटे

टाटानगर रेलवे स्टेशन पर भी हूटर बजाकर सबको आगाह किया गया, जिसके बाद एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल खुद रिलीफ ट्रेन लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और टाटानगर जीआरपी थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी व अन्य लोगों के साथ मिलकर शवों को ट्रैक पर से समेटा और रिलीफ ट्रेन से लेकर टाटानगर पहुंचे.

By Prabhat Khabar News Desk | January 19, 2024 2:56 PM
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Jamshedpur News: गम्हरिया रेलवे स्टेशन के पास उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आने से चार लोगों की मौत की सूचना के बाद पूरे इलाके में कोहराम मचा हुआ है. घटना इतनी दर्दनाक थी कि एक को छोड़ सभी शवों के चिथड़े-चिथड़े हो गये थे. इस दौरान करीब 500 मीटर तक शवों के अंग अलग-अलग जगहों पर बिखरे पड़े थे. शवों को उठाने में स्वीपरों के साथ-साथ पदाधिकारी भी लगे रहे. लाइट जलाकर पटरी पर खोज-खोजकर अंगों को एकत्रित करना पड़ा. शवों के अंग एक से दूसरे ट्रैक पर बिखर हुए थे. करीब दो घंटे शवों के हिस्सों को खोजने में लगे.

टाटानगर स्टेशन पर बजा हूटर, रिलीफ ट्रेन दो घंटे बाद पहुंची

टाटानगर रेलवे स्टेशन पर भी हूटर बजाकर सबको आगाह किया गया, जिसके बाद एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल खुद रिलीफ ट्रेन लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और टाटानगर जीआरपी थाना प्रभारी गुलाम रब्बानी व अन्य लोगों के साथ मिलकर शवों को ट्रैक पर से समेटा और रिलीफ ट्रेन से लेकर टाटानगर पहुंचे. इसके बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की जा रही है. शव इतने हिस्से में कट चुके थे कि वह मांस के लोथरे में बदल गया था. शवों के तमाम हिस्सों को किसी तरह बटोरकर लाया जा सका. कड़ाके की ठंड और घनघोर अंधेरे के बीच जेनरेटर की लाइट में शवों के अंगों को उठाया जा सका. घटना से करीब दो घंटे बाद यानी रात करीब आठ बजे टाटानगर रेलवे स्टेशन से रिलीफ ट्रेन घटनास्थल पर पहुंची. इसके बाद पदाधिकारियों द्वारा तत्परता दिखाते हुए तत्काल शवों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी. इस दौरान दो घंटे में चारों शवों को जब्त कर रिलीफ ट्रेन में लादकर टाटानगर के लिए रवाना किया गया.

शाम 6.55 बजे ट्रेन के गार्ड ने दी जानकारी

घटनास्थल पर एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल ने बताया कि शाम 6.55 बजे उत्कल एक्सप्रेस के गार्ड ने जानकारी दी कि दो लोग ट्रेन से कट गये है. फिर सूचना आयी कि शवों की संख्या दो से अधिक है. इसके बाद रिलीफ टीम लेकर हम लोग पहुंचे और शवों को कब्जा में लिया. पहचान की कोशिश की जा रही है. कैसे घटना घटी है, यह समझ से परे है.

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ट्रैक पार करते हुए समय हुआ हादसा, आसपास टाल और शराब के अड्डे

रेलवे ने ट्रैक पार करते समय हादसा होने की संभावना जतायी है. स्थानीय लोगों ने बताया कि चूंकि एरिया सुनसान है और आसपास तीन थाना क्षेत्र हैं. घटनास्थल के पश्चिम की ओर आरआइटी थाना क्षेत्र का नीमपाड़ा गांव है, जबकि दूसरी तरफ आदित्यपुर और गम्हरिया थाना का भी हिस्सा है. आसपास टाल और शराब के अड्डे हैं. वहां से लोग लौट रहे हो, तब धुंध के कारण हो सकता है कि नहीं दिखा हो और ट्रेन की चपेट में आ गये होंगे.

साढ़े 23 घंटा देर से चल रही थी ट्रेन

उत्कल एक्सप्रेस का टाटानगर पहुंचने का वास्तविक समय बुधवार शाम करीब सात बजे था, लेकिन धुंध की वजह से ट्रेन करीब साढ़े 23 घंटे विलंब से चल रही थी. इसी बीच यह हादसा हो गया.

इस तरह की पहली घटना से सनसनी

स्थानीय लोगों के अनुसार, ट्रेन की चपेट में आकर एक साथ चार लोगों की मौत इलाके की पहली घटना है, जिससे क्षेत्र में कोहराम मच गया है. घटना के बाद स्थानीय लोगों की भीड़ उमड़ गयी, लेकिन शव इतनी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये थे कि उनकी पहचान कर पाना संभव नहीं हो पाया.

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पहले पहुंची गम्हरिया थाना पुलिस

घटना की सूचना मिलते ही गम्हरिया थाना प्रभारी आलोक दुबे घटनास्थप पर दलबल के साथ पहुंचे. साथ ही, रेलकर्मियों से घटना से संबंधित जानकारी ली. वहीं, शवों की पहचान करने में जुट गये, हालांकि मृतकों की पहचान नहीं हो पायी. इसके बाद रेल पुलिस व आदित्यपुर थाना पुलिस पहुंची.

रेल एसपी समेत कई वरीय अधिकारी पहुंचे घटनास्थल पर

रेल एसपी ऋषभ झा के अलावा एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल समेत तमाम पदाधिकारी पहुंचे थे. पूरी घटना की जांच की गयी. इस दौरान हादसा कैसे हुआ, अधिकारियों ने घटनास्थल पर इसका भी जायजा लिया.

टाटानगर पर कई ट्रेनों को रोका गया

इस हादसे के बाद टाटानगर रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनों को रोका गया. गम्हरिया स्टेशन से आने और जाने वाली सारी ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया था. करीब तीन घंटे तक इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन ठप रहा. शवों को उठाने के बाद ही परिचालन सामान्य हो पाया. इस दौरान टाटानगर स्टेशन पर अफरा-तफरी मची हुई थी.

सभी पुरुष के शव हो सकते हैं, चार की ही मौत : रेल एसपी

रेल एसपी ऋषभ झा ने बताया कि सारे शव पुरुष के ही हो सकते हैं. चार लोगों की ही मौत की अब तक जानकारी है. लेकिन अभी पहचान की जा रही है. इसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है.

ट्रेसपासिंग के चक्कर में हुआ हो हादसा : एरिया मैनेजर

एरिया मैनेजर अभिषेक सिंघल ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है. ट्रेसपासिंग (बाहरी लोगों का रेलवे ट्रैक पर जाना) के चक्कर में यह हादसा हुआ होगा, ऐसा लगता है. लेकिन अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है.

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