Jamshedpur News : चार महीने बाद अल्केमिस्ट एविएशन में शुरू होगी पायलट ट्रेनिंग, पढ़िये क्या बोले- संचालक मृणालकांति पाल
Jamshedpur News : सोनारी एयरपोर्ट पर हवाई जहाज और पायलट की ट्रेनिंग देने वाली कंपनी अल्केमिस्ट एविएशन से एक जनवरी से फिर से ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी.
सोनारी एयरपोर्ट से छात्र ट्रेनी विमान में भरेंगे उड़ान
सुरक्षित ट्रेनिंग को लेकर डीजीसीए के जारी गाइडलाइन का होगा पालन
हादसे के बाद से 15 छात्रों ने छोड़ दी ट्रेनिंग
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सोनारी एयरपोर्ट पर हवाई जहाज और पायलट की ट्रेनिंग देने वाली कंपनी अल्केमिस्ट एविएशन से एक जनवरी से फिर से ट्रेनिंग शुरू हो जायेगी. इसकी आधिकारिक जानकारी अल्केमिस्ट एविएशन के संचालक मृणालकांति पाल ने बेल्डीह क्लब में संवाददाता सम्मेलन कर दी. उनके साथ चीफ फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर कैप्टन अंशुमन कुमार सिंह, कैप्टन मनीष भाष्कर, कैप्टन अंजय और अन्य लोग मौजूद थे. इस दौरान मृणाल कांति पाल ने कहा कि चांडिल डैम में हुए विमान हादसे ने हम सबको अंदर से दुखी कर दिया था. डीजीसीए ने ऐहतियात के तौर पर ट्रेनिंग के लाइसेंस को सस्पेंड कर दिया था. इसमें किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं पायी गयी थी. लेकिन अब सस्पेंशन को 24 दिसंबर को हटा दिया गया है. लिहाजा एक जनवरी से फिर से ट्रेनिंग शुरू की जायेगी. अगर खरमास का कोई मामला होगा तो फिर खरमास के बाद इसे शुरू किया जायेगा, लेकिन अभी हम लोग 1 जनवरी की तिथि तय किये हैं.विमान हादसे में मरने वाले दोनों पायलटों को दिया जायेगा मुआवजा
उन्होंने बताया कि चांडिल डैम में विमान हादसे में जान गंवाने वाले दोनों पायलटों को दो करोड़ का मुआवजा दिया जायेगा. इसकी कागजी प्रक्रिया में चल रही है. विमान का 40 लाख रुपये का इंश्योरेंस की राशि मिलनी है. दस्तावेजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद मुआवजा की राशि दी जायेगी.हादसे के बाद 15 लोगों ने बदल लिया संस्थान
मृणाल कांति पाल ने बताया कि विमान हादसे के बाद 45 में से 30 लोग ही ट्रेनिंग के लिए बचे हैं. 15 लोगों ने अपना संस्थान बदल लिया है. उन्होंने बताया कि सेफ्टी की जहां तक बात है तो डीजीसीए के ट्रेनिंग देने के प्रावधान और एसओपी का पालन हमलोग करेंगे. अभी हमारे पास तीन विमान है, जिससे ट्रेनिंग दी जायेगी. नये ट्रेनिंग लेने वाले बच्चे भी दाखिला ले सकते हैं. कॉमर्शियल ट्रेनिंग लेने वाले को 200 घंटे की हवाई यात्रा पूरी करनी होती है. 350 घंटे की थ्योरी और 30 घंटे का सिमुलेटर की ट्रेनिंग करनी होती है. इसके लिए 40 लाख रुपये फीस है. वहीं शौकिया लोग भी ट्रेनिंग लेते हैं, जिसके लिए 40 घंटे की उड़ान करनी होती है. दस घंटे का सिमुलेटर चलाना होता है. 12 लाख रुपये में यह ट्रेनिंग ली जा सकती है. उन्होंने कहा कि फ्लाइट को लेकर हमारी ओर से किसी तरह की कोई गड़बड़ी नहीं की गयी है. यह डीजीसीए की जांच में साफ हो चुकी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है