Jamshedpur News : विमान हादसा मामला : कंपनी ने खुद को बताया निर्दोष, कहा- पायलट ने पांच के बजाये आठ माइल की दूरी तय की

विमान हादसे के बाद, अलकेमिस्ट एविएशन के प्रमुख मृणाल कांति पॉल ने चीफ फ्लाइट इंस्ट्रक्टर कैप्टन अंशुमन के साथ बेल्डीह क्लब में मीडिया के सामने आकर वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआइबी) की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की. रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने अपनी कंपनी को निर्दोष बताया

By Prabhat Khabar News Desk | September 25, 2024 9:15 PM
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विमान हादसा : एविएशन कंपनी ने प्रस्तुत की एएआइबी की रिपोर्ट

Jamshedpur News :

सोनारी एयरपोर्ट से उड़े ट्रेनिंग एयरक्राफ्ट वीटी-ताज एक महीने पहले चांडिल डैम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था, जिसमें प्रशिक्षक पायलट जीत शत्रु आजाद और ट्रेनी पायलट शुभोजीत दत्ता की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद, अलकेमिस्ट एविएशन के प्रमुख मृणाल कांति पॉल ने चीफ फ्लाइट इंस्ट्रक्टर कैप्टन अंशुमन के साथ बेल्डीह क्लब में मीडिया के सामने आकर वायुयान दुर्घटना अन्वेषण ब्यूरो (एएआइबी) की जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की. रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने अपनी कंपनी को निर्दोष बताया, जबकि मृत पायलटों के परिजन कंपनी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. मृणाल कांति पॉल और कैप्टन अंशुमान ने बताया कि पायलट जीत शत्रु को पांच माइल तक उड़ान भरने की अनुमति थी, लेकिन उन्होंने आठ माइल की दूरी तय की थी, जो उनकी गलती मानी जा रही है. एएआइबी ने इसका उल्लेख रिपोर्ट में किया है. हालांकि, इसके अलावा पायलट की कोई अन्य गलती जांच में सामने नहीं आई है. उन्होंने यह भी बताया कि एयरक्राफ्ट 1979 में निर्मित था, जिसकी उड़ान क्षमता 30 हजार घंटे थी, और यह अब तक 16 हजार घंटे से अधिक उड़ान भर चुका था. एयरक्राफ्ट का फिटनेस सर्टिफिकेट 15 जुलाई 2024 को प्राप्त किया गया था, जिसकी वैधता वर्ष 2025 तक थी और हादसा अगस्त 2024 में हुई है.

इन लोगों ने बताया कि पायलट जीत शत्रु को करतब करने का शौक था, और यह भी दुर्घटना का एक कारण हो सकता है, जो ग्रामीणों ने बताया है. उन्होंने कहा कि एयरक्राफ्ट का इंजन फेल नहीं हुआ था और जांच रिपोर्ट में कोई ठोस कारण सामने नहीं आया है. हालांकि, यह प्रारंभिक जांच रिपोर्ट है. मृत पायलटों के परिजनों द्वारा कंपनी पर लगाए गए आरोपों के जवाब में श्री पॉल ने कहा कि मुआवजे के लिए इंश्योरेंस क्लेम दिया जायेगा. इसको लेकर कागजी प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है. वे परिवार के साथ खड़े है. उन्होंने इस आरोप को भी गलत बताया कि परिजनों से उनकी बात नहीं हुई है. कैप्टन अंशुमन ने बताया कि पटना में अंतिम संस्कार तक वे साथ में ही थे. इसके अलावा मृणाल कांति पाल ने कहा कि वे खुद शुभोजीत दत्ता के परिवार से बातचीत करते रहे है. जहां तक मुआवजा की बात है तो वह कंपनी की ओर से की जायेगी. इसको लेकर अभी इंश्योरेंस कंपनी से बातचीत की जा रही है.

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