Jamshedpur News : 2024 में पूर्वी सिंहभूम में स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्या-क्या हुआ काम, पढ़ें पूरी रिपोर्ट

Jamshedpur News : 2024 में स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूर्वी सिंहभूम जिले में बेहतर काम हुआ है. जिले के लोगों को एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में 375 करोड़ की लागत से 71 हजार 500 स्क्वायर फीट में 851 बेड का नया अस्पताल मिला.

By Prabhat Khabar News Desk | December 18, 2024 6:22 PM
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पूर्वी सिंहभूम के लोगों को मिला 851 बेड का अस्पताल

ओपीडी शुरू, जल्द मिलेगी इनडोर सुविधाएं

Jamshedpur News :

2024 में स्वास्थ्य के क्षेत्र में पूर्वी सिंहभूम जिले में बेहतर काम हुआ है. जिले के लोगों को एमजीएम मेडिकल कॉलेज परिसर में 375 करोड़ की लागत से 71 हजार 500 स्क्वायर फीट में 851 बेड का नया अस्पताल मिला. जिसमें वर्तमान में ओपीडी की सुविधा मिल रही है. जल्द ही इसमें लोगों को इनडोर की सुविधा भी मिलने लगेगी. ग्राउंड, बेसमेंट सहित यह अस्पताल सात तल्ले का बनाया गया है. इसमें पार्किंग के साथ-साथ 131 बेड का आइसीयू, 620 बेड जनरल और 100 बेड का सीसीयू शामिल है. इस अस्पताल में 16 लिफ्ट की सुविधा भी दी गयी है. यह 2019 का प्रोजेक्ट है, लेकिन कोविड के कारण इसका काम जुलाई 2020 में शुरू हुआ था.

मेडिकल कॉलेज परिसर बन रहा 100 बेड का सीसीयू

जिले के लोगों को नये अस्पताल के साथ 100 बेड का सीसीयू (क्रिटिकल केयर यूनिट) की भी सुविधा मिलने वाली है. इसके लिए अलग से 44 करोड़ की लागत से बिल्डिंग का निर्माण शुरू कर दिया गया है. सीसीयू जी प्लस फाइव होगा. इसे 18 महीने में बनाकर तैयार करने की योजना है. इसके साथ ही एमजीएम में निर्माणाधीन कैथ लैब का कार्य तेज करने के लिए एक करोड़ 80 लाख रुपये का फंड आवंटित किया गया है. कैथ लैब खुलने से हृदय रोग के मरीजों का इलाज हो सकेगा. इसके साथ ही मार्च 2025 तक कार्डियक, न्यूरो सर्जरी और कैंसर का इलाज भी शुरू हो जायेगा.

एमजीएम अस्पताल में नयी बिल्डिंग का हो रहा है निर्माण

एमजीएम अस्पताल परिसर में पुरानी बिल्डिंग को तोड़कर नयी बिल्डिंग का निर्माण किया जा रहा है. आने वाले समय में एमजीएम अस्पताल नये लुक में नजर आयेगा. इसके पहले फेज का काम शुरू हो गया है.

किस तल्ले में क्या मिलेगी सुविधा

यह कोल्हान का इकलौता सरकारी अस्पताल होगा, जहां कैफेटेरिया, फिजियोथेरेपी के लिए जिम, आर्थिक रूप से सक्षम मरीजों के लिए पेईंग वार्ड/ केबिन समेत सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी. अस्पताल में कुल 21 विभाग होंगे और सभी विभाग में सेपरेट इमरजेंसी, ओपीडी व वार्ड की व्यवस्था एक ही जगह मौजूद रहेगी.

सात मंजिला अस्पताल में यह मिलेगी सुविधा

बेसमेंट – रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग व कार पार्किंग.

ग्राउंड फ्लोर – इमरजेंसी, ऑपरेशन थियेटर, रेडियोलॉजी विभाग, रजिस्ट्रेशन काउंटर, बर्न यूनिट, किचन व कैफेटेरिया.

पहला तल्ला – महिला एवं प्रसूति रोग, हड्डी रोग, मनोरोग, ऑक्सीजन प्लांट व फार्मेसी.

दूसरा तल्ला – शिशु रोग, मेडिसिन, सर्जरी, डायलिसिस सेंटर.

तीसरा तल्ला – छाती व श्वसन रोग, नेत्र व ईएनटी व सर्जरी आईसीयू, पीआईसीयू, एचडीयू.

चौथा तल्ला – न्यूरो, यूरो, हार्ट, नेफ्रो का ओपीडी. सेमिनार हॉल व प्रशासनिक कार्यालय.

पांचवां तल्ला – पांच अलग-अलग ऑपरेशन थियेटर, नेत्र व ईएनटी विभाग का इनडोर व कैदी वार्ड होगा.

छठा तल्ला- ऑपरेशन थियेटर, आईसीयूसातवां तल्ला- पेईंग वार्ड/ केबिन, गेस्ट रूम, फिजियोथेरेपी सेंटर व जिम.

किस विभाग में रहेगा कितना बेड

विभाग : बेडआईसीयू- 123

मेडिसिन – 70शिशु रोग – 40

श्वसन रोग – 20चर्म रोग – 20

मानसिक रोग – 20सर्जरी – 60

अस्थि रोग – 30नेत्र रोग – 20

ईएनटी – 20बर्न – 33

निजी वार्ड – 07महिला रोग – 60

इमरजेंसी – 107

क्या-क्या मिलेगी सुविधा

सीटी स्कैन, एमआरआई, एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, फ्लोरोस्कोपी, मैमोग्राफी, सेमिनार हॉल, क्लासेस रूम, प्रशासनिक भवन, लिक्विड ऑक्सीजन प्लांट, पीएसए प्लांट, जैविक कचरा प्रबंधन, लांड्री सिस्टम, केंद्रीकृत स्ट्रेलाइजेशन यूनिट, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, 24 घंटे सात दिन बिजली आपूर्ति के लिए जेबीवीएनएल के अलावा 7 जेनरेटर.

सदर अस्पताल में छह बेड का खुलेगा पीआइसीयू

सदर अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीजों को जल्द ही पीआइसीयू की सुविधा मिलेगी. इसे लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसके लिए स्थल का भी चयन कर लिया गया है. इस पीआइसीयू को छह लाख की लागत से अस्पताल परिसर में ही बनाया जायेगा.

सदर अस्पताल परिसर व साकची कुष्ठ रोग विभाग में खुला मॉडल टीकाकरण कॉर्नर

नवजात शिशुओं का शत प्रतिशत टीकाकरण हो, इसको लेकर सदर अस्पताल व साकची कुष्ठ रोग विभाग में मॉडल टीकाकरण कार्नर खोला गया है. इसमें बच्चों के खेलने के लिए आवश्यक खिलौने रखे गये हैं. साथ ही दीवारों पर कई कार्टून कैरेक्टर बनाये गये हैं.

जिले के 13 अस्पतालों को मॉडल सेंटर के रूप में किया जायेगा विकसित

जिले के 13 अस्पतालों को मॉडल सेंटर के रूप में विकसित किया जायेगा. इसको लेकर तैयारी शुरू कर दी गयी है. इसमें खासमहल सदर अस्पताल सहित कई सीएचसी व पीएचसी शामिल है. इसके विकास पर प्रति वर्ष दो लाख रुपये से लेकर 75 लाख रुपये तक खर्च होंगे.

सदर अस्पताल में खुला नया रजिस्ट्रेशन काउंटर

सदर अस्पताल में नया रजिस्ट्रेशन काउंटर और वेटिंग हॉल बनाया गया है. अस्पताल में गर्भवती महिलाओं के लिए अत्याधुनिक वेटिंग हॉल बनाया गया है. यहां एलईडी भी लगायी गयी है.

पूर्वी सिंहभूम के कई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर व अस्पताल को मिला एनक्वास

जिले के कई हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर, सदर अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों को इस साल नेशनल क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट (एनक्वास) अवार्ड मिला है.

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