अपराधियों को हथियार सप्लाई करने वाला अमरजीत सिंह साथी के साथ गिरफ्तार, 6 हथियार जब्त

अपराधियों को हथियार सप्लाई करने वाला अमरजीत सिंह साथी के साथ गिरफ्तार, 6 हथियार जब्त

By Nikhil Sinha | July 30, 2024 11:24 PM

Jamshedpur police achievement: पुलिस ने अपराधी हरीश सिंह और गणेश सिंह के लिए रंगदारी की वसूली करने और Weapons Supply करने वाले दो आरोपियों अमरजीत सिंह उर्फ सेठी एवं हरप्रीत सिंह उर्फ रितिक को Arrest किया है. दोनों का आपराधिक इतिहास रहा है. उनके पास से चार देसी कट्टा, दो देसी पिस्टल, 15 जिंदा गोली, चार मोबाइल, इंटरनेट राउटर और चार हजार रुपये नकद बरामद किया है. उनके गिरोह के दो अन्य लोगों के बारे में जानकारी मिली है, उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापेमारी कर रही है. उक्त जानकारी मंगलवार को एसएसपी किशोर कौशल ने प्रेस वार्ता कर दी. अपने कार्यालय कक्ष में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी ने बताया कि 29 July को जानकारी मिली थी कि अमरजीत सिंह सिदगोड़ा थानांतर्गत आदर्श पथ के वर्द्धन कॉलोनी में किराये के मकान में रह रहा है. सूचना पर डीएसपी भोला प्रसाद ,सुधीर कुमार समेत सिदगोड़ा और गोलमुरी छापेमारी की. अमरजीत और रितिक गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में सिदगोड़ा के पुलिस पदाधिकारी विकास कुमार के बयान पर अमरजीत सिंह, रितिक, वीर सिंह,आनंद झा, प्रीतम, हरीश सिंह, सावा सिंह, विकास मांझी एवं आसिफ जायसवाल के खिलाफ अवैध रूप से हथियार की खरीद- बिक्री करने का केस दर्ज किया गया है.

अमरजीत कई बार जा चुका है जेल, रितिक पर भी कई मामले दर्ज : पुलिस ने बताया कि अमरजीत पर चार केस दर्ज हैं. आदित्यपुर पुलिस ने लूट के मामले में उसे जेल भेजा था. उसमें उसे सजा भी हुई थी. अमरजीत वर्ष 2010 से 2019 तक Jail में बंद था. बिरसानगर पुलिस ने भी arms act में उसे वर्ष 2007 में जेल भेजा था. सीतारामडेरा के नीतिबाग कॉलोनी में कन्हैया सिंह की तरफ से फायरिंग करने में वह मौजूद था. इस मामले में भी अमरजीत सिंह सात माह तक जेल में बंद था. केबल कंपनी के पास हुई फायरिंग में भी अमरजीत आरोपी है. कोर्ट से उसके खिलाफ इश्तेहार जारी किया गया था. दोनों आर्म्स सप्लाई, लूट, रंगदारी, फायरिंग जैसे अपराध में संलिप्त रहे हैं. हरप्रीत सिंह उर्फ रितिक पर भी दो आपराधिक मामले दर्ज हैं. रितिक ने वर्ष 2020 में गोलमुरी के राशन दुकानदार मनीष अग्रवाल पर रंगदारी नहीं देने पर फायरिंग की थी. वर्ष 2017 में मोबाइल दुकान में चोरी की घटना को अंजाम दिया था. हाल में वह केबल कंपनी में चोरी करने वाले गिरोह के साथ मिल कर घटना को अंजाम दे रहा था.

बिहार से Arms लाकर करता था सप्लाई : अमरजीत सिंह ने बिहार से हथियार सप्लाई का काम शुरू किया था. वह बिहार से 35 हजार रुपये में हथियार लेकर आता था और उसे 50 हजार रुपये में बेच देता था.वह अपराधियों को किराये पर भी हथियार उपलब्ध कराता था. अपराधी को एक हथियार पांच हजार रुपये में देता था. काम होने के बाद हथियार वापस ले लेता था. हरीश को भी घटना को अंजाम देने के लिए हथियार सप्लाई किया था. वह करीब 15 साल से आपराधिक कार्यों से जुड़ाथा.

हथियार सप्लाई करने वाला अमरजीत सिंह के पास से पुलिस ने बरामद किया हथियार

हरीश-गणेश के लिए करता था काम पुलिस ने बताया कि अमरजीत शुरू में अखिलेश सिंह के लिए काम करता था. अखिलेश के जेल जाने के बाद वह हरीश सिंह के लिए रंगदारी वसूलने और उसे हथियार सप्लाई करने का काम करने लगा. वर्तमान में वह गणेश सिंह के साथ मिल कर काम कर रहा था. हरीश सिंह अमरजीत को हर माह आठ हजार रुपये और गणेश सिंह उसे 10 हजार रुपये देता था. उसके बदले में वह उन दोनों के लिए रंगदारी और फायरिंग जैसे अपराध करने का काम करता था. हरीश के गिरिडीह जेल जाने के बाद भी वह उससे मिलने भी जाता था. वह गणेश के संपर्क में ज्यादा आ गया था. उसके बाद वह गणेश सिंह के लिए काम करने लगा. हाल में हुई केबल कंपनी के पास फायरिंग के मामले में भी वह शामिल था. कदमा शराब दुकान और टेल्को में डीजीएम के घर पर लूटकांड मामले में हाल में ही जेल गये लड्डू को भी उसने हथियार बेचा था.

नाम बदल कर किराये पर रह रहा था अमरजीत : एसएसपी ने बताया कि अमरजीत अपना नाम बदल कर मकान किराये पर लिया था. उसने मकान मालिक को अपना नाम अमित मंडल बताया था. उसी मकान से वह हथियार सप्लाई का काम करता था. इस दौरान उसके मकान में आपराधिक घटना को अंजाम देने की योजना भी बनायी जाती थी.

Next Article

Exit mobile version