गांव की तुलना में शहरी क्षेत्र में फर्जी राशन कार्ड अधिक
पिछले तीन सालों में अबतक मिले गड़बड़ी और ऐसे मामलों के खिलाफ किये गये विभागीय कार्रवाई के आकड़े की बात करें तो सबसे ज्यादा मामले शहरी क्षेत्र के है.इसमें गोलमुरी सह जुगसलाई और जमशेदपुर अक्षेस में सबसे ज्यादा फर्जी राशन कार्ड अभी भी है
छह हजार से ज्यादा राशन कार्ड रद्द किये जाने के बावजूद थम नहीं रहा है अनाज कटिंग का धंधा
मुख्य बातेंछह माह से ज्यादा राशन नहीं उठाने वालों में ज्यादा मामले गोलमुरी सह जुगसलाई प्रखंड क्षेत्र के
—– प्रभात फॉलोअप——मुख्य संवाददाता, जमशेदपुर
पूर्वी सिंहभूम में राशन की कालाबाजारी (अनाज कटिंग का धंधा) जारी है. पिछले तीन सालों में मिली गड़बड़ी और विभागीय कार्रवाई के आंकड़ों की बात करें तो सबसे ज्यादा मामले शहरी क्षेत्र के सामने आये हैं. इसमें गोलमुरी सह जुगसलाई और जमशेदपुर अक्षेस में सबसे ज्यादा ऐसे राशन कार्डधारी हैं जिन्होंने छह माह से ज्यादा समय से राशन नहीं उठाये हैं. जुगसलाई नगर परिषद व मानगो नगर निगम क्षेत्र में भी ऐसे राशन कार्ड के मामले हैं, जिन्हें ऑनलाइन मॉनिटरिंग सिस्टम से चिह्नित किया गया है. पिछले तीन सालों में छह हजार से ज्यादा राशन कार्ड रद्द किये जाने के बावजूद अनाज कटिंग का धंधा थम नहीं रहा है. वह भी ऐसी स्थिति में जब राशन कार्ड बनाने, अनाज वितरण करने का पूरा सिस्टम ऑनलाइन है. बताया जाता है कि सेटिंग-गेटिंग के जरिये अनाज कटिंग का धंधा चलाया जा रहा है.भुइयांडीह नंदनगर इलाके में पकड़े गये 13 क्विंटल (26 बोरी चावल) खाद्यान्न भी उसी सेटिंग-गेटिंग का नतीजा है. जिस पीडीएस डीलर के यहां 26 बोरी चावल पकड़ी गयी है, उस दुकान का मात्र 30 किलो का आवंटन है. लेकिन विभागीय फुलप्रूफ सिस्टम होने के बाद 1300 किलो चावल कैसे पहुंचा इस पर बर्मामाइंस राज्य खाद्य निगम के गोदाम, डोर स्टेप डिलीवरी के अभिकर्ता व पीडीएस डीलर चुप हैं. हालांकि एसडीओ की छापेमारी में मामले को भंडाफोड़ हुआ और अभी कार्रवाई से पू्र्व पूरे मामले में जांच की जा रही है, जांच के उपरांत जिम्मेवार लोगों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही जा रही है.
तीनों के शो-कॉज का जवाब सौंपा जायेगा आज
भुइयांडीह नंदनगर में पकड़े गये ग्रीन राशन कार्ड मद के 13 क्विंटल के मामले में सोमवार को बर्मामाइंस राज्य खाद्य निगम के गोदाम, डोर स्टेप डिलिवरी के अभिकर्ता व पीडीएस डीलर शो-कॉज का जवाब देंगे. धालभूम अनुमंडल एसडीओ पारूल सिंह ने तीनों को शो-कॉज जारी करते हुए 24 घंटे के अंदर जवाब देने का आदेश दिया थाडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है