jamshedpur : जमशेदपुर में खुला रोज गार्डेन
शहर स्थित कीनन स्टेडियम के सामने सर दोराबजी टाटा पार्क में तैयार किये गये नये गुलाब पार्क (रोज गार्डेन) का शनिवार को विधिवत उद्घाटन कर दिया गया. टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट, कॉरपोरेट सर्विसेज चाणक्य चौधरी ने नये रोज गार्डेन का उद्घाटन किया.
जमशेदपुर. शहर स्थित कीनन स्टेडियम के सामने सर दोराबजी टाटा पार्क में तैयार किये गये नये गुलाब पार्क (रोज गार्डेन) का शनिवार को विधिवत उद्घाटन कर दिया गया. टाटा स्टील के वाइस प्रेसिडेंट, कॉरपोरेट सर्विसेज चाणक्य चौधरी ने नये रोज गार्डेन का उद्घाटन किया. इस मौके पर टाटा स्टील यूआइएसएल के एमडी ऋतुराज सिन्हा, टाटा स्टील एमडी टीवी नरेंद्रन की पत्नी रुचि नरेंद्रन समेत टाटा स्टील व टाटा स्टील यूआइएसएल के वरिष्ठ अधिकारी और हार्टिकल्चर सोसाइटी के कार्यकारी सदस्य मौजूद थे. इन लोगों ने पूरे एरिया का भ्रमण कर देखा. करीब से गुलाबों को देखने का आनंद भी लिया. यह पार्क सर दोरबाजी टाटा पार्क का ही हिस्सा होगा. जब सर दोराबजी टाटा पार्क शाम को खुलेगा, उसी वक्त लोग इस पार्क को भी देख सकेंगे. फूलों की पहुंच को लोगों से दूर रखा गया है, ताकि लोग इसको तोड़ ना सके, सिर्फ देख सके. इसका पूरा ख्याल रखा गया है कि वहां सुरक्षा का बंदोबस्त हो. यह एरिया कॉन्वेंट स्कूल के सामने के खाली मैदान पर बनाया गया है. टाटा स्टील के वीपी सीएस चाणक्य चौधरी ने बताया कि इस नये निर्माण कार्य से लोगों को गुलाब का आनंद लेने का एक नया स्थान मिल सकेगा और इससे वातावरण भी बेहतर हो सकेगा.
6 हजार वर्ग मीटर में 1580 से अधिक गुलाब के पौधे लगाये गये
रोज गार्डेन 6000 वर्ग मीटर के क्षेत्र में फैला हुआ है और इसमें 1580 से अधिक गुलाब के पौधे लगाये गये हैं. ये गुलाब पांच प्रमुख समूहों के हैं, जिसमें हाइब्रिड टी (एचटी) गुलाब, फ्लोरीबुंडा, ग्रैंडिफ्लोरा, मिनिएचर और पॉलीऐंथस शामिल हैं. रोज गार्डेन को जमशेदपुर के परिदृश्य में एक आकर्षक और शांतिपूर्ण जोड़ के रूप में देखा गया है. गुलाबों का यह शानदार संग्रह प्राकृतिक सौंदर्य और सुगंध का एक रंगीन और अद्भुत अनुभव प्रदान करता है, जो शहर की हरियाली और जैव विविधता को और मजबूती देता है. लोगों के लिए यहां रास्ता भी बनाया गया है. हर एरिया के लोग चारों ओर से देख सकेंगे, ऐसा इंतजाम किया गया है. फूलों के लिए चार एरिया विकसित किये गये हैं. एक रोज बेड का आकार करीब 300 वर्ग मीटर का है. इससे नीचे की तरफ आठ क्यारी और ऊपर की ओर एक गोल क्यारी है, जिसमें गुलाब खिले हैं. गुलाबी, लाल, मेजेंडा, गाढ़ा लाल और पीला रंग के गुलाब फूल यहां दिखेंगे. इसके अलावा आसपास भी गुलाब के साथ कई और पौधे लगाये गये हैं, जो फूलों से संबंधित हैं. जैविक खाद्य के माध्यम से इसकी खेती होगी.प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के कोट में भी सजता था यहां का गुलाब
जमशेदपुर में रोज गार्डेन का पुराना इतिहास रहा है. टाटा स्टील ने गोल्डन जुबिली के मौके पर 1958 में जुबिली पार्क का उद्घाटन किया था. भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के हाथों इसका उद्घाटन हुआ था. उस वक्त ही वहां रोज गार्डेन की स्थापना की गयी थी, जहां करीब एक हजार वेराइटी के गुलाब लगे थे. उस वक्त चाचा नेहरू को वहां का गुलाब काफी पसंद आया था. जुबिली पार्क को मैसूर के वृंदावन गार्डेन की तर्ज पर तैयार किया गया था. गुलाब के शौकीन जवाहरलाल नेहरू के लिए यहां से अलग से रोज गार्डेन उस वक्त लगाया या था. इस पार्क के गुलाब नेहरू जी के पास पहुंचाये जाते थे, जिसे वे अपने कोट में भी लगाते थे. पंडित नेहरू ने एक मार्च 1958 को इस पार्क का उद्घाटन किया था. उस वक्त उन्होंने यहां एक वट वृक्ष भी लगाया था.गुलाब रिसर्च सेंटर भी बनाने की योजना
भले ही देश में दिल्ली, मुंबई व पुणे की पहचान फूलों के कद्रदानों के लिए होती रही हो, लेकिन रिसर्च सेंटर तो जमशेदपुर शहर में ही खुलेगा. यह रोज ट्रायल ग्राउंड (रिसर्च सेंटर) जमशेदपुर के जुबिली पार्क में बनेगा. इस पर टाटा स्टील व हार्टिकल्चरल विभाग ने अपनी सहमति नेशनल रोज फेडरेशन को दी है. जुबिली पार्क में बनने वाले गुलाब रिसर्च सेंटर में भारत में जितने भी प्रकार के गुलाब पाये जाते हैं, उनपर रिसर्च होगा. हर प्रकार के गुलाब को डेवलप करने के लिए होने वाली जरूरत, यानि वातावरण, मिट्टी आदि की खोज होगी. इसके अलावा जुबिली पार्क में बनने वाले गुलाब रिसर्च सेंटर में भारत के हर प्रकार के गुलाब के पौधे लगाये जायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है