जुआ अड्डा पर छापेमारी में मिले रुपये का बंदरबांट करने के मामले में एसएसपी प्रभात कुमार ने बुधवार को साकची थाना में पदस्थापित तीन दारोगा दीपक मौर्या, राजा दिलावर और योगेश यादव को निलंबित कर दिया है. इसके अलावा इस बंदरबांट में शामिल दो सिपाही अभिमन्यु सिंह और अवधेश राम को भी निलंबित कर दिया है.
सिटी एसपी के विजय शंकर की जांच रिपोर्ट ने तीनों दारोगा और दोनों सिपाही दोषी पाये गये. इसके बाद एसएसपी प्रभात कुमार ने कार्रवाई की. मामला 10 जून 2023 का है. पुलिस की टीम ने देर रात साकची राजीव चौक में चल रहे जुए के अड्डे पर छापामारी की थी. मामले में 18 युवकों को गिरफ्तार किया गया था. इनके पास से आठ लाख रुपये मिले थे, जिसे दारोगा और सिपाही ने बांट लिये. वरीय पुलिस अधिकारी व पत्रकारों के समक्ष सिर्फ 1.41 लाख रुपये ही दिखाया गया था.
इस मामले को प्रभात खबर ने प्रमुखता से छापा था. एसएसपी ने सिटी एसपी के विजय शंकर को जांच सौंपी थी. इसी बीच सिटी एसपी देवघर श्रावणी मेला में चले गये. देवघर से लौटने के बाद सिटी एसपी ने मामले में साकची थाना प्रभारी समेत छापामारी टीम में शामिल दारोगा और सिपाही से अलग-अलग पूछताछ की. पूछताछ में सच्चाई सामने आयी, जिसके बाद बुधवार को एसएसपी ने यह कार्रवाई की है.
छापेमारी में ट्रांसपोर्टर सहित कई कारोबारी और संपन्न परिवारों के युवक पकड़े गये थे. इस दौरान एक व्यक्ति की जेब से डेढ़ लाख रुपये बरामद हुए थे. 17 अन्य लोगों के पास से बरामद रकम कहीं अधिक थी. आरोप है कि एफआइआर में रुपये की सही जानकारी नहीं दी गयी. पुलिस टीम ने एक कार, एक बुलेट और एक स्कूटी भी जब्त की थी. आरोपियों को 11 जून की देर शाम कोर्ट में पेश किया गया था. इसमें से 16 युवकों को जमानत मिल गयी थी और दो युवकों को जेल भेज दिया गया था.
भ्रष्टाचार के आरोप में एक इंस्पेक्टर, छह दारोगा और दो सिपाही को एसएसपी प्रभात कुमार निलंबित कर चुके हैं. इससे पहले बिरसानगर थाना प्रभारी प्रभात कुमार व घाटशिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर शंभू प्रसाद गुप्ता, बहरागोड़ा के तत्कालीन थाना प्रभारी कुमार सौरभ और बरसोल थाना प्रभारी शशि कुमार को निलंबित किया गया था.
दारोगा : दीपक मौर्या, राजा दिलावर और योगेश यादव
सिपाही : अभिमन्यु सिंह और अवधेश राम