जमशेदपुर में दो समुदायों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद सरकारी अधिकारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गयी है. विधि व्यवस्था के मद्देनजर उपायुक्त ने यह फैसला किया है. उपायुक्त कार्यालय से जारी आदेश में कहा गया है कि जिले के पदाधिकारियों व पर्यवेक्षकीय पदाधिकारियों के अवकाश रद्द किये जाते हैं. आदेश में यह भी कहा गया है कि कोई भी अधिकारी बिना अनुमति के मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे. इसके साथ सभी प्रखंड और अंचल अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में अलर्ट रहने को कहा गया है.
इस बीच, कदमा के शास्त्रीनगर ब्लॉक नंबर दो के समीप पत्थरबाजी करने वाले कई घरों को पुलिस ने चिह्नित कर लिया है. शुरुआती जांच में पाया गया कि कई जगहों पर पत्थर के साथ-साथ तलवार समेत अन्य हथियार रखे गये थे. दंडाधिकारी सह जमशेदपुर नोटिफाइड एरिया कमेटी (जेएनएसी) के सिटी मैनेजर रवि भारती ने एक तलवार जब्त की है.
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पत्थरबाजी के आरोप में पकड़े गये एक युवक को वज्रवाहन में पकड़कर रखा गया था. कुछ देर बाद युवक पुलिस की नजर से बचते हुए अचानक गाड़ी का दरवाजा खोलकर उतरा और धार्मिक स्थल की गली में भाग गया. उसके पीछे दर्जनों पुलिस के जवान लाठी लेकर दौड़े, लेकिन वह पकड़ में नहीं आया.
बताया जाता है कि शास्त्रीनगर दो नंबर ब्लॉक आइसी रोड स्थित मुख्य चौक पर पुलिस तैनात थी, लेकिन धार्मिक स्थल के समीप जहां बैठक हो रही थी, वहां कोई पुलिसकर्मी नहीं था. यही वजह है कि पत्थरबाजी शुरू होने के बाद स्थिति थोड़ी ही देर में बिगड़ गयी.
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इससे पहले, रविवार को शास्त्रीनगर में थाना शांति समिति की बैठक में दोनों समुदाय के लोगों ने घटना की निंदा की. सदस्यों ने शांति बनाये रखने पर जोर दिया. इस दौरान पुलिस की ओर से बताया गया कि कदमा शास्त्रीनगर ब्लाॅक नंबर तीन चौक पर उन लोगों की तलाश की जा रही है, जिन्होंने धार्मिक झंडे वाले बांस में आपत्तिजनक वस्तु बांधी थी. बैठक में यहां उच्च क्षमता का सीसीटीवी कैमरा लगाने की मांग की गयी. एसएसपी प्रभात कुमार ने पुलिस को अफवाह फैलाने वालों पर नजर रखने काे कहा.