Video: वो दिन गये जब बेटियां सिर्फ पारंपरिक भूमिकाओं तक ही सीमित थीं, जमशेदपुर में बोले राज्यपाल

Jamshedpur Womens University Convocation: जमशेदपुर में महिला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि वो दिन गये जब बेटियां सिर्फ पारंपरिक भूमिकाओं तक सीमित थीं. उन्होंने और क्या-क्या कहा, यहां पढ़ें.

By Mithilesh Jha | February 4, 2025 11:41 PM

Jamshedpur Womens University Convocation: औद्योगिक नगरी जमशेदपुर की छवि पूरे देश में महिला शिक्षा के उत्कृष्ट केंद्र के रूप में स्थापित हो रही है. आज हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में महिलाएं उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं. अब वो दिन गये, जब बेटियां सिर्फ पारंपरिक भूमिकाओं तक ही सीमित रहती थीं. अब महिलाएं डॉक्टर, इंजीनियर, वैज्ञानिक, शिक्षक, प्रशासक व एथलीट के रूप में उत्कृष्टता हासिल कर रही हैं. नेल्सन मंडेला ने कहा था-शिक्षा सबसे शक्तिशाली हथियार है और इससे आप दुनिया को बदल सकते हैं. बाबा साहेब आंबेडकर ने इस समाज की प्रगति को महिला की प्रगति से मापने की बात की थी, यह अपने आप में देश के लिए सार्थक व सत्य है. हम अपनी बेटियों को शिक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए देख कर गौरवान्वित होते हैं. यह बातें झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने कही. मंगलवार को सिदगोड़ा स्थित महिला विश्वविद्यालय के दूसरे दीक्षांत समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए उन्होंने ये बातें कहीं.

इस दौरान उन्होंने छात्राओं को संबोधित करते हुए कई महत्वपूर्ण बातें कही. श्री गंगवार ने कहा कि आज जिन छात्राओं को डिग्री मिल रही है, यह डिग्री ना सिर्फ छात्राओं के परिश्रम का प्रमाण है बल्कि इसके लिए जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय के शिक्षक भी बधाई के पात्र हैं, क्योंकि बेहतर रिजल्ट में उनके त्याग व परिश्रम का भी अमूल्य योगदान है.

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राज्यपाल संतोष गंगवार ने कहा कि आज का प्रमाण पत्र केवल डिग्री नहीं बल्कि आपके ज्ञान, प्रतिबद्धता व उत्तरदायित्व का प्रमाण है. आपको अपनी शिक्षा का उपयोग सिर्फ स्वहित नहीं बल्कि समाज व राष्ट्र के निर्माण में भी करना है. अपने ज्ञान व कौशल का उपयोग कर समाज के विकास में अपनी अहम भूमिका निभानी है. यह जान कर प्रसन्नता है कि कोल्हान में इस विश्वविद्यालय का विशेष स्थान है. एक इंटरमीडिएट कॉलेज के रूप में शुरुआत के साथ यह आज पूर्ण विश्वविद्यालय के रूप में विकसित होकर यह संस्थान महिला सशक्तिकरण व बालिकाओं को उच्च शिक्षा हासिल करने में प्रेरित करने की दिशा में सार्थक भूमिका निभा रहा है. यहां की कई पूर्ववर्ती छात्राओं ने अपने ज्ञान, कौशल व परिश्रम से विभिन्न क्षेत्र में सफलता हासिल किया है और देश का नाम रोशन किया है. इससे पूर्व राज्यपाल सह कुलाधिपति संतोष कुमार गंगवार को गार्ड ऑफ ऑर्नर दिया गया. इसके बाद पारंपरिक नृत्य एवं एनएसएस क्लैप से उनका स्वागत किया गया. विश्वविद्यालय की छात्राओं ने संथाली नृत्य की प्रस्तुति दी. राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने सिदगोड़ा स्थित फूलो झानो महिला छात्रावास का उद्घाटन भी किया. इस अवसर पर दीक्षांत समारोह से संबंधित स्मारिका का विमोचन किया गया. ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट का खिताब साइंस की मुस्कान महतो को मिला

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भारत रत्न जेआरडी टाटा और रतन टाटा को किया याद, दी श्रद्धांजलि

राज्यपाल संतोष गंगवार ने दीक्षांत समारोह के दौरान सभी छात्राओं व शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि झारखंड में महिलाओं की शिक्षा के साथ ही उनकी सामाजिक व आर्थिक प्रगति आवश्यक है. इस दिशा में जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. कहा कि 1962 में महान दूरदर्शी व परोपकारी भारत रत्न जेआरडी टाटा ने शहर के बीचो-बीच इस विश्वविद्यालय (तत्कालीन कॉलेज) को वृहद मैदान व भवन के लिए भूखंड उपलब्ध कराया था. बुनियादी ढांचे के साथ ही कॉलेज ने अपने विकास का सफर शुरू किया. महिला शिक्षा के संबंध में वे महान व्यक्तित्व के रूप में हमेशा याद किए जाएंगे. इस क्रम में उन्होंने उद्योग जगत के साथ ही शिक्षा व समाज सेवा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान के लिए स्व. रतन टाटा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की. कहा कि वैश्वीकरण के इस युग में विश्वविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों को छात्राओं को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध रहना चाहिए. साथ ही कहा कि हमारा उद्देश्य एक ऐसा माहौल तैयार करने का होना चाहिए ताकि इस विश्वविद्यालय को ना सिर्फ झारखंड बल्कि देशभर में छात्राओं की शिक्षा के लिए एक आदर्श केंद्र के रूप में जाना जाये. इस क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ”बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” जैसी योजनाओं के माध्यम से महिला सशक्तिकरण व शिक्षा को नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया है. इस योजना सहज शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रेरित व उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहित भी किया है.

पेशेवर दुनिया में अपना रास्ता समझदारी से चुनें, आचरण हमेशा अच्छा रखें

राज्यपाल संतोष गंगवार ने दीक्षांत समारोह में डिग्री हासिल करने वाली छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि डिग्री हासिल करने के बाद आप सभी पेशेवर दुनिया में प्रवेश करेंगी. इस दुनिया में प्रवेश करने से पूर्व खूब सोचें, अपने मजबूत पक्ष को याद रखें, अपना रास्ता हमेशा समझदारी से चुनें और अनुशासन बनाये रखें. खुद पर विश्वास रखें और चुनौतियों से घबराने के बजाय उसे विकास के अवसर के रूप में देखें. आपने यहां जो मूल्य सीखें हैं, वे भविष्य में आपका मार्गदर्शन करेंगी. आपकी क्षमताएं असीमित हैं. यदि आप अपने ज्ञान, परिश्रम व आत्म विश्वविस का पूरा उपयोग करें, तो कोई भी बाधा आपको आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती हैं. अपनी प्रतिभा व दृढ़संकल्प को सफलता के पीछे प्रेरक शक्ति बनने दें. ऐसा करके आप न सिर्फ अपना, बल्कि विश्वविद्यालय का नाम रोशन करेंगी, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित करेंगी. राज्यपाल श्री गंगवार ने कहा कि आज जब मैं विभिन्न विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोह में जाता हूं, तो अक्सर देखता हूं कि पदक पाने वालों में छात्रों की बजाय छात्राओं की संख्या अधिक होती है.

जमशेदपुर वीमेंस यूनिवर्सिटी की छात्राओं ने उछाली टोपियां. फोटो : प्रभात खबर

1953 में छह छात्राओं से शुरू हुआ था कॉलेज

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. डॉ अंजिला गुप्ता ने स्वागत भाषण के दौरान बताया कि जमशेदपुर महिला विवि की स्थापना 1953 में सिर्फ छह छात्राओं से हुई थी. 1993 से शुरु हुआ सफर जारी है. कहा कि फिलहाल 25 एकड़ जमीन में इस विवि का संचालन किया जा रहा है. करीब 12 हजार छात्राएं शिक्षा हासिल कर रही हैं. विकलांग, शहीदों की बेटी, खेल में उम्दा प्रदर्शन करने वाली छात्राओं के साथ ही सबर जनजाति व थर्ड जेंडर को दी जाने वाली स्कॉलरशिप के बारे में भी कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता ने जानकारी दी.

शुरू होगा कंप्यूटर एप्लीकेशन में बीटेक, बनेंगे नौ नये भवन

जमशेदपुर महिला विश्वविद्यालय का विस्तार होगा. कुलपति डॉ अंजिला गुप्ता ने कहा कि छात्राओं की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए कहा कि आने वाले दिनों में कई नए कोर्स शुरू होंगे. इसके साथ ही फार्मेसी के प्रति रुझान को देखते हुए आगामी सत्र से फार्मेसी की शुरुआत भी हो सकेगी. इसके लिए आधारभूत संरचनाओं को दुरुस्त किया जा रहा है. इसके साथ ही झारखंड टेक्निकल यूनिवर्सिटी के गाइडलाइन के मुताबिक कई अन्य तकनीकी कोर्स शुरू हो रहे हैं, इसके लिए नौ नये बिल्डिंग का निर्माण होना है. कहा कि कॉलेज में 23 विषयों में पीएचडी हो रहा है. अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए कई नई कंपनियों के साथ एमओयू हुआ है. 140 कंप्यूटर से लैस कंप्यूटर लैब है. कहा कि इस लैब को आने वाले दिनों में रेंट पर भी दिया जा सकेगा, ताकि यहां विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं का परीक्षा केंद्र भी बन सके.

पीजी की 26 छात्राओं को मिला गोल्ड मेडल

गौरी सतपथी, सौमिनी दास, रिया सिंह, अंजलि कुमारी शर्मा, नेहा कुमारी , लिपिका महतो, प्रीति कुमारी, शताब्दी चटर्जी, अंशिका कुमारी, पमिका झा, अंजलि कुमारी, सीमा महतो, दरक्षण रुमान, मिली सन्यासी, अंशु वर्मा, शाहिबा जरीन खानम, मिसी शालबा बोबोंगा, सुजातालक्ष्मी सिंह, अमिशा प्रिया, अनुश्री प्रसाद , सृष्टि लाल, निशा कुमारी, रजनी कुमारी, मिलान जोशी, अंशु कुमारी, प्रियंका भकत.

सौमिनी दास को मिला डॉ रेखा झा एक्सलेंस अवॉर्ड फॉर इकोनॉमिक्स

पीजी की छात्रा सौमिनी दास को इस साल का डॉ रेखा झा एक्सलेंस अवार्ड फॉर इकोनॉमिक्स मिला. इस अवॉर्ड की शुरुआत इसी साल से की गयी है. यह अवार्ड अर्थशास्त्र विभाग की एचओडी रह चुकी स्व. डॉ रेखा झा को समर्पित है.

यूजी की इन छह छात्राओं को मिला गोल्ड मेडल

वर्षा रानी प्रजापति (बीए), अर्पिता दत्ता(बीए) मुस्कान महतो(बीएससी), प्रीति कुमारी(बी.कॉम), रिया कुमारी सिंह(बीसीए) , मुस्कान महतो (बीएससी)

872 छात्राओं को मिली डिग्री, 32 को मिला गोल्ड मेडल

इस दौरान कुल 59 रैंक धारक के साथ ही कुल 872 डिग्री धारक उपस्थित थे. इसमें कुल 32 छात्राओं को गोल्ड मेडल दिया गया. ओवरऑल बेस्ट ग्रेजुएट की डिग्री गणित विभाग की मुस्कान महतो को दिया गया. डॉ. रेखा झा एक्सीलेंस अवार्ड फॉर इकोनॉमिक्स के खिताब से इस वर्ष शौमिनी दास को सम्मानित किया गया. जिसके तहत उन्हें प्रमाण पत्र और एक लाख की धनराशि भी सम्मान के रूप में दी गई. कुलसचिव राजेंद्र जायसवाल के आग्रह पर राज्यपाल सह कुलाधिपति ने संतोष कुमार गंगवार ने अपनी अनुपस्थिति में कुलपति प्रो. (डॉ. ) अंजिला गुप्ता को अन्य डिग्री आवंटित करने व समारोह का समापन करने के लिए अधिकृत किया. धन्यवाद ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक डॉ. रमा सुब्रह्मण्यम के द्वारा दिया गया.

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