जमशेदपुर के अपराधी अमरनाथ सिंह की बासुकिनाथ में हत्या, कांवरिया वेश में आये तीन अपराधियों ने मारी गोली
अमरनाथ सिंह की नंदी चौक के पास कांवरिया वेश में आये तीन अपराधियों ने गोली मारी. गोली अमरनाथ के सिर में मारी गयी है. गोली मारने के बाद तीनों अपराधी मौके से पैदल ही फरार हो गये. सूचना मिलने के बाद अमरनाथ के परिवार और दोस्त मौके पर आये.
जमशेदपुर के मानगो के अपराधी अमरनाथ सिंह की बासुकिनाथ के पास (दुमका के जरमुंडी) में गोली मारकर हत्या कर दी गयी है. घटना गुरुवार देर रात तकरीबन 11.40 बजे की है. परमजीत सिंह गिरोह के सक्रिय सदस्य अमरनाथ सिंह की नंदी चौक के पास कांवरिया वेश में आये तीन अपराधियों ने गोली मारी. गोली अमरनाथ के सिर में मारी गयी है. गोली मारने के बाद तीनों अपराधी मौके से पैदल ही फरार हो गये. सूचना मिलने के बाद अमरनाथ के परिवार और दोस्त मौके पर आये. इसके बाद उसे इलाज के लिए जरमुंडी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर गये, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. फायरिंग के बाद मौके पर हडकंप मच गया. लोग इधर-उधर भागने लगे. घटना के संबंध में साथ गये लोगों ने बताया कि अमरनाथ अपनी मां, पत्नी, दोनों बच्चे,भतीजा मनीष और चार दोस्तों के साथ बाबा धाम देवघर गया था.
सोमवार को वह दो कार से अपने घर से निकला था. मंगलवार को सुल्तानगंज से जल उठा कर गुरुवार की सुबह बाबा धाम मंदिर में जल चढ़ाया. इसके बाद वह रात करीब नौ बजे बासुकिनाथ में भी परिवार के साथ जल चढ़ाया. उसके बाद परिवार के लोग नंदी चौक स्थित सहायता शिविर में आराम करने लगे. इसी दौरान अमरनाथ ने अपने दोस्तों को कहा कि उनकी गाड़ी काफी दूर है. गाड़ी लेकर आने को कहा. इसके बाद अमरनाथ के दोस्त गाड़ी लाने के लिए चले गये. इसी दौरान अमरनाथ अपने भतीजा मनीष को चाय पीने चलने को कहा. फिर दोनों चौक की ओर चाय पीने के लिए निकले. तभी चाय पीने के दौरान ही तीन अपराधी आये और झोला से पिस्टल निकाल कर अमरनाथ पर फायरिंग कर दी. इसके बाद तीनों पैदल ही फरार हो गये. स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचे और मामले की छानबीन में जुट गयी. पुलिस ने शव को भी अपने कब्जे में ले लिया है. पुलिस मौके पर लगी सीसीटीवी खंगाल रही है.
जमीन को लेकर अमरनाथ और गणेश सिंह में शुरू हुई थी दुश्मनी
अमरनाथ सिंह परमजीत सिंह गिरोह का प्रमुख सदस्य था. परमजीत की जेल में हत्या के बाद उसने अपना गिरोह बनाया. उसने पुलिस की मुखबिरी भी की. मानगो, आजादनगर, एमजीएम व उलीडीह के पुलिस अफसरों से उसके अच्छे संबंध थे. लेकिन बाद में जब उसने अपराध करना शुरू कर दिया, तो पुलिस से उसके संबंध खराब हो गये. अमरनाथ सिंह और गणेश सिंह गिरोह के बीच जमीन के कारोबार को लेकर झगड़ा शुरू हुआ था. प्रारंभ में झगड़ा सामान्य था. लेकिन धीरे-धीरे दोनों एक-दूसरे के जान के दुश्मन बन गये. गणेश सिंह ने अमरनाथ सिंह के भाई को गाेली मार दी थी. जिसके बाद से वह घर से निकलना बंद कर दिया था.
बदला लेने के लिए अमरनाथ ने भी गणेश सिंह के भाई प्रशांत सिंह पर गोली चलवायी थी. इस दौरान प्रसेनजीत मंडल के पिता को भी मारने की योजना थी. लेकिन बाद में प्रसेनजीत को गोली मारी. मानगो में गणेश के भाई प्रशांत और उसके बाद प्रसेनजीत मंडल पर फायरिंग के मुकदमे में सिंटू सिंह का नाम आया था. उसके बाद अमरनाथ गिरफ्तार हो गया था. इस तरह से अमरनाथ का अपराध बढ़ता गया. इधर, पुलिस ने अमरनाथ को तड़ीपार कर दिया. वर्ष 2015 में गणेश गैंग और अमरनाथ गैंग में गैंगवार शुरू हो गया. दुर्गापूजा के दौरान ही सबुज कल्याण संघ के गेट पर अमरनाथ सिंह के साथी रंजीत की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी.
परिवार के साथ तारापीठ जाने की थी योजना
अमरनाथ सिंह के दोस्त ब्रजेश सिंह ने बताया कि सोमवार को वह मां, पत्नी और दोनों बच्चो के साथ बाबाधाम (देवघर) के लिए निकले थे. उसके साथ अंशु, मनीष लेदर, ललित और ब्रजेश भी थे. सभी अलग-अलग गाड़ियों से जा रहे थे. मंगलवार को जल उठाने के बाद बुधवार को सभी ने जल चढ़ाया. उसके बाद बासुकीनाथ का दर्शन कर नंदनी चौक पर आराम कर रहे थे. शुक्रवार को परिवार के साथ तारापीठ जाने की योजना थी.
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घाटशिला में एनएच 18 पर पार्टी कर रहे अपराधियों और पुलिस में मुठभेड़, सात गिरफ्तार
घाटशिला थाना अंतर्गत एनएच-18 पर कापागोड़ा स्थित ढाबा में गुरुवार रात पार्टी कर रहे अपराधियों की फिल्मी स्टाइल में गिरफ्तार करने पहुंची पुलिस से मुठभेड़ हो गयी. मुठभेड़ में तीन- चार राउंड गोली चली. पुलिस ने अपराधियों को चारों ओर से घेर कर सात अपराधियों को गिरफ्तार किया है, जिसमें साजन मिश्रा, नीरज भगना, राज बच्चा समेत अन्य अपराधी शामिल हैं. इनके पास से पुलिस ने हथियार भी बरामद किये हैं. जानकारी के अनुसार, नीरज भगना को पैर में गोली लगी है. घटना रात करीब 10 बजे की बतायी गयी है. साजन मिश्रा अमरनाथ सिंह गिरोह का सक्रिय सदस्य है.