Jharkhand Election: किसान और दिहाड़ी मजदूर भी भाग्य आजमा रहे पोटका विधानसभा से, 18 प्रत्याशियों ने किया है नामांकन
Jharkhand Election 2024: पोटका विधानसभा से किसान, दिहाड़ी मजूदर से लेकर व्यवसायी भी भाग्य आजमा रहे हैं. इनमें से कई लोग तो अपनी पार्टी से बगावत कर चुनाव लड़ रहे हैं.
Jharkhand Election, जमशेदपुर : पोटका विधानसभा सीट से वर्तमान विधायक संजीव सरदार समेत 18 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है. नामांकन करने वालों में अधिकतर खेती-बारी से जुड़े हुए हैं. इनमें दो दिहाड़ी मजदूर व एक गृहिणी भी हैं. तीन लोग स्वरोजगार से जुड़े हैं. दो लोग ऐसे हैं जो अपनी-अपनी पार्टी से बागी होकर बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतर रहे हैं. सभी का उद्देश्य चुनाव जीतने के बाद क्षेत्र व आम आदमी की समस्याओं का समाधान करना है.
चांद्राय महाली हैं दिहाड़ी मजदूर
पोटका के जामदा, बड़ा देवली कोवाली के रहने वाले चांद्राय महाली (32 वर्षीय) दिहाड़ी मजदूर हैं. बतौर निर्दलीय उन्होंने नामांकन दाखिल किया है. मैट्रिक तक पढ़ाई कर चुके चांद्राय युवाओं को एकजुट करने, लोगों को उनका हक दिलाने के लिए संघर्षरत रहे हैं. वे सोशल मीडिया पर भी एक्टिव हैं. चांद्राय की कोवाली व आसपास के ग्रामीण इलाकों में सक्रिय रहे हैं.चांद्राय भष्टाचार, कमीशनखोरी पर लगाम लगाने के साथ-साथ क्षेत्र का विकास करना चाहते हैं. विस्थापितों की समस्याओं को दूर करना भी इनकी प्राथमिकता है.
Also Read: झारखंड चुनाव से पहले पलामू में 2.28 लाख के ब्राउन शुगर के साथ महिला सहित 2 गिरफ्तार
सुनीता मुर्मू भी हैं मजदूर
सरजामदा निवासी 33 वर्षीय सुनीता मुर्मू ने बतौर निर्दलीय पोटका से नामांकन दाखिल किया है. सुनीता मजदूर हैं. सुनीता क्षेत्र के विकास के लिए काम करना चाहती हैं. बेरोजगारी व युवाओं का पलायन रोकना उनकी प्राथमिकता है. सुनीता ने पिछले साल एलएलबी (सत्र 2020-2023) की परीक्षा पास की है. सीमित आय के बावजूद सुनीता की रुचि समाजसेवा में है. विभिन्न पंचायत व गांवों में घूम-घूम कर लोगों को आत्मनिर्भर बनने के लिए ये प्रेरित करती रही हैं. खासकर महिलाओं को जागरूक करने में अहम भूमिका निभायी हैं. इनके पास संपत्ति के नाम पर पांच हजार रुपये नकद और दो हजार रुपये बैंक में सेविंग खाते में है.
दिव्यांग सिर्मा देवगम हैं किसान
डुमरिया नावासी सिर्मा देवगम (40 वर्षीय) खेती किसानी से जुड़े हुए हैं. हाथ से दिव्यांग होने बावजूद ये सफल किसान हैं. सिर्मा के मुताबिक पोटका में स्वास्थ्य व शिक्षा का बुरा हाल है. रोड पर खर्च किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण इलाके की सड़कें जर्जर हैं. पांच सालों में डुमरिया में रहने वाले ग्रामीणों का भला नहीं हो सका हैं. सुदूर ग्रामीणों की आवाज बनने के लिए ले चुनाव मैदान में हैं.
लव कुमार सरदार हैं किसान, झामुमो किसान मोर्चा रह चुके हैं जिलाध्यक्ष
झामुमो से बागी होकर निर्दलीय नामांकन कर चुके लव कुमार सरदार (44 वर्षीय) बड़ा सिगदी ऊपरटोला के निवासी हैं. पिछले 20 सालों से खेती-किसानी से जुड़े हुए हैं. ये झामुमो किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं. इनकी पत्नी सोनमुनी सरदार पोटका क्षेत्र से जिला परिषद सदस्य हैं. लव कुमार सरदार वर्षों से सामाजिक, सांस्कृतिक कार्य में सक्रिय रहे हैं. लव कुमार सरदार ने बताया कि पोटका के सुदूर ग्रामीण इलाके में ग्रामीण बदहाल हैं. सेवा भाव से चुनाव मैदान में उतरे हैं. लोगों को उनका हक और अधिकार मिले यही उनकी प्राथमिकता है.
कांग्रेस से बागी होकर चुनाव लड़ रहे सुबोध सिंह सरदार
कांग्रेस के बागी प्रत्याशी सुबोध सिंह सरदार (60 वर्षीय) ने निर्दलीय नामांकन किया है. वर्ष 2009 में सुबोध कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े थे. 28 हजार से ज्यादा वोट मिले थे. क्षेत्र में सालोंभर सक्रिय रहे हैं. पेशे से ये किसान हैं. सुबोध सिंह सरदार ने बताया कि गठबंधन के तहत कांग्रेस पार्टी अपना प्रत्याशी नहीं दे रही है, इस कारण यहां कांग्रेस का जनाधार कम हो रहा है. इस बार अंतरात्मा की आवाज पर निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं.
पोटका विधानसभा
प्रत्याशी का नाम
1.सागर बेसरा-कृषि.
2.धनंजय सिंह-कृषि
3.बिजन सरदार-कृषि
4.भागीरथ हांसदा-कृषि
5.सलमा हांसदा-कृषि
6.महीन सरदार-कृषि
7.सुरधू मांझी-कृषि
8.सिर्मा देवगम-कृषि
9.रामचंद्र टुडू, स्वरोजगार.
10.बब्लू टोप्पो, स्वरोजगार.
11.कांदोमनी भूमिज-गृहणी
- महेंद्र मुर्मू-स्वरोजार
13.मीरा मुंडा-बिजनेस.
- संजीव सरदार-राजनीति व समाजसेवा.