झारखंड के पूर्व सीएम और ओडिशा के नए राज्यपाल रघुवर दास ने कुंवारी कन्या के पांव पखारे
रघुवर दास ने कहा कि प्राचीन पौराणिक कथा के अनुसार नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विशेष महत्व है. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे परिवार के साथ शीतला माता मंदिर में कन्या पूजन कर आशीर्वाद लिया.
शारदीय नवरात्रि की महानवमी के दिन सोमवार (23 अक्टूबर) को ओडिशा के मनोनीत राज्यपाल एवं झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने जमशेदपुर के भालूबासा स्थित शीतला माता मंदिर में सपरिवार 121 कन्या का पूजन किया. उन्होंने धर्मपत्नी रुक्मणि देवी एवं सुपुत्र ललित दास, पुत्रवधू पूर्णिमा ललित दास, दामाद व परिवार के अन्य सदस्यों के संग मंदिर प्रांगण में हवन करने के बाद मां दुर्गा की आरती कर शक्तिस्वरूपा कन्याओं का पूजन किया. रघुवर दास ने मां दुर्गा के नौ स्वरूपों की प्रतीक नौ कन्या के पांव पखारे, शृंगार कर चुनरी ओढाई, घंटी बजाकर एवं आरती उतारकर पूरे विधि-विधान से पूजा की. उनका आशीर्वाद भी लिया.
इस दौरान भैरव बाबा की भी पूजा की गई. उन्होंने 121 छोटी कन्या को मंदिर प्रांगण में अपने हाथों से भोजन परोसा. रघुवर दास ने कन्या पूजन के बाद सभी कन्या को दक्षिणा भेंट कर उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने महानवमी के पावन अवसर पर झारखंड और ओडिशा के सभी लोगों एवं देशवासियों की सुख-समृद्धि और उन्नति की कामना की.
इस अवसर पर रघुवर दास ने कहा कि प्राचीन पौराणिक कथा के अनुसार नवरात्रि की अष्टमी और नवमी तिथि को कन्या पूजन का विशेष महत्व है. प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी पूरे परिवार के साथ शीतला माता मंदिर में कन्या पूजन कर आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि 1995 से पूर्व जब मैं विधायक नहीं था, तब यहां सिर्फ एक शिवजी का मंदिर था.
Also Read: जमीन से जुड़े नेता रघुवर दास का बीजेपी के मंडल अध्यक्ष से झारखंड के सीएम और ओडिशा के राज्यपाल तक का ऐसा है सफरकाफी संघर्ष और आम जनता के सहयोग से भव्य शीतला माता मंदिर और शीतला भवन का निर्माण हुआ था. शीतला मंदिर समिति की लॉटरी के जरिए यह काम किया गया. कहा कि उनकी आस्था शीतला माता के प्रति बहुत गहरी है. शुरू से ही वे मां शीतला के भक्त रहे हैं. उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा का मतलब ही नारी शक्ति की आराधना है. शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा सभी की मनोकामनाएं पूर्ण करें.
रघुवर दास ने कहा कि मां शीतला के आशीर्वाद से मुझे जो नई जिम्मेदारी मिली है, उसे मैं पूरी ईमानदारी से निभाऊंगा. ओडिशा की जनता की सेवा करूंगा. इसके साथ ही उन्होंने दशहरा पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक पर्व दशहरा पर हम अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त करें एवं स्वयं अच्छा बनें और दूसरों के लिए अच्छा करें.
Also Read: झारखंड के पूर्व सीएम रघुवर दास कब संभालेंगे ओडिशा के राज्यपाल का पद? नवीन पटनायक के बारे में कही ये बातओडिशा के मनोनीत राज्यपाल ने महानवमी के दिन पूर्वांचल पूजा कमेटी टेल्को, उत्कल पूजा कमेटी बर्मामाइंस, देवस्थान मंदिर बर्मामाइंस, ट्यूब बारीडीह पूजा कमेटी बारीडीह, हरिजन स्कूल मैदान भालूबासा, सबुज कल्याण संघ टेल्को, बंगो क्रिस्टी पूजा कमेटी टेल्को समेत साकची व अन्य क्षेत्र के पूजा पंडालों में शक्ति की अधिष्ठात्री देवी दुर्गा की पूजा-आराधना कर सभी की सुख-समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की.