डेंगू से निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री डीसी ऑफिस में कर रहे थे बैठक, उसी छत पर जलजमाव व गंदगी
बड़ा सवाल है कि डीसी ऑफिस में बारिश में कई-कई दिनों से जलजमाव व पानी के 10 खुली टंकियों में डेंगू के लार्वा की जांच कौन करेगा और लार्वा मिलने की स्थिति में जुर्माना किससे वसूला जायेगा.
भूत भगाने के लिए सरसों, लेकिन भूत सरसों में घुसा होगा, तो कैसे निकलेगा भूत. यह कहावत चरितार्थ होते मंगलवार को जमशेदपुर डीसी ऑफिस में देखने को मिला. डीसी सभागार की दूसरी मंजिल पर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, डीसी, सिविल सर्जन समेत अन्य सीनियर ऑफिसर के साथ डेंगू से बचाव के उपायों पर निर्देश दे रहे थे. वहीं, डीसी ऑफिस की दूसरी मंजिल की छत पर न केवल गंदी काई के साथ जलजमाव था,. अगर जांच की जाये, तो डेंगू का लार्वा मिल सकता है. यही नहीं, पेयजलापूर्ति के लिए लगे पानी के सभी दस टंकी के ढक्कन गायब थे. जब प्रशासनिक भवन में ही ऐसी लापरवाही है, तो डेंगू के डंक को कैसे रोका जा सकता है. जिला प्रशासन व निकाय प्रशासन हर दिन डेंगू का लार्वा मिलने व गंदगी फैलाने के नाम पर जुर्माना वसूल रहा है. जबकि उसके यहां की स्थिति ही काफी बदतर है. प्रशासन के ताजे आकड़ों के मुताबिक, पिछले दो माह में डेंगू-गंदगी के खिलाफ शहर में (विजया गार्डेन सोसाइटी समेत जमशेदपुर अक्षेस व मानगो नगर निगम में) दो दर्जन से अधिक हुई औचक छापेमारी में चार लाख रुपये से अधिक का जुर्माना वसूला गया है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि डीसी ऑफिस में बारिश में कई-कई दिनों से जलजमाव व पानी के 10 खुली टंकियों में डेंगू के लार्वा की जांच कौन करेगा और लार्वा मिलने की स्थिति में जुर्माना किससे वसूला जायेगा.
-
हकीकत : डीसी ऑफिस में पेयजलापूर्ति के लिए लगी 10 टंकियां बिना ढक्कन लगी मिलीं, छत पर लगी है काई
-
प्रभात सवाल : जलजमाव और गंदगी के लिए पूरे शहर से जुर्माना वसूलने वाले से कौन वसूलेगा जुर्माना
52 की जांच में तीन लोग मिले डेंगू पॉजिटिव, 42 की अस्पताल से हुई छुट्टी
पूर्वी सिंहभूम जिले में मंगलवार को 52 लोगों की डेंगू की जांच की गयी. इसमें तीन लोग डेंगू पॉजिटिव पाये गये. डेंगू पॉजिटिव लोग जुगसलाई, साकची व कदमा के रहने वाले हैं. इसके साथ ही अभी तक 8802 सैंपल की जांच की गयी, जिसमें 1170 लोग (कोल्हान प्रमंडल) डेंगू पॉजिटिव पाये गये हैं. वहीं 217 लोगों का इलाज अस्पताल में चल रहा है. इसमें 10 आइसीयू व 207 नॉर्मल वार्ड में भर्ती हैं. मंगलवार को 42 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया.
छुट्टी से अभी लौटा ही हूं, जिला समाहरणालय की छत पर जलजमाव और पानी टंकियों के ढक्कन खुले होने की जानकारी नहीं है. लेकिन किस परिस्थिति में ये स्थिति हुई है, इसे जरूर देखूंगा. उचित कार्रवाई भी करूंगा.
मंजूनाथ भजंत्री, डीसी, पूर्वी सिंहभूम
डेंगू से बचाव के लिए फुल शर्ट-पैंट पहन कर बच्चे स्कूल पहुंचे
जमशेदपुर शहर में डेंगू से स्कूली बच्चों की हुई मौत देखते हुए स्कूल प्रबंधकों की ओर से अपने स्तर पर भी प्रयास किया जा रहा है. केपीएस कदमा व डीबीएमएस इंग्लिश स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को एक एडवाइजरी जारी कर जूनियर सेक्शन ( नर्सरी से छठी क्लास ) के बच्चों को भी फुल शर्ट पैंट पहन कर आने को कहा है. केपीएस कदमा की प्रिंसिपल शर्मिला मुखर्जी ने कहा कि डेंगू से बचाव के लिए फुल शर्ट व पैंट पहन कर आने को कहा गया है. यह जरूरी नहीं कि स्कूल यूनिफॉर्म नया हो, अगर स्कूल यूनिफॉर्म फुल शर्ट पैंट नहीं भी है तो वे कोई भी फुल शर्ट पैंट पहन कर शामिल हो सकते हैं. इसका असर मंगलवार को दिखा.
Also Read: डेंगू का लगातार बढ़ रहा प्रकोप लेकिन स्वास्थ्य विभाग झारखंड के सिर्फ 7 जिलों में ही कर रहा जांच
डेंगू जांच किट उपलब्ध, लेकिन नहीं की जा रही जांच
एमजीएम अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में डेंगू जांच किट उपलब्ध होने के बाद भी कर्मचारी टेस्ट नहीं कर रहे. मंगलवार को यहां पहुंचे लोगों ने आरोप लगाया कि कर्मचारी किट नहीं होने की बात कहकर उन्हें टाल रहे हैं. शिकायत मिलने पर मेडिकल ऑफिसर डॉ नारायण उरांव ने जांच की, तो पता चला कि किट की कमी नहीं है और जांच भी हो रही है.