जमशेदपुर. गदड़ा कॉलेज के पास सरकारी जमीन पर बने चार पक्के घरों व 17 घेराबंदी को जिला प्रशासन ने शनिवार को अभियान चलाकर तोड़ा था. इसके विरोध में रविवार को गदड़ा कॉलेज मैदान में तीन पंचायतों( राहरगोड़ा, बारीगोड़ा व गदड़ा) के ग्रामीणों ने बैठक की. लोगों ने कहा कि एक राजनीतिक दल के जनप्रतिनिधि साजिश के तहत लोगों को बेघर करने में लगे हुए हैं.
सांसद विद्युत वरण महतो से मिलने का निर्णय लिया
साथ ही आरोप लगाते हुए कहा गया कि उक्त नेता की कुछ स्थानीय लोगों के साथ नहीं बनती है, जिसका वे बदला साध रहे हैं. लोगों ने सोमवार को सांसद विद्युत वरण महतो से मिलने का निर्णय लिया. सांसद गरीब परिवार को उनका हक दिलाने का काम करेंगे. गदड़ा में चल रहे इस अतिक्रमण अभियान को रोकने की मांग करेंगे. प्रशासन की सख्ती की वजह से बेघर हुए पेड़ के नीचे गुजर बसर कर रहे हैं.
लोगों ने कहा
गरीब परिवार को सरकारी नियम व प्रावधान के तहत बसाया जाना चाहिए ना कि बेघर कर दर-दर भटकने के लिए मजबूर करना चाहिए. जिला प्रशासन को गरीब परिवार का पक्ष भी सुनना चाहिए. गदड़ा कॉलेज मैदान को स्थानीय लोगों ने ही दान में जमीन दी है. लोगों ने कहा- हलुदबनी पंचायत के कोचाकोली में भी धड़ल्ले से सरकारी भूमि के अतिक्रमण किया जा रहा है, इस पर प्रशासन की नजर नहीं जा रही है.
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बैठक में जिला परिषद सदस्य कुसुम पूर्ति, मध्य गदड़ा के मुखिया हेमंत खालको, पश्चिम गदड़ा की मुखिया सुनीता नाग, पूर्वी गदड़ा की मुखिया जूही बेसरा, झामुमो नेता दुबराज नाग, प्रखंड प्रमुख के प्रतिनिधि महेंद्र मुर्मू, उप मुखिया मुन्ना चौधरी, उप मुखिया रतनलाल टुडू, पूर्व उप मुखिया बिरजू पात्रों, आजसू नेता संजय मालाकार, विश्वजीत भगत आदि मौजूद थे.