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झारखंड के आदित्यपुर को इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की तैयारी में सरकार, 500 करोड़ रूपये का होगा निवेश

इसमें उद्योग सचिव पूजा सिंघल निवेशकों को निवेश के लिए आमंत्रित करेंगी. सरकार अब झारखंड को इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना चाहती है. इसके लिए ज्यादा से ज्यादा निवेश प्राप्त करने और रोजगार सृजन करने को लेकर दिल्ली में जानकारी दी जायेगी. ज्ञात हो कि 29 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री ने क्लस्टर में निर्मित आधारभूत संरचनाओं का उद्घाटन किया था. अब इसके लिए निवेशकों की तलाश की जा रही है.

Jharkhand News, Jamshedpur News जमशेदपुर : आदित्यपुर में बने इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (इएमएसी) को पूर्वी भारत में निवेश का सबसे बड़ा गेटवे बनाने की तैयारी है. इसमें कुल 500 करोड़ निवेश का लक्ष्य रखा गया है. इसकी जानकारी देने के लिए उद्योग विभाग छह अप्रैल को दिल्ली में इएमसी समिट का आयोजन कर रहा है.

इसमें उद्योग सचिव पूजा सिंघल निवेशकों को निवेश के लिए आमंत्रित करेंगी. सरकार अब झारखंड को इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना चाहती है. इसके लिए ज्यादा से ज्यादा निवेश प्राप्त करने और रोजगार सृजन करने को लेकर दिल्ली में जानकारी दी जायेगी. ज्ञात हो कि 29 दिसंबर 2020 को मुख्यमंत्री ने क्लस्टर में निर्मित आधारभूत संरचनाओं का उद्घाटन किया था. अब इसके लिए निवेशकों की तलाश की जा रही है.

क्या है इएएमसी

इएमसी एक विशेष औद्योगिक पार्क है. आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में इस परियोजना की कुल लागत 186 करोड़ है. इसमें 41.48 करोड़ रुपये केंद्रीय अनुदान, 50 करोड़ का अनुदान जियाडा और 60 करोड़ रुपये का विशेष अनुदान राज्य सरकार ने दिया है.

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में 82 एकड़ भूमि पर क्लस्टर का निर्माण हो रहा है, जहां 51 इकाइयों को भूमि उपलब्ध करायी जायेगी. इएमसी में टेस्टिंग सेंटर, ट्रेड पवेलियन, ट्रक पार्किंग, वेयर हाउस, स्कूल, शॉपिंग मॉल, हेल्थ सेंटर, हॉस्टल, रेस्टोरेंट, रोड, नाली, स्ट्रीट लाइट व अन्य मूलभूत सुविधाएं देने की तैयार की जा रही है.

मोबाइल से लेकर कंप्यूटर पार्ट्स तक का हो सकता है निर्माण

क्लस्टर में 49 एकड़ भूमि इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनानेवाले 51 उद्यमियों के लिए आरक्षित है. इसके अतिरिक्त पांच एकड़ भूमि में फ्लैटेड फैक्ट्री बनायी गयी है. इसमें 92 उद्यमियों को प्लग एंड प्ले मोड पर छोटे पैमाने पर इलेक्ट्रॉनिक असेंबली लाइन शुरू करने के लिए आवंटित किया जा रहा है. कुछ उद्यमियों के लिए प्लग एंड प्ले मोड के तहत यूनिट का आवंटन भी हो चुका है.

इएमसी में भूमि की कीमत 90 लाख रुपये प्रति एकड़ है और जियाडा विनियमन के अनुसार, उद्यमियों को भूमि इकाइयों के लिए 50 प्रतिशत रियायत पर दी गयी है. फ्लैटेड फैक्ट्री में तैयार इकाइयां 15 रुपये प्रति वर्ग फीट की दर पर उपलब्ध करायी जा रही है. फ्लैटेड फैक्ट्री में इकाइयों का आकार 12 सौ वर्ग फीट से 21 सौ वर्ग फीट तक है. बताया गया कि यहां मोबाइल, कंप्यूटर पार्ट्स के निर्माण और असेंबल जैसे काम होंगे.

45 हजार को रोजगार, 500 करोड़ निवेश का लक्ष्य :

बताया गया कि इएमसी में 500 करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है. इएमसी में यदि सभी उद्यमियों द्वारा अपनी इकाइयों को स्थापित कर दिया जाता है, तो लगभग 20 हजार प्रत्यक्ष एवं लगभग 25 हजार अप्रत्यक्ष यानी 45 हजार रोजगार का सृजन होगा.

समिट में निवेशक किये जायेंगे आमंत्रित

आदित्यपुर में स्थित है इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग क्लस्टर (इएमएसी)

झारखंड को इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग का हब बनाना चाहती है सरकार

आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में 82 एकड़ भूमि पर क्लस्टर बनेगा, जहां 51 इकाइयों को भूमि उपलब्ध करायी जायेगी

इएमसी में टेस्टिंग सेंटर, ट्रेड पवेलियन, ट्रक पार्किंग, वेयर हाउस, स्कूल, शॉपिंग मॉल व हेल्थ सेंटर समेत अन्य सुविधाएं होंगी

Posted By : Sameer Oraon

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