Jharkhand News (जमशेदपुर, पूर्वी सिंहभूम) : पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत जमशेदपुर स्थित परसुडीह के मकदमपुर की एक युवती को उसके पिता ने अंधविश्वास के कारण महीनों जंजीर से बांध कर रखा. बिष्टुपुर के बेली बोधनवाला गैरेज के पास स्थित कर्बला में पिता ने अपनी बेटी को जंजीर से बांध कर रखा. युवती 30 दिनों तक कर्बला में पड़ी रही. स्थानीय लोगों से जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंच कर युवती को जंजीर से मुक्त कराया.
इस संबंध में युवती ने कहा कि अंधविश्वास के कारण पिता ने कर्बला में जंजीर से पैर बांध बांध महीनों छोड़ दिया. यहां रफीक नामक व्यक्ति उसे जंजीर से बांध कर रखता था. युवती ने रफीक पर कई बार यौनशोषण का भी आरोप लगाया. युवती के मुताबिक, रफीक उसे कुछ पीने को देता था. उसके पीते ही कुछ देर बाद ही उसे होश नहीं रहता था. इसी का फायदा उठाकर रफीक उसके साथ यौनशोषण करता रहा.
वहीं, युवती के पिता ने कहा कि उनकी तीन बेटियां हैं. इस बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. उसपर हमेशा भूत का साया रहता है. इस कारण उसे कर्बला पहुंचा दिया गया, ताकि उसकी मानसिक स्थिति ठीक हो सके. इस बेटी की हरकतों से तंग आकर उन्होंने यह कदम उठाया.
दूसरी ओर, बिष्टुपुर पुलिस ने जंजीर से बंधे युवती को मुक्त कराते हुए थाना ले गयी. वहीं, यौनशोषण करने का आरोपी और मो रफीक और युवती के पिता को भी पुलिस थाना ले गयी. इस मामले में मो रफीक ने कहा कि युवती पर भूत का साया और बेवजह इस तरह का बयान दे रही है. उसने कहा कि मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहने के कारण युवती कहीं भाग ना जाये. इसलिए उसे बांध कर रखा गया था.
इधर, पुलिस के अनुसार युवती के पिता ने लिखित आवेदन में खुद के द्वारा कर्बला में जंजीर से बांधकर बेटी को बांध कर रखने को कही. साथ ही कहा कि बेटी की मानसिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उसे जंजीर से बांधा गया था. पुलिस मामले की जांच कर रही है. युवती की मेडिकल जांच भी करायी गयी. जांच रिपोर्ट आने के बाद ही पुलिस आगे की कार्रवाई करेगी. वहीं, इस मामले में हिंदू पीठ के अध्यक्ष अरुण सिंह, भाजपा नेता दीपल विश्वास आदि ने आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग की है.
Posted By : Samir Ranjan.