झारखंड के जमशेदपुर से दारोगा मोहन कुमार 10 हजार घूस लेते गिरफ्तार, रिश्वत नहीं देने पर दी थी ये धमकी

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के एमजीएम थाना में पदस्थापित दारोगा मोहन कुमार को आज मंगलवार को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. दारोगा ने एक लाख रुपये घूस की मांग की थी. नहीं देने पर जेल भेजने की धमकी दी थी.

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 7, 2021 2:42 PM
an image

Jharkhand News, जमशेदपुर न्यूज (श्याम झा) : झारखंड के रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड के बीडीओ विनय कुमार की रिश्वत मामले में गिरफ्तारी के बाद अब जमशेदपुर से दारोगा मोहन कुमार को एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) की टीम ने 10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. रुपये के लेनदेन में मामला रफा-दफा करने को लेकर दारोगा ने पैसे की मांग की थी, नहीं देने पर एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने की धमकी भी दी थी. इसके बाद पीड़ित ने इसकी शिकायत एसीबी से की थी.

झारखंड के पूर्वी सिंहभूम जिले के एमजीएम थाना में पदस्थापित दारोगा मोहन कुमार को आज मंगलवार को एसीबी (भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो) की टीम ने 10 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार करने के बाद एसीबी की टीम दारोगा मोहन कुमार को सोनारी एसीबी थाना ले गयी. एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) के अनुसार रुपये के लेनदेन के एक मामले की जांच में मामला रफा दफा करने के लिए दारोगा मोहन कुमार ने पीड़ित से एक लाख रुपये की मांग की थी. रुपये नहीं देने पर प्राथमिकी दर्ज कर जेल भेजने की धमकी भी दी थी.

Also Read: झारखंड विधानसभा में विपक्ष पढ़ता रहा हनुमान चालीसा, स्पीकर बोले- आसन को फुटपाथ मत बनाइए

इसके बाद पीड़ित ने इस मामले की शिकायत एसीबी में की. एसीबी ने इस मामले की जांच की, तो ये मामला सही पाया गया. इसके बाद एसीबी की टीम ने गिरफ्तारी के लिए जाल बिछाया. आज मंगलवार को एसीबी की टीम ने दारोगा मोहन कुमार को 10 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. आपको बता दें कि रामगढ़ जिले के मांडू प्रखंड के बीडीओ विनय कुमार को भी एसीबी की टीम ने मुर्गी शेड के नाम पर पूर्व मुखिया से 45 हजार रुपये घूस लेते गिरफ्तार किया है.

Also Read: झारखंड के रामगढ़ से मांडू बीडीओ विनय कुमार 45 हजार घूस लेते गिरफ्तार, एसीबी की टीम ने ऐसे दबोचा

Posted By : Guru Swarup Mishra

Exit mobile version