जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो के बिष्टुपुर स्थित कार्यालय के समक्ष कांग्रेस तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) कार्यकर्ताओं में भिड़ंत हो गयी. दोनों पक्षों के बीच जमकर धक्का-मुक्की हुई. पुलिस ने बीच-बचाव कर मामले को शांत कराया. कांग्रेस नेताओं ने भाजपा नेता और कार्यकर्ताओं पर कांग्रेस की महिला नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने का भी आरोप लगाया.
पूर्वी सिंहभूम की जिला कांग्रेस अध्यक्ष ऊषा यादव ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने महिला कांग्रेस की कार्यकर्ताओं को सड़क पर घसीटा. उनके साथ दुर्व्यवहार किया. वहीं, भाजपा के जिलाध्यक्ष गुंजन यादव ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने सांसद आवास के बाहर अभद्र आचरण किया. सरकार के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया. इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा. सत्ताधारी पार्टी हमें खाकी वाले गुंडा के जरिये डराना चाहती है.
गुंजन यादव ने कहा कि अगर आप खाकी वाला गुंडा हैं, तो हम खादी वाला गुंडा हैं. अगर आप खाकी वर्दी से हमें डरायेंगे, तो खादी वर्दी हमें बचायेगी. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है. अपने जनप्रतिनिधि से मिलने का अधिकार सभी लोगों है. लेकिन, उसका एक तरीका होता है. कांग्रेस पार्टी ने सांसद के घर के बाहर प्रदर्शन किया, लेकिन उसकी सूचना किसी को नहीं थी.
श्री यादव ने कहा कि न तो इस प्रदर्शन की सूचना पुलिस को दी गयी थी. न तो मीडिया को इसकी सूचना थी. यहां तक कि सांसद को भी यह नहीं बताया गया था कि कांग्रेस के कार्यकर्ता उनके आवास के बाहर प्रदर्शन करेंगे. अचानक से कुछ लोग यहां आये और हंगामा खड़ा कर दिया. यह उचित नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार हमारे खिलाफ चाहे जितने केस कर ले, हम डरने वाले नहीं हैं.
उधर, जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष धर्मेंद्र सोनकर ने कहा कि त्रिपुरा में कांग्रेस प्रभारी डॉ अजय कुमार पर हमला हुआ. प्रदेश नेतृत्व के कहने पर महिला कांग्रेस ने सांसद के आवास का घेराव किया. शांतिपूर्ण तरीके से विरोध-प्रदर्शन चल रहा था, लेकिन भाजपा नेताओं ने उनके साथ बदसलूकी की. महिला कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट की. पार्टी नेतृत्व से सलाह-मशविरा लेंगे. कानूनी राय लेंगे और उसके बाद कानूनी कार्रवाई पर विचार करेंगे.
बता दें कि त्रिपुरा में कांग्रेस प्रभारी डॉ अजय कुमार पर हमले के विरोध में महिला कांग्रेस की कई नेता और कार्यकर्ता थाली और चम्मच बजाते हुए प्रदर्शन कर रहीं थीं. कांग्रेस कार्यकर्ता ‘मोदी सरकार चोर है’ के नारे लगा रही थी, तो दूसरी तरफ से भाजपा वालों ने जवाब में ‘राहुल गांधी चोर है’ के नारे लगाये गये. इसी दौरान किसी ने अपशब्द का इस्तेमाल किया और माहौल गरमा गया. दोनों पक्षों के बीच धक्का-मुक्की होने लगी. धक्का-मुक्की का यह दौर काफी देर तक चलता रहा. दोनों पक्षों के बीच में पुलिस आयी. पुलिस ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभाला.