जमशेदपुर के एक्सएलआरआइ के टाटा ऑडिटोरियम में ‘प्रभात खबर’ की ओर से ‘कोल्हान गौरव सम्मान’ समारोह आयोजित किया गया. इस अवसर पर कोल्हान के 28 शख्सीयतों को सम्मानित किया गया. इससे पूर्व मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, विशिष्ट अतिथि सांसद विद्युत वरण महतो, कोल्हान आयुक्त मनोज कुमार, प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी, कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता, उपाध्यक्ष विजय बहादुर और कोल्हान विश्वविद्यालय की पूर्व कुलपति डॉ शुक्ला महंती ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की विधिवत शुरुआत की.
इस दौरान संगीत संध्या का भी आयोजन किया गया. इसमें सारेगामा फेम अनन्या चक्रवर्ती ने अपनी सुरीली आवाज से समां बांधा. अनन्या ने अपनी दमदार आवाज से शहर के लोगों का दिल जीत लिया.
अब दौर बदल गया है. सोशल मीडिया के इस दौर में विश्वसनीयता की कसौटी पर खरा उतरना किसी भी अखबार के लिए सबसे बड़ी चुनौती है. इस कार्य को प्रभात खबर पिछले करीब तीन दशकों से बखूबी निभा रहा है. यह समाज में दिशा सूचक की भूमिका निभा रहा है. अगर दिशा सूचक गलत होगा, तो हम सही जगह पर नहीं पहुंच सकते हैं.
इसका उदाहरण चंद्रयान-2 के जरिये देश और दुनिया ने देखा. लेकिन चंद्रयान-3 की सफलता इस बात का द्योतक है कि अगर हम अपनी असफलता से सीखते है, तो इतिहास बनाते है. ये बातें केंद्रीय जनजातीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने एक्सएलआरआइ के टाटा ऑडिटोरियम में प्रभात खबर की ओर से आयोजित कोल्हान गौरव सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि कहीं.
इस अवसर पर कोल्हान की उन 28 शख्सीयतों को सम्मानित किया गया, जिन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, समाजसेवा, कला-संस्कृति, नृत्य, पर्यावरण संरक्षण, खेल समेत अन्य क्षेत्रों मे उल्लेखनीय कार्य किया है. केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, सांसद विद्युत वरण महतो और कोल्हान के आयुक्त मनोज कुमार ने किया सम्मानित.
अतिथियों ने सम्मान समारोह के आयोजन के लिए प्रभात खबर की पहल को सराहा. साथ ही सम्मानित होने वालों का हौसला भी बढ़ाया.
सम्मान समारोह में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि महिला आरक्षण विधेयक पहले भी पारित करने की पहल की गयी थी. लेकिन उस वक्त इस बिल को फाड़ दिया गया था. लेकिन, देश में फिजा बदली है. एक सकारात्मक वातावरण तैयार हुआ है.
अर्जुन मुंडा ने कहा कि संसद हो या फिर परिवार, अगर वातावरण अनुकूल है, तो कठिन से कठिन निर्णय लेने में भी आसानी होती है. सकारात्मक माहौल का ही असर है कि नारी शक्ति वंदन बिल राज्यसभा के साथ ही लोकसभा से भी ध्वनिमत से पास हुआ.
इतना ही नहीं लोकसभा में इसके खिलाफ सिर्फ दो सांसदों ने वोट किया. समाज में कोई भी अगर अच्छा कार्य कर रहा है, तो उसे सम्मान जरूर देना चाहिए, क्योंकि इससे ना सिर्फ उनमें अच्छा करने का जज्बा पैदा होता है, बल्कि उन्हें देख कर दूसरों को भी प्रेरणा मिलती है. जमशेदपुर ऐतिहासिक पृष्ठ भूमि वाला शहर है.
जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने अपने संबोधन में कोल्हान की धरती हमेशा से अच्छे कार्यों के लिए जानी जाती रही है. कोल्हान में कई लोग हैं जो शानदार कार्य कर रहे हैं. उन सभी लोगों को ढूंढ कर एक मंच पर लाना, उन्हें सम्मानित करना, यह वाकई में महत्वपूर्ण कार्य है.
इस कार्य के लिए प्रभात खबर की पूरी टीम की उन्होंने सराहना की. भुवनेश्वर महतो, बहादुर उरांव जैसे लोगों ने जंगल बचाने से लेकर झारखंड अलग राज्य बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई.
गुवा गोलीकांड में कई लोग शहीद हो गये. कई लोगों ने अपना सारा कुछ खो दिया. उनमें से एक हैं बहादुर उरांव. इस प्रकार की शख्सियतों को सम्मानित कर वे खुद गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. श्री महतो ने कहा कि प्रभात खबर अपने टैग लाइन अखबार नहीं आंदोलन के अनुरूप कार्य कर रहा है.
कोल्हान के प्रमंडलीय आयुक्त सह कोल्हान विवि के कुलपति मनोज कुमार ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि निर्भीक पत्रकारिता व विश्वसनीयता का दूसरा नाम है प्रभात खबर.
उन्होंने 23 सितंबर के वैज्ञानिक कारणों की व्याख्या करते हुए कहा कि 23 सितंबर के दिन इक्वल लाइट्स धरती पर आते हैं. यानी जितना अंधेरा उतना ही उजाला.
आज के दौर में बच्चे सही रोल मॉडल नहीं बना पा रहे हैं, क्योंकि समाज में अच्छे रोल मॉडल की कमी है. क्राइसिस के इस दौर में अगर समाज के अलग-अलग क्षेत्र के लोगों को ढूंढ कर उन्हें सम्मानित किया जाता है, तो निश्चित रूप से इससे बच्चों को अच्छे कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी. उन्होंने प्रभात खबर को समाज का पथ प्रदर्शक करार दिया.
प्रभात खबर के प्रधान संपादक आशुतोष चतुर्वेदी ने कहा कि जमशेदपुर एक वाइब्रेंट व संजीदा शहर है. इस शहर की खासियत यह है कि यहां सभी धर्म व संप्रदाय के लोग रहते हैं. इकट्ठे होकर यहां बैशाखी, ईद, दिवाली, क्रिसमस तो ओणम भी मनायी जाती है.
उन्होंने कहा कि जमशेदपुर जैसे शहर में यहां से निकलने वाले सभी अखबारों के सर्कुलेशन को अगर मिला भी दिया जाए, तो वह भी प्रभात खबर से काफी कम है. इस मुकाम को अगर प्रभात खबर हासिल कर पाया है तो वह सुधि पाठकों की स्नेह की वजह से.
उन्होंने कहा कि खबरों की प्रमाणिकता प्रभात खबर की पूंजी है, तो पाठक उसके असली मालिक हैं. पाठक के भरोसे की वजह से ही सिर्फ तीन राज्यों से निकलने वाले इस अखबार के पाठकों की संख्या 1.16 करोड़ पाठक है. सबसे अधिक चुनौती है फेक न्यूज को पहचान कर पाठकों को सही खबर देना है.
प्रभात खबर के कार्यकारी निदेशक आरके दत्ता ने कहा कि जमशेदपुर शहर को देख कर काफी खुशी होती है. काफी प्लांड व क्लीन सिटी है. उन्होंने कहा कि प्रभात खबर विश्वास की पत्रकारिता करता है.
उन्होंने कहा कि बदलते दौर में प्रभात खबर ना सिर्फ अखबार बल्कि फेसबुक, यू ट्यूब, इंस्टाग्राम, ह्वाट्सएप से लेकर तमाम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर भी विश्वसनीय खबरें पाठकों को दे रहा है.
कहा कि प्रभात खबर अपने पाठकों के लिए सिर्फ खबरों को ही नहीं छापता है, बल्कि अलग-अलग इवेंट के जरिये सामाजिक सरोकार को भी निभाता है.
स्कूली बच्चों के लिए क्विज, शिक्षकों के लिए गुरु सम्मान. महिलाओं को लिए अपराजिता सम्मान, डॉक्टर सम्मान, किसान सम्मान, बुजुर्गों के लिए जीवन श्री सम्मान कर समाज के लोगों में अच्छा कार्य करने की अलख जगाता है.
प्रभात खबर के उपाध्यक्ष विजय बहादुर ने धन्यवाद ज्ञापन देते हुए कहा कि जमशेदपुर से प्रभात खबर का आत्मीयता भरा रिश्ता है. यह शहर जितना टाटा के नाम से जाना जाता है, उतना ही प्रभात खबर के नाम से जाना जाता है.
उन्होंने प्रभात खबर से प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से जुड़े सभी लोगों का आभार प्रकट किया. कहा कि पाठकों के साथ ही प्रभात खबर पर विज्ञापनदाताओं, अखबार विक्रेता बंधुओं से लेकर हर किसी ने विश्वास जताया है.