Jharkhand News, Jamshedpur News जमशेदपुर : एसएसपी ने बताया कि आफताब सामान खरीदने जाता था, तो नकली नोट का प्रयोग करता था. दुकानदार द्वारा खुल्ला मांगने पर भी वह कम रुपये का सामान लेकर 500 रुपये का नोट देता था, ताकि उसे वापसी में असली नोट अधिक से अधिक मिले. आफताब आलम रोज अलग-अलग बाजार में जाकर नकली नोट देकर असली नोट ले आता था. वह अधिकांश दिन शाम के समय हल्का अंधेरा होने पर बाजार जाता था, ताकि दुकानदार नोट की पहचान नहीं कर सके.
घर से 57 हजार के नकली नोट समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं. इसमें कुछ अधूरे नोट भी शामिल हैं. यूट्यूब पर एक वीडियो में नकली नोट बनाने का तरीका देखकर उसने कई दिनों तक इसकी प्रैक्टिस की थी. शनिवार को जुगसलाई में फल दुकानदार को नकली रुपये देने के दौरान पुलिस ने आफताब को गिरफ्तार किया था. उसके घर से 100, 500 और 50 रुपये के नकली नोट, कई सर्टिफिकेट, स्कैनर मशीन, प्रिंटर, स्टेशनरी के सामान, कंप्यूटर आदि बरामद किये गये.
एसएसपी ने बताया कि आफताब सामान खरीदने जाता था, तो नकली नोट का प्रयोग करता था. दुकानदार द्वारा खुल्ला मांगने पर भी वह कम रुपये का सामान लेकर 500 रुपये का नोट देता था, ताकि उसे वापसी में असली नोट अधिक से अधिक मिले. आफताब आलम रोज अलग-अलग बाजार में जाकर नकली नोट देकर असली नोट ले आता था. वह अधिकांश दिन शाम के समय हल्का अंधेरा होने पर बाजार जाता था, ताकि दुकानदार नोट की पहचान नहीं कर सके.
राजधानी में इन दिनों 200 और 500 रुपये के नकली खपाये जा रहे हैं. शातिर इन दिनों पान दुकान, फास्ट फूड दुकान और ठेला-खोमचा वाले के पास नकली नोट चला रहे हैं. ऐसे लोग इन दुकानों पर तब पहुंचते हैं, जब दुकानों में भीड़ अधिक रहती है और दुकानदार जल्दबाजी में बगैर जांच किये नकली नोट लेकर रख लेते हैं. कोकर के शांति नगर स्थित एक पान दुकान में एक युवक 200 रुपये का नकली नोट लेकर पहुंचा. दुकान से उसने रजनीगंधा, सिगरेट व चिप्स (कुल 60 रुपये के सामान) लिये.
सामान लेने के बाद वह छुट्टा पैसा लेकर चला गया. दूसरे दिन भी वह उसी दुकान पर आया और कुछ सामान खरीद कर 200 रुपये का नोट दुकानदार को दिया. शक होने पर दुकानदार ने जब पूछताछ की, तो वह फरार हो गया. राजधानी के एक पेट्रोल पंप में 500 रुपये का तेल भराने के बाद नकली नोट देकर एक व्यक्ति चला गया. जब कर्मचारी ने सेल का मिलान किया, तब नकली नोट का पता चला.
जनवरी 2020 में मांडर के ब्रांबे में रानी स्किन केयर सेंटर(चर्म रोग) के संचालक डॉ मो आसिफ को नकली नोट का कारोबार करने के मामले में पकड़ा गया था. उसके पास से स्कैनर, प्रिंटर व प्रिंट किये हुए 500, 200 व 100 रुपये के नकली नोट मिले थे. डॉक्टर अपने लोगों के जरिये मुड़मा मेला सहित मांडर के विभिन्न इलाकों में लगनेवाले साप्ताहिक बाजार में नकली नोटों को चलवाता था.
Posted By : Sameer Oraon