जमशेदपुर में जैक, सीबीएसइ व आइसीएसइ के 10वीं, 12वीं के टॉपर-मेधावी स्टूडेंट्स का प्रभात खबर ने किया सम्मान
एसएसपी प्रभात कुमार ने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी. उन्हें मोटिवेट करते हुए कहा कि आप खुद का एनालिसिस कीजिए. अपनी कमजोरी को पहचानिए और उसे दूर करने की कोशिश कीजिए. अपनी अच्छाई को और मजबूत कीजिए.
प्रभात खबर ने अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए सोमवार को माइकल जॉन ऑडिटोरियम बिष्टुपुर में प्रतिभा सम्मान समारोह- 2023 का आयोजन किया. समारोह दो सत्र में चला.
सुबह 10 बजे पहला सत्र शुरू हुआ, जिसमें जमशेदपुर के स्कूलों के सीबीएसइ और जैक बोर्ड परीक्षा के 10वीं और 12वीं के टॉपर और मेधावी छात्र-छात्रा शामिल हुए. सभी को प्रमाणपत्र और मेडल देकर सम्मानित किया गया.
मुख्य अतिथि एसएसपी प्रभात कुमार ने छात्रों को मोटिवेट करते हुए कहा कि यह समय खुद को एनालिसिस करने का है. आपकी जिस फील्ड में रुचि हो, उसमें आगे बढ़ें.
प्रथम सत्र में मुख्य अतिथि एसएसपी प्रभात कुमार ने सभी छात्र-छात्राओं को बधाई दी. उन्हें मोटिवेट करते हुए कहा कि आप खुद का एनालिसिस कीजिए. अपनी कमजोरी को पहचानिए और उसे दूर करने की कोशिश कीजिए. अपनी अच्छाई को और मजबूत कीजिए.
आप इंजीनियरिंग, मेडिकल या अन्य फील्ड में जा सकते हैं. लेकिन जिस चीज और जिस फील्ड में मन लगे, उसी में आगे बढ़ें. तभी सफलता मिलेगी. अभी बहुत अपॉर्च्युनिटी है, आपके लिए दरवाजे खुले हैं. आपके बगल के छात्र क्या कर रहे हैं, इस पर मत जाइए.
इंजीनियरिंग, मेडिकल के अलावा स्पोर्ट्स, लिटरेचर व अन्य फील्ड में आप अच्छा कर सकते हैं. इसलिए अपनी रुचि को पहचानिए और आगे बढ़िये. उन्होंने कहा कि जो पुस्तक पढ़ने पर आपको मोबाइल देखने का मन न करे, समझ जाइए उसी में आपकी रुचि है.
उन्होंने उदाहरण देकर समझाया कि एक लॉग पर पांच मेढ़क थे. एक ने छलांग लगाने का फैसला किया. तो लॉग पर कितने मेढ़क रह गये? लॉग पर अभी भी पांच मेढ़क थे. क्योंकि एक ने केवल डिसाइड किया था, छलांग लगाया नहीं था. यह समय छलांग लगाने का है.
उन्होंने छात्रों को समझाया कि लाइफ एक ही है. इसमें तनाव नहीं लेना है. इसे इंज्वॉय करना है. समय के साथ प्रायोरिटी (प्राथमिकता) बदलती रहती है. इसलिए जीवन में हमें बैलेंस बनाकर चलने की जरूरत है.
उन्होंने छात्रों को सोशल मीडिया से दूर रहने की सलाह दी. कहा कि ऑनलाइन पढ़ाई की जरूरत नहीं है. हार्ड बुक पढ़िये. यह समझने की जरूरत है कि गूगल टीचर से बड़ा नहीं है.
इसलिए डिजिटल एक्टिविटी को बंद कर दीजिए. इसमें केवल समय बर्बाद होता है. आज छात्रों में लिखने की आदत खत्म हो गयी है. ऐसा नहीं होना चाहिए. आप हर दिन 10 मिनट जरूर लिखिए.
एक महीना ऐसा करके देखिये, फिर फर्क देखिए. प्रॉब्लम सभी की जिंदगी में आती है. इससे घबराने की बजाय, रास्ता निकालने की जरूरत है. हमेशा अच्छा करते रहने की कोशिश करनी चाहिए.
मौके पर रेल एसपी ऋषभ झा ने कहा कि आपके लिए यह करियर को दिशा देने का समय है. किस डायरेक्शन में जाना है, इस पर गंभीर होने की जरूरत है. एक लक्ष्य निर्धारित कीजिए और उस दिशा में आगे बढ़िये.
किसी प्रतियोगिता की तैयारी के दौरान तनाव से दूर रहते हुए उसे इंज्वॉय कीजिए. अपने साथियों को भी आगे बढ़ने के लिए इंस्पायर कीजिए. ऑनलाइन स्टडी मैटर पर भरोसा मत कीजिए. मेरी सलाह होगी कि हर दिन समाचार पत्र भी जरूर पढ़िये.
इस समय देश-दुनिया में क्या चल रहा है, इससे अवगत रहने की जरूरत है. इससे आपका विजन खुलेगा. उन्होंने छात्रों को मोटिवेट करते हुए कहा कि आप देश के भविष्य हैं.
टाटा वर्कर्स यूनियन के अध्यक्ष संजीव चौधरी ने छात्रों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि हमें हनुमान जी से सीखने की जरूरत है. रामायण का हर पात्र कभी-न-कभी उदास रहा है. हनुमान जी कभी उदास नहीं रहे.
उनके लिए कोई भी काम असंभव नहीं था. उन्होंने कहा कि मर्यादा को नहीं लांघना है. आराध्य के प्रति अटूट विश्वास रखना है और कभी निराश नहीं होना है.