जमशेदपुर में अवैध कमाई के लिए शराब में मिलावट का धंधा तेजी से चल रहा है. लाइसेंसी शराब दुकानों में महंगी शराब की बोतलों में पानी मिलाकर बेचा जा रहा है. मिलावट की तस्वीरें वायरल होने के बाद उत्पाद विभाग हरकत में आ गया. शिकायत का संज्ञान लेते हुए विभागीय टीम ने शनिवार की रात सिदगोड़ा विद्यापतिनगर स्थित शराब दुकान में छापेमारी की. इसमें नौ लीटर पानी मिली शराब की बोतलें जब्त की गयी हैं. मिलावट में शामिल रहे दो कर्मचारियों को पकड़कर आबकारी थाना ले आया गया. उत्पाद विभाग की टीम में सहायक आयुक्त राकेश सिंह और मनोज कुमार शामिल थे. पकड़े गये दोनों कर्मचारी से पूछताछ की जा रही है.
ऐसे की जा रही मिलावट
अब तक की पूछताछ में पता चला है कि कर्मचारी सीलबंद शराब की बोतल का ढक्कन खोलकर शराब निकाल लेते हैं. फिर इसी अनुपात में शराब में पानी मिला दिया जाता है. निकाली गयी शराब को नयी बोतल में भरकर ग्राहकों को एमआरपी की दर पर बेच दिया जाता है. इससे होने वाले फायदा को कर्मचारी आपस में बांट लेते हैं.
पहले भी सामने आ चुके हैं मामले
पिछले दिनों आदित्यपुर में शराब दुकान के कर्मचारी द्वारा पानी मिलाने का वीडियो वायरल हुआ था. बोतल में शराब के साथ पानी मिलाने की शिकायत लगातार विभाग को मिल रही थी. इसके बाद कार्रवाई शुरू की गयी है. अब तक इस मामले में कई कर्मचारियों को जेल भेजा जा चुका है. उत्पाद विभाग के अनुसार अबतक 12 कर्मचारियों को गड़बड़ी करने के आरोप में पकड़ा गया है.
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इंचार्ज व सहकर्मियों ने की 6.50 लाख की हेराफेरी
छापेमारी के बाद दुकान में लेन-देन की जांच की गयी. इसमें लाखों रुपये की हेराफेरी का पता चला है. इंचार्ज व कर्मचारियों ने मिलीभगत कर 6.50 लाख रुपये की वित्तीय गड़बड़ी की है. इसकी जांच की जा रही है.
सिदगोड़ा विद्यापतिनगर में शराब दुकान में शराब की बोतल में पानी मिलाने की शिकायत मिली थी. टीम ने छापामारी कर नौ लीटर पानी मिला शराब बरामद किया है. कर्मचारियों ने मिलीभगत कर करीब 6.50 लाख रुपये की हेराफेरी की है. इसकी जांच की जा रही है.
-रामलीला रवानी, सहायक आयुक्त, उत्पाद विभाग