टाटा स्टील के सीएमडी रह चुके रूसी मोदी के बाद ही डॉ जेजे ईरानी को टाटा स्टील का एमडी बनाया गया था. रूसी मोदी के साथ उनकी अदावत जगजाहिर थी, लेकिन डॉ जेजे ईरानी की धर्मपत्नी डेजी ईरानी की पहल पर डॉ जेजे ईरानी ने रूसी मोदी से मुलाकात की हामी भरी. एक बार जमशेदपुर के दौरे पर आये रूसी मोदी बेल्डीह क्लब से निकलकर सीधे डॉ जेजे ईरानी के घर पहुंच गये. अचानक डॉ जेजे ईरानी ने जब रूसी मोदी को देखा, तो वे चौंक गये, लेकिन उन्होंने उनका स्वागत किया. डेजी ईरानी ने इसकी पहल की और जब रिटायरमेंट के वक्त दोनों के बीच अंतत: दोस्ती हो गयी.
बेबाक फैसले, कलरफुल कपड़ों और ‘करना है, तो करना है’ के जज्बे के लिए जाने जायेंगे डॉ जेजे ईरानी. डॉ जेजे ईरानी बेबाक फैसलों के लिए जाने जाते रहे हैं. उनके कई ऐसे फैसलों से कंपनी बेहतर स्थिति में आयी. जबकि जनता के लिए भी कई हितकर फैसले उन्होंने लिये. बिरसानगर जैसी गैर टाटा लीज एरिया, जिसको टाटा की नजरों में उस वक्त अतिक्रमित जमीन थी,
वहां के बिरसानगर पुल को उन्होंने मंजूरी दी और उन्होंने ही बिरसानगर पुल को बनवाया, जो आज भी लोगों के लिए यात्रा सुगम करता आया है. टाटा स्टील की ओर से टाटा लीज एरिया के बाहर काम करने की इजाजत नहीं होती थी, लेकिन उन्होंने जनहित के कई फैसले लिये हैं. वैसे उनका कलरफुल कपड़े भी उनकी पहचान रही है.