Jamshedpur news. झारखंड के 27 उम्मीदवारों को टाटा स्टील फाउंडेशन की प्लेसमेंट ड्राइव में मिला नौकरी का आकर्षक प्रस्ताव
छह उम्मीदवारों को एमआरएफ टायर्स, भरूच (गुजरात) में नौकरी मिली, 16 उम्मीदवारों को चेन्नई (तमिलनाडु) में और पांच लड़कियों को श्नाइडर, हैदराबाद (तेलंगाना) में नौकरी मिली
Jamshedpur news.
झारखंड के 27 उम्मीदवारों को वेस्ट बोकारो डिवीजन में टाटा स्टील फाउंडेशन (टीएसएफ) द्वारा आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान विभिन्न प्रतिष्ठित कंपनियों से आकर्षक नौकरी के प्रस्ताव प्राप्त हुए. पिछले महीने आयोजित प्लेसमेंट ड्राइव में एमआरएफ टायर्स और श्नाइडर जैसी कंपनियों से नौकरी के प्रस्ताव प्राप्त हुए. कुल मिलाकर 50 उम्मीदवारों ने भाग लिया. इनमें से 27 उम्मीदवारों को नौकरी के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया. छह उम्मीदवारों को एमआरएफ टायर्स, भरूच (गुजरात) में नौकरी मिली, 16 उम्मीदवारों को चेन्नई (तमिलनाडु) में और पांच लड़कियों को श्नाइडर, हैदराबाद (तेलंगाना) में नौकरी मिली.बेरोजगारी की बढ़ती चुनौतियों से निपटने के लिए हर साल फाउंडेशन जमशेदपुर स्थित मॉडल करियर सेंटर (एमसीसी) के साथ मिलकर प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित करता है. इन ड्राइव का उद्देश्य 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के उम्मीदवारों को लक्षित करना है. विशेष वंचित समुदायों के क्षेत्रों से, जिनके पास न्यूनतम योग्यता के रूप में कक्षा 10 तक की शिक्षा और कुछ मामलों में पोस्टग्रेजुएट डिग्री होती है. वित्तीय वर्ष 2024 में विभिन्न पंचायतों में छह सफल प्लेसमेंट ड्राइव आयोजित की गयीं, जिनमें 763 उम्मीदवारों ने करियर काउंसिलिंग सत्रों में भाग लिया, जिनमें 274 महिलाएं भी शामिल थीं. इन सत्रों के बाद 416 उम्मीदवारों ने इंटरव्यू दिया, जिसके परिणामस्वरूप भारत भर की प्रमुख कंपनियां जैसे विसट्रॉन इलेक्ट्रॉनिक्स, एमआरएफ टायर्स, श्नाइडर और मैट फाउंड्री में 85 उम्मीदवारों को नौकरी मिली. प्लेसमेंट ड्राइव के प्रारंभिक वर्षों में यह देखा गया कि कई उम्मीदवार स्थान संबंधी समस्याओं, बड़े शहरों में जाने से डर या आर्थिक प्रतिबंधों के कारण नौकरी के प्रस्तावों को ठुकरा देते थे. प्री-प्लेसमेंट करियर काउंसलिंग सत्रों की शुरुआत इस प्लेसमेंट ड्राइव पहल के दायरे को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुई है. ये सत्र उम्मीदवारों को उद्योग की अपेक्षाओं और कंपनियों द्वारा प्रदान की जाने वाली सुविधाओं को समझने में मदद करते हैं, जिन्हें मानव संसाधन कर्मियों द्वारा वर्चुअल ब्रीफिंग के माध्यम से बताया जाता है. इस संरचित दृष्टिकोण ने युवाओं की भागीदारी और अपने गृह नगरों से बाहर काम करने की प्रेरणा में महत्वपूर्ण सुधार किया है. युवा लड़के-लड़कियों के लिए ये अवसर उनके पेशेवर करियर की शुरुआत का एक सशक्त मंच साबित होते हैं.22 वर्षीय सफल उम्मीदवार बबीता कुमारी ने कहा कि वे अपनी पढ़ाई के तुरंत बाद नौकरी के इस अवसर के लिए आभारी हैं. पड़ोसी गांवों की लड़कियों के साथ सहयोगात्मक माहौल में काम करना मेरे लिए स्थिरता और उद्देश्य लेकर आया है. इस अवसर ने सचमुच मेरी जिंदगी बदल दी है.
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