जूली हत्याकांड मामले में जमशेदपुर पुलिस के खिलाफ मुखी समाज के लोगों ने की नारेबाजी, जमकर काटा हंगामा
जूली हत्याकांड मामले में जमशेदपुर पुलिस के खिलाफ की नारेबाजी
julie murder case latest update, protest in bistupur jamshedpur police station जमशेदपुर : धातकीडीह हरिजन बस्ती निवासी जूली घोष के हत्यारे और उसके भतीजा शिवम घोष की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रविवार को मुखी समाज कल्याण समिति के बैनर तले बड़ी संख्या में महिला व पुरुषों ने बिष्टुपुर थाना के सामने मेन रोड जाम कर दिया. लोग जूली घोष के हत्यारे और भतीजे (मुन्ना घोष के बेटे) शिवम घोष उर्फ टेरु की गिरफ्तारी के लिए नारेबाजी कर रहे थे. तीन घंटे तक चले हंगामे के बाद डीएसपी (सीसीआर) अरविंद कुमार और थाना प्रभारी विष्णु प्रसाद राउत ने टेरु की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया. इसके बाद लोगों का आक्रोश शांत हुआ.
वही. डीएसपी ने रात आठ बजे सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट के बिष्टुपुर थाना पहुंचने पर आगे की कार्रवाई का आश्वासन दिया. अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे मुखी समाज के लोग वापस घर लौट गये. धातकीडीह हरिजन बस्ती से मुखी समाज के लोग जुलूस की शक्ल में पैदल बिष्टुपुर थाना पहुंचे थे. लोग हाथों में हत्यारे की गिरफ्तारी की मांग की तख्ती लिये हुए थे.
यहां थाने के सामने सड़क पर बैठ कर लोगों ने माइक लगाकर पुलिस के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. लोग डेढ़ घंटे तक स्थल पर लाेग जमे रहे और बिष्टुपुर मेन रोड को जाम रखा. मालूम हो कि तीन जनवरी 2021 को धातकीडीह हरिजन बस्ती में घर में सो रही कल्लू घोष की पत्नी जूली घोष की हत्या कर दी गयी थी. बेटे सन्नी घोष के बयान पर बिष्टुपुर थाने में अज्ञात के खिलाफ हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई है. अब तक की जांच पड़ताल से बस्ती के लोग संतुष्ट नहीं हैं. जूली की हत्या का आरोपी व उसका भतीजा शिवम घोष अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर है.
पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन में रमेश मुखी, बैजू मुखी, सपन करुवा, किशोर मुखी, राजू सामंत, राकेश मुखी, सुनीता मुखी, अरुणा मुखी, रेशमा मुखी, सागर मुखी, रौनिक मुखी, शंकर मुखी समेत बड़ी संख्या में महिला-पुरुष मौजूद थे.
घटना के 21 दिन बाद भी पकड़े नहीं गये हत्यारे
मुखी समाज के स्थानीय मुखिया व कांग्रेस नेता सुरेश मुखी ने बताया कि जूली घोष की हत्या के 21 दिन गुजर गये हैं, लेकिन पुलिस हत्यारे को गिरफ्तार नहीं कर सकी है. हत्या में भतीजा (मुन्ना घोष का बेटा) शिवम घोष उर्फ टेरु की संलिप्तता संदिग्ध पायी गयी है. उसके साथी तुषार राम की भूमिका भी संदिग्ध है. शिवम घोष उर्फ टेरु ने बस्ती के युवक के साथ मारपीट भी की थी.
जिसकी प्राथमिकी बिष्टुपुर थाने में दर्ज है. बावजूद पुलिस उसे गिरफ्तार कर जेल नहीं भेज रही है. उन्होंने बताया कि मुखी समाज ने उपायुक्त व एसएसपी को पत्र सौंपकर 15 दिनों का समय पहले ही दिया था. डीएसपी ने आश्वस्त किया है कि शिवम घोष उर्फ टेरु को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. साक्ष्य मिलने पर उसे जेल भेज दिया जायेगा.
Posted By : Sameer Oraon